Sunday, August 31, 2025

लगभग 6000 मणिमहेश यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया

  बसों व टैक्सियों के माध्यम से पूरा हुआ सुरक्षित निकालने के काम  

शिमला:30 अगस्त 2025: (मीडिया लिंक रविंद्र/ /देवभूमि स्क्रीन )::

जल प्रकोप ने हिमाचल प्रदेश पर बहुत बड़े कहर बरपाए हैं। दुःख की इस कड़वी हकीकत के बावजूद एक बहुत बड़ा तथ्य यह भी है कि सत्ता, समाज और आम लोगों ने इस मुश्किल घड़ी में बहुत हिम्मत से इन सभी कठिनाईयों का सामना किया है। इसी हिम्मत के चलते बहुत से लोगों को बचाने में भी सफलता मिली है। 

लगभग 6000 मणिमहेश यात्रियों को बसों व टैक्सियों के माध्यम से सुरक्षित निकाला गया है। इस सफलता से बहुत से चिंतित घरों में राहत की लहर पहुंची है। इसके साथ ही अन्य कठिन स्थानों पर भी बहुत से प्रयास किए जा रहे हैं। इनका परिणाम भी बहुत अच्छा होगा। देवभूमि के लोगों पर देव अपनी कृपा अवश्य करेंगे। 

मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने आज यहां उच्च अधिकारियों के साथ आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए जानकारी दी कि चंबा में फंसे लगभग 6 हजार यात्रियों को निजी और एचआरटीसी बसों तथा टैक्सियों के माध्यम से सुरक्षित निकालकर नूरपुर और पठानकोट भेज दिया गया है। 

उन्होंने कहा कि शुक्रवार को चंबा के कलसंुई क्षेत्र से यात्रियों को निगम की बसों के माध्यम से पठानकोट भेजा गया। शनिवार को 20 बसें चलाई गईं जिनमें 17 पठानकोट और शेष बसें कांगड़ा व देहरा भेजी गईं। चम्बा में 60 अतिरिक्त बसें तैनात की गई हैं, जिन्हें आवश्यकतानुसार उपयोग में लाया जा रहा है। 

मुख्य सचिव ने कहा कि भरमौर में लगभग 5000 जबकि चम्बा चौगान में 500 यात्री बचे हैं जो जम्मू-कश्मीर और आसपास के क्षेत्रों के निवासी हैं। इन यात्रियों को भी लंगेरा सड़क के बहाल होने पर शीघ्र ही उनके गंतव्यों के लिए रवाना कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लंगेरा सड़क को बहाल करने का कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। 

उन्होंने कहा कि चम्बा-भरमौर सड़क को कलसुंई और राजेरा तक बहाल कर दिया गया है। इसके अलावा, जोत सड़क को भी गेट तक यातायात के लिए बहाल कर दिया गया है। 

मुख्य सचिव ने बताया कि लाहौल-स्पीति में पागल नाला को भी वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया गया है जिसके बाद यहां से काजा की ओर भारी वाहन चलना शुरू हो गए हैं। पागल नाला खुलने के बाद अटल टनल से चार तेल टैंकरों को केलंग के लिए भेजा गया है। उन्होंने कहा कि रोहतांग दर्रे से होकर अलेओ सड़क को छोटे वाहनों के लिए खोल दिया गया है।

निदेशक एवं विशेष सचिव आपदा प्रबन्धन डी.सी राणा ने जानकारी दी कि कुल्लू-मनाली सड़क को यातायात के लिए बहाल करने का कार्य भी युद्ध स्तर पर किया जा रहा है। मनाली के लिए बांये किनारे से सड़क खोल दी गई है। बंजार के लिए सड़क व क्षेत्र में संचार सेवाएं बहाल कर दी गई हैं। 

उन्होंने कहा कि रविवार से लाहौल से ट्रकों की आवाजाही शुरू कर दी जाएगी। 

Friday, July 25, 2025

ग्रीनिंग ऑफ एमएसएमईज़’ के तहत स्टेकहोल्डर कंसल्टेशन कार्यशाला का आयोजन

 Received From AT//PR on 26th July 2025 at 1:05 PM Regarding Industrial Growth Workshop 

कार्यशाला में  बद्दी और नालागढ़ के उद्योग प्रतिनिधियों ने लिया भाग

*2500 से अधिक उद्यमों को ऊर्जा दक्षता 

*अपशिष्ट प्रबंधन और हरित वित्तपोषण  पर विशेष प्रशिक्षण की योजना

*शिमला से एक नई औद्योगिक तेज़ी की शुरुआत 


शिमला
: 25 जुलाई 2025: (कार्तिका कल्याणी सिंह/ / देवभूमि स्क्रीन डेस्क):: 

प्रयवरण को सुरक्षित रखते हुए उद्योग को विकास की राह पर तेज़ रफ्तारी देना आसान नहीं होता। इस कोशिश में बहुत सी चुनौतियां भी रहती हैं। इन चुनौतियों से निपटने और इन पर चर्चा करने के लिए एक विशेष कार्यशाला का आयोजन करवाया गया जो पूरी तरह से सफल भी रहा। 

पर्यावरण अनुकूल औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने और एमएसएमई इकाइयों को टिकाऊ एवं संसाधन दक्ष बनाने की दिशा में ‘ग्रीनिंग ऑफ एमएसएमईज़’ योजना के अंतर्गत  सोलन में एक स्टेकहोल्डर कंसल्टेशन कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में सोलन जिला के बद्दी, नालागढ़ जैसे औद्योगिक क्षेत्रों के उद्यमियों और उद्योग प्रतिनिधियों ने भाग लेकर सक्रिय सहभागिता निभाई।

इस कार्यशाला का आयोजन फ्रॉस्ट एंड सुलिवन एवं टिंज कंसल्टेंसी द्वारा संयुक्त रूप से किया गया, जिसमें प्रतिभागियों को ऊर्जा संरक्षण, अपशिष्ट प्रबंधन, हरित वित्तपोषण, जल संरक्षण एवं पुनर्चक्रण, तथा रिसोर्स एफिशिएंसी जैसे विषयों पर विस्तार से जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने ‘रिसोर्स एफिशिएंट क्लीनर प्रोडक्शन (RECP)’ की अवधारणा को रेखांकित करते हुए बताया कि किस प्रकार एमएसएमई इकाइयां कम संसाधनों के साथ अधिक उत्पादन कर सकती हैं और साथ ही पर्यावरणीय दायित्व भी निभा सकती हैं।

‘ग्रीनिंग ऑफ एमएसएमईज़’ योजना भारत सरकार के RAMP (Raising and Accelerating MSME Performance) कार्यक्रम के तहत चलाई जा रही है, जिसे विश्व बैंक का सहयोग प्राप्त है। इसका उद्देश्य देश के एमएसएमई सेक्टर को तकनीकी और वित्तीय रूप से सशक्त बनाकर उन्हें अधिक प्रतिस्पर्धी एवं पर्यावरण हितैषी बनाना है। इस परियोजना के तहत राज्य में लगभग 1900 एमएसएमई इकाइयों को ग्रीनिंग प्रक्रिया से जोड़ा जाएगा।

कार्यशाला में प्रतिभागियों को, नेट जीरो, ईसजी, सर्कुलर   इकोनॉमी, डिकार्बनाइजेशन जैसे आधुनिक औद्योगिक अवधारणाओं से भी अवगत कराया गया। इसके अतिरिक्त, ग्रीन फाइनेंसिंग हेतु उपलब्ध योजनाओं, तकनीकी समाधान प्रदाताओं से संपर्क और डिजिटल पोर्टल के माध्यम से रियल टाइम निगरानी व्यवस्था पर भी जानकारी साझा की गई।

इसमें जानकारी दी गई कि आने वाले समय में राज्य के 2500 से अधिक उद्यमों को ऊर्जा दक्षता, अपशिष्ट प्रबंधन और हरित वित्तपोषण जैसे विषयों पर विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह पहल हिमाचल प्रदेश सरकार की 2026 तक राज्य को ‘ग्रीन एनर्जी स्टेट’ बनाने की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है और भारत सरकार के वर्ष 2070 तक नेट ज़ीरो लक्ष्य को साकार करने में राज्य के योगदान को दर्शाती है। यह कार्यशाला न केवल ज्ञानवर्धक रही, बल्कि इसमें भाग लेने वाले उद्यमियों को अपनी इकाइयों के लिए व्यावहारिक समाधान और वित्तीय संसाधनों की दिशा में मार्गदर्शन भी प्राप्त हुआ। 

उद्योग विभाग के अतिरिक्त निदेशक तिलकराज शर्मा ने कहा कि ‘ग्रीनिंग ऑफ एमएसएमईज़’ केवल पर्यावरणीय पहल नहीं, बल्कि यह औद्योगिक मानसिकता में सकारात्मक बदलाव का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि इससे न केवल पर्यावरण को संरक्षण मिलेगा, बल्कि एमएसएमई इकाइयां अधिक आत्मनिर्भर, प्रतिस्पर्धी और लाभकारी बनेंगी।

Friday, May 16, 2025

उप मुख्यमंत्री ने एचपीयू में आयोजित अभ्युदय 2025 में की शिरकत

 क्रमांक 32/05// शिमला> 16 मई, 2025//07:48 PM from DPRO//Shimla//HP University//Event//

युनिवर्सिटी के साथ जुड़े रहे लोगों की चर्चा भी बहुत सम्मान से हुई            

शिमला: 16 मई 2025: (इनपुट कार्तिका कल्याणी सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

आज भी हिमाचल प्रदेश युनिवेर्सिटी में बहुत ही भावुकता भरी चहल पहल रही। आज दो दिवसीय सांस्कृतिक एवं साहित्यिक उत्सव "अभ्युदय 2025" के समापन समारोह में अतीत से जुड़ी यादों के सिलसिला सभी के ज़हन में बहता हुआ महसूस हुआ। 

आयोजन का विशेष आकर्षण रहे उप मुख्यमंत्री हिमाचल प्रदेश मुकेश अग्निहोत्री ने आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय सभागार में विवि विधिक अध्ययन संस्थान (यूआईएलएस) एवालॉज द्वारा आयोजित दो दिवसीय सांस्कृतिक एवं साहित्यिक उत्सव "अभ्युदय 2025" के समापन समारोह में बतौर मुख्यातिथि शिरकत की।

उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि यूआईएलएस एक ऐसा संस्थान है जहां से हमारे भविष्य के अधिवक्ता, न्यायिक अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारी एवं राजनेता निकलेंगे। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में लगभग 12 से 14 विधायक इसी विश्वविद्यालय से निकले हैं। इस संस्थान से निकले छात्र आज हर क्षेत्र में सेवाएं प्रदान कर रहे हैं जो सभी के लिए गर्व का विषय है। उन्होंने कहा कि यहां के अध्यापकों की देश तथा प्रदेश में अपनी अलग पहचान है। उन्होंने विद्यार्थियों से सभी अध्यापकों का सम्मान एवं कड़ी मेहनत कर इस देश तथा प्रदेश को आगे ले जाने का आग्रह किया।

उन्होंने कहा कि इस विश्वविद्यालय से हमारा गहरा संबंध रहा है। हमारी धर्मपत्नी स्वर्गीय प्रो सिम्मी अग्निहोत्री ने लगभग 28 वर्ष तक इस विश्वविद्यालय में सेवाएं दी है और अब बेटी डॉ आस्था अग्निहोत्री इस संस्थान में सेवाएं दे रही है।

यूआईएलएस कैंपस भवन के जीर्णोद्धार के लिए अधिकारियों के टीम करेगी विजिट

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यूआईएलएस संस्थान का कैंपस मुख्यमंत्री का आवास भी रह चुका है। आज यहां बात सामने आई है कि कैंपस के भवन के हालात ठीक नहीं है जिसकी मरम्मत करने की आवश्यकता है। विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति ने भवन के लिए लगभग 5 करोड़ रुपए जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि जल्द ही यूआईएलएस संस्थान कैंपस भवन के जीर्णोद्धार के लिए अधिकारियों के टीम विजिट करेगी ताकि संस्थान के भवन की मरम्मत हो सके। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है कि संस्थान की हालत ठीक हो और इस संस्थान से छात्र आगे जाकर देश तथा प्रदेश का नाम रोशन करे।

प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता गरीब लोगों का विकास एवं कल्याण 

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार की प्रतिबद्धता गरीब लोगों का विकास एवं कल्याण है और इस दिशा में यह सरकार आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में हर क्षेत्र में शिक्षण संस्थान मौजूद हैं। प्रदेश में हर क्षेत्र में बहुत विकास हुआ है जिसके लिए उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री हिमाचल निर्माता यशवंत सिंह परमार एवं वीरभद्र सिंह को याद किया।

इस दौरान विश्वविद्यालय के छात्रों ने रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए। 

न्यूजलेटर विधि वॉल्यूम 2 का किया विमोचन, विभिन्न गतिविधियों में विजेता रहे छात्रों को किया सम्मानित

उप मुख्यमंत्री ने दो दिवसीय कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सभी को बधाई दी। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान विभिन्न गतिविधियों में विजेता रहे छात्रों को सम्मानित भी किया। इसके अतिरिक्त, उन्होंने यूआईएलएस संस्थान के न्यूजलेटर विधि वॉल्यूम 2 का विमोचन भी किया।

विवि के प्रति कुलपति प्रो. राजिंद्र वर्मा ने विश्वविद्यालय के बारे में अपनी बात रखी तथा मुख्यातिथि का स्वागत किया।

निदेशक प्रो. शिव कुमार डोगरा ने यूआईएलएस संस्थान की गतिविधियों की जानकारी दी।

डॉ रितिका राणा ने 2 दिवसीय कार्यक्रम की विस्तृत रूपरेखा रखी।

यह भी रहे उपस्थित

इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के वरिष्ठ नेता महेश्वर सिंह चौहान, विनोद जिंटा, विवि की अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो ममता मोक्टा, कुलसचिव ज्ञान सागर नेगी, परीक्षा नियंत्रक प्रो श्याम लाल कौशल, प्रो. सुनील देष्टा सहित विवि के अधिष्ठाता और संस्थानों के निदेशकों और विभागाध्यक्ष सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

कुल मिलाकर यह एक यादगारी आयोजन रहा जिसने बहुत से लोगों के दिलों अतीत के तर झंकृत कर दिए। अतीत की यादों के साथ जब आज की चुनौतियों को रख कर देखा गया तो नै रहें और नई मंज़िलों की रंगीन तस्वीरें भी सामने आईं।  -०-