Saturday, December 31, 2022

मुख्यमंत्री ने ज्योतिष शास्त्र पर लिखित पुस्तक का विमोचन किया

31st December 2022 at 3:43 PM

वरिष्ठ पत्रकार संजय ठाकुर की रचना है पुस्तक ‘अन्तधवि’ 


संपादन और इनपुट कार्तिका सिंह 
शिमला: 31 दिसम्बर 2022: (देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::
दिन प्रतिदिन ज्योतिष विद्या अपना लोहा मनवाती जा रही है। ज्योतिष के पाठयक्रम बन चुके हैं और इसकी शिक्षा बहुत अच्छा रोज़गार भी बन गई है। पूरी तरह सुशिक्षित ज्योतिषी आज भी बड़े पैमाने पर सक्रिय हैं। हिमाचल प्रदेश  मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने ज्योतिष पर एक पुस्तक भी रिलीज़ की है। जिस सम्मान को आज ज्योतिष विद्द्या ने पाया है वह आसान नहीं था। इस सम्मान स्वीकृतु के लिए इस विद्या के योद्धाओं ने भी लम्बी लड़ाई लड़ी है। इन महान लेखकों और खोजकारों ने समाज के सभी व्यंग्यबाण सहन करते हुए तूफानों में दिए जलाने की हिम्मत दिखाई है। इन्हीं में से एक है वरिष्ठ पत्रकार संजय ठाकुर।  

मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने आज यहां वरिष्ठ पत्रकार संजय ठाकुर द्वारा लिखित पुस्तक ‘अन्तधवि’ का विमोचन किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लेखक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक पाठकों को ज्योतिष शास्त्र के विभिन्न आयामों से परिचित करने में सहायक सिद्ध होगी।

पुस्तक के लेखक संजय ठाकुर ने कहा कि ‘अन्तधवि’ ज्योतिष की साधारण किताब नहीं है बल्कि इसमें ज्योतिष शास्त्र का वैज्ञानिक आधार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रतिपादित किया गया है।


Thursday, December 29, 2022

हिमाचल सरकार की ओर से 500 रुपये फेस्टिव ग्रांट देने का निर्णय

Thursday 29th December 2022 at 7:30 PM
....तांकि आर्थिक तंगी के कारण त्यौहार फीके न गुज़रें 
बाल संरक्षण इकाइयों, वृद्धाश्रमों, नारी सेवा सदन, शक्ति सदन और विशेष गृह मेें रहने वालों में ख़ुशी
प्रतीकात्मक तस्वीर 
शिमला: 29 दिसम्बर 2022: (कार्तिका सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

फाईल फोटो 
शायरी की उड़ान उन लम्हों को पकड़ लेती है जिन्हें देखना भी सभी के नसीब में नहीं होता। शायरी उन बेबसियों तक भी पहुँच जाती है जिनकी आह सुनने वाला भी  कोई नहीं होता। आजकल त्योहारो के दिन चल रहे हैं। किसी अज्ञात शायर की पंक्तियाँ याद आ रही हैं: 

वो रोज रोज नहीं जलता साहब, मंदिर का दिया थोड़े ही है गरीब का चूल्हा है!

लेकिन ऐसे में जब त्यौहार आ जाएं तो क्या किया जाए? मजबूरी और बेबसी से पीछा कैसे छूटे? त्यौहार में जेब खाली हो तो क्या करे कोई? मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस दर्द का अहसास करते हुए इन लोगों की सार ली है जिन्हें बड़े
लोग भूल ही जाते हैं। प्रदेश सर्कार चल कर इन लोगों तक पहुंची है तांकि इनके त्यौहार फीके न गुज़रें।प्रदेश सरकार ने बाल संरक्षण इकाइयों, वृद्धाश्रमों, नारी सेवा सदन, शक्ति सदन और विशेष गृह मेें रहने वालों को 500 रुपये फेस्टिव ग्रांट प्रदान करने का निर्णय लिया।  

एक नया इतिहास रचते हुए समाज में निर्धन व वंचितों को आगे बढ़ने के समान अवसर प्रदान कर उनका विकास सुनिश्चित करना प्रदेश सरकार का मुख्य ध्येय है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 11 दिसम्बर, 2022 को शपथ ग्रहण करने के उपरांत इस सम्बन्ध में वर्तमान प्रदेश सरकार की परिकल्पना को स्पष्ट किया था। उन्होंने शिमला में टूटीकंडी स्थित बालिका आश्रम का दौरा कर सुविधाओं से वंचित विद्यार्थियों को लाभान्वित करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करने की घोषणा की थी। इस तरह अपने अहसास और सिद्धांतों के मुताबिक प्रदेश सरकार ने जन कल्याण को सर्वोच्च अधिमान देते हुए मजबूत इरादों के साथ अनेक महत्वकांक्षी व सार्थक प्रयास आरम्भ किए हैं, ताकि समाज के पिछड़े और कमजोर वर्गों को विकास की मुख्यधारा में लाया जा सके।

इसका विवरण देते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सचिव एम.सुधा देवी ने आज यहां बताया कि राज्य सरकार ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तहत संचालित की जा रही बाल संरक्षण इकाइयों, वृद्धाश्रमों, नारी सेवा सदन, शक्ति सदन इत्यादि और विशेष गृह में लोहड़ी व मकर सक्रांति (माघी) तथा होली उत्सवों को मनाने की अधिसूचना जारी की है।

इस संबंध में ही उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उक्त संस्थानों में रहने वालों  को लोहड़ी व होली त्यौहार के दौरान 500 रुपये ग्रांट प्रति आवासी प्रदान करने का निर्णय लिया है। इन संस्थानों में लोहड़ी व होली पर्व के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा।

सरकारी की तरफ से इस दिशा में की गई विशेष घोषणा का संक्षिप्त विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार सायं आदर्श बाल गृह और वृद्धाश्रम, नारी सेवा सदन, मशोबरा और विशेष योग्यता वाले बच्चों के संस्थान ढली, शिमला के दौरे के दौरान ऐसे संस्थानों में रहने वालों को फेस्टिव एलाउंस प्रदान करने की घोषणा की थी। प्रदेश सरकार ने इस घोषणा को एक दिन के भीतर ही कार्यान्वित कर जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व संकल्प को साकार किया है। संख्याः 1340/2022   .0.

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Sunday, December 11, 2022

मुख्यमंत्री एस एस सुक्खू पहुंचे शिमला के बालिका आश्रम में

Sunday 11th Dec 11, 2022 at 7:16 PM

आश्रम में बालिकाओं को मिठाई भी वितरित कीं


शिमला
: 11 दिसंबर 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला में टूटीकंडी स्थित बालिका आश्रम का दौरा कर बालिकाओं को मिठाइयां वितरित कीं।

आश्रम की बालिकाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सुविधाओं से वंचित विद्यार्थियों को लाभान्वित करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करेगी ताकि वे निर्बाध अपनी इच्छा के अनुरूप उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकें। उन्होंने बालिकाओं को एक लक्ष्य तय कर उसे प्राप्त करने के लिए अधिक मेहनत करने का परामर्श दिया। उन्होंने कहा कि आश्रम में रहने वाली बालिकाओं को सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। 

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आश्रम का उचित रख-रखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि उन्हें किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता प्रदान करने को विस्तृत योजना तैयार की जाए।

उन्होंने इस आश्रम की बालिकाओं की प्रतिभा की भी सराहना की और अधिकारियों को उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने को कहा ताकि वे जीवन में आगे बढ़ सकें और राष्ट्र विकास में योगदान देने में सक्षम हो पाएं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली बालिकाओं को ऐच्छिक निधि से 51 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की।

विधायक रोहित ठाकुर, जगत सिंह नेगी, राजेश धर्माणी, इंद्रदत्त लखनपाल, सुंदर सिंह ठाकुर, केवल सिंह पठानिया, संजय अवस्थी एवं सुरेश कुमार, पूर्व विधायक सोहन लाल, मुख्य सचिव आर.डी. धीमान, प्रधान सचिव सुभासीष पंडा, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, अतिरिक्त निदेशक एकता काप्टा, पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका भी इस अवसर पर उपस्थित थे। 


हिमाचल में नई कांग्रेस सरकार ने शपथ ली

Sunday:11th December 2022 at 5:01 PM

सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री उप- मुख्यमंत्री 
शिमला: 11 दिसंबर 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::
राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज शिमला के रिज पर आयोजित एक भव्य समारोह में सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राज्यपाल ने इस अवसर पर मुकेश अग्निहोत्री को प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ भी दिलाई।
राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ राष्ट्रीय कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और आनंद शर्मा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला, जितेंद्र बिट्टू और सचिन पायलट, मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री के परिजन, विधायकगण, कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता, वरिष्ठ अधिकारी तथा हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोग भारी संख्या में इस अवसर पर उपस्थित थे। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का जीवन परिचय
स्वर्गीय श्री रसील सिंह के सुपुत्र श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म 27 मार्च, 1964 को नादौन, जिला हमीरपुर में हुआ। उन्होंने एम.ए., एल.एल.बी. की शिक्षा ग्रहण की है तथा उनका विवाह श्रीमती कमलेश ठाकुर से हुआ। उनकी दो सुपुत्रियां हैं।

वह वर्ष 1981-82 तथा 1982-83 में राजकीय स्नातक महाविद्यालय संजौली शिमला के कक्षा प्रतिनिधि रहे। वर्ष 1983-1984 में वह राजकीय स्नातक महाविद्यालय संजौली, शिमला के महासचिव निर्वाचित हुए तथा वर्ष 1984-85 में राजकीय डिग्री महाविद्यालय संजौली के अध्यक्ष निर्वाचित किए गए।

वर्ष 1985-86 के दौरान वह हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विधि विभाग के विभागीय प्रतिनिधि रहे तथा वर्ष 1989-95 तक राज्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1995-1998 तक वह प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव, वर्ष 1998-2008 तक प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1992-97 और 1997-2002 तक वह दो बार नगर निगम शिमला के पार्षद चुने गए। वर्ष 2008 से 2012 तक वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और 8 जनवरी, 2013 में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने।

वर्ष 2003 और वर्ष 2007 में वह प्रदेश विधान सभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 2007-12 तक कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रहे।

श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिसंबर, 2017 में तीसरी बार विधायक के रूप में चुने गए और सार्वजनिक उपक्रम, विशेषाधिकार और व्यापार सलाहकार समितियों के सदस्य के रूप में नामित हुए।
दिसंबर, 2022 में वह चौथी बार फिर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए हैं और आज मुख्यमंत्री पद का पदभार ग्रहण किया।

उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का जीवन परिचय
श्री मुकेश अग्निहोत्री का जन्म स्वर्गीय श्री ओंकार चन्द शर्मा के घर 9 अक्तूबर, 1962 को हुआ। वह मूल रूप से गाँव व डाकघर गोंदपुर, जिला ऊना से संबंध रखते हैं।

उन्होंने बी.एस.सी., लोक सम्पर्क एवं विज्ञापन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा और एम.एस.सी गणित की शिक्षा ग्रहण की है। उनका विवाह श्रीमती सिम्मी अग्निहोत्री से हुआ और उनकी एक पुत्री है।

उन्होंने लगभग 15 वर्षों तक देश के विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में कार्य किया। वह हिमाचल प्रदेश सरकार की प्रेस प्रत्यायन कमेटी के सदस्य, राज्य प्रेस सलाहकार समिति के सदस्य, हि.प्र. विधानसभा की प्रेस गैलरी समिति के सदस्य और राज्य सरकार की पहाड़ी भाषा समिति के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा, वह प्रेस क्लब, शिमला, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव और प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया सैल के महासचिव रह चुके हैं।

मार्च, 2003 में वह पहली बार संतोखगढ़ (अब हरोली) विधानसभा से प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। उसके उपरांत वह वर्ष 2007, 2012, 2017 और 2022 में प्रदेश विधानसभा सदस्य के रूप में पांचवीं बार निवाचित हुए।
 
श्री मुकेश अग्निहोत्री 2003 से 2005 तक मुख्य संसदीय सचिव तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के आवास बोर्ड के अध्यक्ष नियुक्त किए गए। दिसंबर 2012 से 2017 के कार्यकाल के दौरान उन्होंने प्रदेश के उद्योग, श्रम एवं रोज़गार, संसदीय मामले और सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं। वर्ष 2017 से 2022 तक वह सदन में नेता प्रतिपक्ष रहे।  

दिसंबर, 2022 में वह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए हैं और प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला है।

कांग्रेस सत्ता का नया अध्याय-सुखविंद्र सुक्खू होंगे हिमाचल के 15वें मुख्यमंत्री

Sunday 11th December 2022 at 2:30 AM

आंतरिक कलह भी नियंत्रित-अग्निहोत्री होंगें उपमुख्यमंत्री-आज शपथ  


     हिमाचल में कांग्रेस की सत्ता का नया अध्याय  शुरू  होने को है 


शिमला: 11 दिसंबर 2022: (देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

सत्ता आने पर भी विनम्र रहना  बने रहना और सत्ता जाने पर भी विनम्र रहना यही होता है
वास्तवकि शिष्टाचार-मुख्यमंत्री के तौर पर चयनित श्री सुखविंदर सुक्खू ने विदा ले रहे
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर से शिष्टाचार भेंट की  
शिमला में सत्ता और सियासत का नया अध्याय शुरू होने को है। जब कांग्रेस मुक्त भारत की बातें ज़ोर पकड़ रहीं थी उस समय कांग्रेस ने पर्वत्तीय प्रांत हिमाचल  प्रदेश में नई पारी शुरू करने की है। चुनावी विजय के तुरंत बाद  आंतरिक कलह पर भी कांग्रेस विजय पाने में सफल रही है। हिमाचल में कांग्रेस सत्ता अब इस पर्वतीय भूमि के  गहरे से जुड़ने वाली है। चुनावों के बाद आए परिणामों के बाद का झमेला भी तकरीबन खत्म हो चूका है और अब सुखविंद्र सुक्खू हिमाचल के 15वें मुख्यमंत्री होंगें। इसी मौके पर यह भी तय हुआ कि मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री बनेंगे। आज अर्थात त 11 दिसंबर को ही शपथ की रस्म भी अदा होगी। हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की पत्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने चुनावी नतीजों के बाद से ही परोक्ष रूप से खुद को मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में पेश कर दिया था लेकिन उनका दबाव भी आज मुख्यमंत्री के नाम का चयन करते वक्त काम नहीं आया। 

हाई कमान की तरफ से सुक्खू के नाम पर मुहर लगने के बाद शनिवार शाम शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इसमें सुक्खू को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया गया। शपथ ग्रहण  समारोह आज पारम्परिक उत्साह के साथ होगा। सभी गणमान्य इसमें शामिल होंगें।  उपलब्धियों का एक नया दौर शुरू होने को है। कांग्रेस की हिमाचल विजय ने अपना प्रभाव 2024  में भी दिखाना है। Chief Minister designate Shri Sukhvinder Singh calls on out going Chief Minister Shri Jai Ram Thakur at Oak Over, Shimla today. It was a courtesy call.

मुख्यमंत्री के नाम का चयन भी आसान नहीं रहा। इस हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री का रास्ता आखिरकार दिल्ली की हरी झंडी से आज शनिवार को ही साफ हो गया था। कांग्रेस की आंतरिक गुटबंदी को भी बहुत ही सफलता से नियंत्रित कर लिया गया। चार बार  विधायक रहने के साथ साथ पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू को आखिर हिमाचल प्रदेश का 15वां मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया। इसके अलावा मौजूदा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे मुकेश अग्निहोत्री उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हो गईं। रविवार को शिमला के रिज मैदान पर दोपहर 1:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। अब जल्द ही मंत्रियों के नाम भी तय होंगे। इन नामों की घोषणा भी जल्द ही हो जाएगी। इस तरह एक नई सरकार हिमाचल के राजनैतिक दृश्य पर सामने आने वाली है। 

सुक्खू का चुनाव उनके यूथ से जुड़े रहने की खूबी को देखते हुए भी किया गया। कांग्रेस  हाई कमान की तरफ से सुक्खू के नाम पर मुहर लगने के बाद शनिवार शाम शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी हुई। इसमें सुक्खू को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के अलावा नवनिर्वाचित पार्टी के विधायक, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला समेत पार्टी के कई नेता मौजूद रहेंगे। इस तरह पंजाब से भी कई लोग इससमारोह में शामिल होने के लिए पहुच सकते हैं। 

युवा शक्ति में सक्रिय भूमिका निभाते रहे सुक्खू वास्तव में एन एस यू आई के रास्ते ही हिमाचल प्रदेश की राजनीति में बहुत ही असरद दायिक ढंग से आगे आए थे। सुक्खू करीब छह साल तक पार्टी प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं। उम्र के लिहाज़ से 58 वर्षीय सुक्खू राज्य में कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष पद पर भी काम कर चुके हैं। इसके साथ ही वह  हमीरपुर जिले की नादौन विधानसभा सीट से भी विधायक चुने गए हैं। जो चुनौतियाँ अब इस ताजपोशी के बाद कांग्रेस के सामने जी चुनौतियां आएंगी उनका सामना भी सुक्खू ही प्रभावी ढंग से कर पाएंगे। आजकल सियासत बेहद शातराना भी हो चली है। उस सियासत के खेल खेलने के लिए उसी तरह की गुणवत्ता और क्षमता के लोग ही अच्छे परिणाम ला पाएंगे। 

हिमाचल में गुटबंदी की यह समस्या तब खड़ी हुई जब हिमाचल प्रदेश में प्रतिभा वीरभद्र सिंह खेमे के समानांतर सुक्खू का नया धड़ा उभरा है। इस वजह से कुछ तनाव काफी समय से चला आ रहा है। इसके बावजूद कांग्रेस ने इन चुनावों में अपनी विजय दर्ज की। उम्मीद करनी चाहिए कि यह सत्ता भी लोगों की अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी।अब भी फ़िलहाल गुटबंदी का खतरा  दब चुका है।  

लेकिन कल शाम तक स्थिति गंभीर थी। मुख्यमंत्री के नाम का चुनाव  गुटबंदी के कारण आसान नहीं था। इस चुनाव के लिए शुक्रवार को कांग्रेस विधायक दल ने एक सिंगल लाइन प्रस्ताव बनाकर कांग्रेस हाईकमान  को दिल्ली भेजा था। अब हाईकमान ने ही तय करना था कि मुख्यमंत्री कौन होगा। इसके बाद शनिवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर में फिर से कांग्रेस विधायक दल की एक बैठक 5:00 बजे शुरू हुई। इस बैठक पर भी सभी की नज़रें थी। इसलिए यह बैठक भी दिलचस्प थी। 

इस बैठक में सुक्खू खेमे सहित कांग्रेस के ज़्यादातर विधायक शामिल हुए। मुकेश अग्निहोत्री इस बैठक में देरी से पहुंचे।  वह करीब 5:45 बजे बैठक में पहुंचे। वह होटल सिसिल में अपने कुछ समर्थक विधायकों के साथ बैठक भी करते रहे। शिमला में प्रतिभा वीरभद्र सिंह गुट के कुछ नेताओें ने सुक्खू के खिलाफ नारेबाज़ी भी पुरे ज़ोरशोर से की। हालांकि, सुक्खू को मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री को उपमुख्यमंत्री घोषित करने के बाद माहौल कुछ शांत हो गया। आखिर पार्टी अनुशासन की कदर  भी हैं।   

इस तरह सभी मतभेदों पर सहमति की मोहर लगाते हुए सर्वसम्मति से सुखविंद्र सिंह सुक्खू को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। इस तरह अब सुक्खू मुख्यमंत्री होंगे, जबकि मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री होेेंगे। आज शपथ ग्रहण समारोह में सभी औपचारिकताएं पूरी कर जाएंगी। हिमाचल में कांग्रेस सत्ता का नया अध्याय शुरू हो।