Saturday, December 31, 2022

मुख्यमंत्री ने ज्योतिष शास्त्र पर लिखित पुस्तक का विमोचन किया

31st December 2022 at 3:43 PM

वरिष्ठ पत्रकार संजय ठाकुर की रचना है पुस्तक ‘अन्तधवि’ 


संपादन और इनपुट कार्तिका सिंह 
शिमला: 31 दिसम्बर 2022: (देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::
दिन प्रतिदिन ज्योतिष विद्या अपना लोहा मनवाती जा रही है। ज्योतिष के पाठयक्रम बन चुके हैं और इसकी शिक्षा बहुत अच्छा रोज़गार भी बन गई है। पूरी तरह सुशिक्षित ज्योतिषी आज भी बड़े पैमाने पर सक्रिय हैं। हिमाचल प्रदेश  मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु ने ज्योतिष पर एक पुस्तक भी रिलीज़ की है। जिस सम्मान को आज ज्योतिष विद्द्या ने पाया है वह आसान नहीं था। इस सम्मान स्वीकृतु के लिए इस विद्या के योद्धाओं ने भी लम्बी लड़ाई लड़ी है। इन महान लेखकों और खोजकारों ने समाज के सभी व्यंग्यबाण सहन करते हुए तूफानों में दिए जलाने की हिम्मत दिखाई है। इन्हीं में से एक है वरिष्ठ पत्रकार संजय ठाकुर।  

मुख्यमंत्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने आज यहां वरिष्ठ पत्रकार संजय ठाकुर द्वारा लिखित पुस्तक ‘अन्तधवि’ का विमोचन किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने लेखक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि यह पुस्तक पाठकों को ज्योतिष शास्त्र के विभिन्न आयामों से परिचित करने में सहायक सिद्ध होगी।

पुस्तक के लेखक संजय ठाकुर ने कहा कि ‘अन्तधवि’ ज्योतिष की साधारण किताब नहीं है बल्कि इसमें ज्योतिष शास्त्र का वैज्ञानिक आधार और वैज्ञानिक दृष्टिकोण प्रतिपादित किया गया है।


Thursday, December 29, 2022

हिमाचल सरकार की ओर से 500 रुपये फेस्टिव ग्रांट देने का निर्णय

Thursday 29th December 2022 at 7:30 PM
....तांकि आर्थिक तंगी के कारण त्यौहार फीके न गुज़रें 
बाल संरक्षण इकाइयों, वृद्धाश्रमों, नारी सेवा सदन, शक्ति सदन और विशेष गृह मेें रहने वालों में ख़ुशी
प्रतीकात्मक तस्वीर 
शिमला: 29 दिसम्बर 2022: (कार्तिका सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

फाईल फोटो 
शायरी की उड़ान उन लम्हों को पकड़ लेती है जिन्हें देखना भी सभी के नसीब में नहीं होता। शायरी उन बेबसियों तक भी पहुँच जाती है जिनकी आह सुनने वाला भी  कोई नहीं होता। आजकल त्योहारो के दिन चल रहे हैं। किसी अज्ञात शायर की पंक्तियाँ याद आ रही हैं: 

वो रोज रोज नहीं जलता साहब, मंदिर का दिया थोड़े ही है गरीब का चूल्हा है!

लेकिन ऐसे में जब त्यौहार आ जाएं तो क्या किया जाए? मजबूरी और बेबसी से पीछा कैसे छूटे? त्यौहार में जेब खाली हो तो क्या करे कोई? मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने इस दर्द का अहसास करते हुए इन लोगों की सार ली है जिन्हें बड़े
लोग भूल ही जाते हैं। प्रदेश सर्कार चल कर इन लोगों तक पहुंची है तांकि इनके त्यौहार फीके न गुज़रें।प्रदेश सरकार ने बाल संरक्षण इकाइयों, वृद्धाश्रमों, नारी सेवा सदन, शक्ति सदन और विशेष गृह मेें रहने वालों को 500 रुपये फेस्टिव ग्रांट प्रदान करने का निर्णय लिया।  

एक नया इतिहास रचते हुए समाज में निर्धन व वंचितों को आगे बढ़ने के समान अवसर प्रदान कर उनका विकास सुनिश्चित करना प्रदेश सरकार का मुख्य ध्येय है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने 11 दिसम्बर, 2022 को शपथ ग्रहण करने के उपरांत इस सम्बन्ध में वर्तमान प्रदेश सरकार की परिकल्पना को स्पष्ट किया था। उन्होंने शिमला में टूटीकंडी स्थित बालिका आश्रम का दौरा कर सुविधाओं से वंचित विद्यार्थियों को लाभान्वित करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करने की घोषणा की थी। इस तरह अपने अहसास और सिद्धांतों के मुताबिक प्रदेश सरकार ने जन कल्याण को सर्वोच्च अधिमान देते हुए मजबूत इरादों के साथ अनेक महत्वकांक्षी व सार्थक प्रयास आरम्भ किए हैं, ताकि समाज के पिछड़े और कमजोर वर्गों को विकास की मुख्यधारा में लाया जा सके।

इसका विवरण देते हुए सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग की सचिव एम.सुधा देवी ने आज यहां बताया कि राज्य सरकार ने सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के तहत संचालित की जा रही बाल संरक्षण इकाइयों, वृद्धाश्रमों, नारी सेवा सदन, शक्ति सदन इत्यादि और विशेष गृह में लोहड़ी व मकर सक्रांति (माघी) तथा होली उत्सवों को मनाने की अधिसूचना जारी की है।

इस संबंध में ही उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने उक्त संस्थानों में रहने वालों  को लोहड़ी व होली त्यौहार के दौरान 500 रुपये ग्रांट प्रति आवासी प्रदान करने का निर्णय लिया है। इन संस्थानों में लोहड़ी व होली पर्व के दौरान विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन भी किया जाएगा।

सरकारी की तरफ से इस दिशा में की गई विशेष घोषणा का संक्षिप्त विवरण देते हुए उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बुधवार सायं आदर्श बाल गृह और वृद्धाश्रम, नारी सेवा सदन, मशोबरा और विशेष योग्यता वाले बच्चों के संस्थान ढली, शिमला के दौरे के दौरान ऐसे संस्थानों में रहने वालों को फेस्टिव एलाउंस प्रदान करने की घोषणा की थी। प्रदेश सरकार ने इस घोषणा को एक दिन के भीतर ही कार्यान्वित कर जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता व संकल्प को साकार किया है। संख्याः 1340/2022   .0.

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Sunday, December 11, 2022

मुख्यमंत्री एस एस सुक्खू पहुंचे शिमला के बालिका आश्रम में

Sunday 11th Dec 11, 2022 at 7:16 PM

आश्रम में बालिकाओं को मिठाई भी वितरित कीं


शिमला
: 11 दिसंबर 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज शिमला में टूटीकंडी स्थित बालिका आश्रम का दौरा कर बालिकाओं को मिठाइयां वितरित कीं।

आश्रम की बालिकाओं को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार सुविधाओं से वंचित विद्यार्थियों को लाभान्वित करने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार करेगी ताकि वे निर्बाध अपनी इच्छा के अनुरूप उच्च शिक्षा ग्रहण कर सकें। उन्होंने बालिकाओं को एक लक्ष्य तय कर उसे प्राप्त करने के लिए अधिक मेहनत करने का परामर्श दिया। उन्होंने कहा कि आश्रम में रहने वाली बालिकाओं को सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित की जाएंगी। 

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को आश्रम का उचित रख-रखाव सुनिश्चित करने के निर्देश दिए ताकि उन्हें किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि इन बालिकाओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहायता प्रदान करने को विस्तृत योजना तैयार की जाए।

उन्होंने इस आश्रम की बालिकाओं की प्रतिभा की भी सराहना की और अधिकारियों को उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने को कहा ताकि वे जीवन में आगे बढ़ सकें और राष्ट्र विकास में योगदान देने में सक्षम हो पाएं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली बालिकाओं को ऐच्छिक निधि से 51 हजार रुपये की राशि देने की घोषणा की।

विधायक रोहित ठाकुर, जगत सिंह नेगी, राजेश धर्माणी, इंद्रदत्त लखनपाल, सुंदर सिंह ठाकुर, केवल सिंह पठानिया, संजय अवस्थी एवं सुरेश कुमार, पूर्व विधायक सोहन लाल, मुख्य सचिव आर.डी. धीमान, प्रधान सचिव सुभासीष पंडा, उपायुक्त शिमला आदित्य नेगी, अतिरिक्त निदेशक एकता काप्टा, पुलिस अधीक्षक डॉ. मोनिका भी इस अवसर पर उपस्थित थे। 


हिमाचल में नई कांग्रेस सरकार ने शपथ ली

Sunday:11th December 2022 at 5:01 PM

सुखविंदर सिंह सुक्खू मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री उप- मुख्यमंत्री 
शिमला: 11 दिसंबर 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::
राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज शिमला के रिज पर आयोजित एक भव्य समारोह में सुखविंदर सिंह सुक्खू को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई। राज्यपाल ने इस अवसर पर मुकेश अग्निहोत्री को प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ भी दिलाई।
राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी व प्रियंका गांधी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी राजीव शुक्ला, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ राष्ट्रीय कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक, पूर्व केंद्रीय मंत्री पवन बंसल और आनंद शर्मा, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रतिभा सिंह, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रणदीप सुरजेवाला, जितेंद्र बिट्टू और सचिन पायलट, मुख्यमंत्री और उप-मुख्यमंत्री के परिजन, विधायकगण, कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेता, वरिष्ठ अधिकारी तथा हिमाचल प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों से आए लोग भारी संख्या में इस अवसर पर उपस्थित थे। कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की।

मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का जीवन परिचय
स्वर्गीय श्री रसील सिंह के सुपुत्र श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू का जन्म 27 मार्च, 1964 को नादौन, जिला हमीरपुर में हुआ। उन्होंने एम.ए., एल.एल.बी. की शिक्षा ग्रहण की है तथा उनका विवाह श्रीमती कमलेश ठाकुर से हुआ। उनकी दो सुपुत्रियां हैं।

वह वर्ष 1981-82 तथा 1982-83 में राजकीय स्नातक महाविद्यालय संजौली शिमला के कक्षा प्रतिनिधि रहे। वर्ष 1983-1984 में वह राजकीय स्नातक महाविद्यालय संजौली, शिमला के महासचिव निर्वाचित हुए तथा वर्ष 1984-85 में राजकीय डिग्री महाविद्यालय संजौली के अध्यक्ष निर्वाचित किए गए।

वर्ष 1985-86 के दौरान वह हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के विधि विभाग के विभागीय प्रतिनिधि रहे तथा वर्ष 1989-95 तक राज्य युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1995-1998 तक वह प्रदेश युवा कांग्रेस के महासचिव, वर्ष 1998-2008 तक प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष रहे। वर्ष 1992-97 और 1997-2002 तक वह दो बार नगर निगम शिमला के पार्षद चुने गए। वर्ष 2008 से 2012 तक वह प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महासचिव और 8 जनवरी, 2013 में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष बने।

वर्ष 2003 और वर्ष 2007 में वह प्रदेश विधान सभा के लिए निर्वाचित हुए। वर्ष 2007-12 तक कांग्रेस विधायक दल के मुख्य सचेतक रहे।

श्री सुखविंदर सिंह सुक्खू दिसंबर, 2017 में तीसरी बार विधायक के रूप में चुने गए और सार्वजनिक उपक्रम, विशेषाधिकार और व्यापार सलाहकार समितियों के सदस्य के रूप में नामित हुए।
दिसंबर, 2022 में वह चौथी बार फिर प्रदेश विधानसभा के लिए चुने गए हैं और आज मुख्यमंत्री पद का पदभार ग्रहण किया।

उप-मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री का जीवन परिचय
श्री मुकेश अग्निहोत्री का जन्म स्वर्गीय श्री ओंकार चन्द शर्मा के घर 9 अक्तूबर, 1962 को हुआ। वह मूल रूप से गाँव व डाकघर गोंदपुर, जिला ऊना से संबंध रखते हैं।

उन्होंने बी.एस.सी., लोक सम्पर्क एवं विज्ञापन में स्नातकोत्तर डिप्लोमा और एम.एस.सी गणित की शिक्षा ग्रहण की है। उनका विवाह श्रीमती सिम्मी अग्निहोत्री से हुआ और उनकी एक पुत्री है।

उन्होंने लगभग 15 वर्षों तक देश के विभिन्न प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में कार्य किया। वह हिमाचल प्रदेश सरकार की प्रेस प्रत्यायन कमेटी के सदस्य, राज्य प्रेस सलाहकार समिति के सदस्य, हि.प्र. विधानसभा की प्रेस गैलरी समिति के सदस्य और राज्य सरकार की पहाड़ी भाषा समिति के सदस्य रह चुके हैं। इसके अलावा, वह प्रेस क्लब, शिमला, हिमाचल प्रदेश कांग्रेस समिति के महासचिव और प्रदेश कांग्रेस समिति के मीडिया सैल के महासचिव रह चुके हैं।

मार्च, 2003 में वह पहली बार संतोखगढ़ (अब हरोली) विधानसभा से प्रदेश विधानसभा के लिए निर्वाचित हुए। उसके उपरांत वह वर्ष 2007, 2012, 2017 और 2022 में प्रदेश विधानसभा सदस्य के रूप में पांचवीं बार निवाचित हुए।
 
श्री मुकेश अग्निहोत्री 2003 से 2005 तक मुख्य संसदीय सचिव तथा हिमाचल प्रदेश सरकार के आवास बोर्ड के अध्यक्ष नियुक्त किए गए। दिसंबर 2012 से 2017 के कार्यकाल के दौरान उन्होंने प्रदेश के उद्योग, श्रम एवं रोज़गार, संसदीय मामले और सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं दीं। वर्ष 2017 से 2022 तक वह सदन में नेता प्रतिपक्ष रहे।  

दिसंबर, 2022 में वह 14वीं विधानसभा के लिए पुनः निर्वाचित हुए हैं और प्रदेश के उप-मुख्यमंत्री का कार्यभार संभाला है।

कांग्रेस सत्ता का नया अध्याय-सुखविंद्र सुक्खू होंगे हिमाचल के 15वें मुख्यमंत्री

Sunday 11th December 2022 at 2:30 AM

आंतरिक कलह भी नियंत्रित-अग्निहोत्री होंगें उपमुख्यमंत्री-आज शपथ  


     हिमाचल में कांग्रेस की सत्ता का नया अध्याय  शुरू  होने को है 


शिमला: 11 दिसंबर 2022: (देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

सत्ता आने पर भी विनम्र रहना  बने रहना और सत्ता जाने पर भी विनम्र रहना यही होता है
वास्तवकि शिष्टाचार-मुख्यमंत्री के तौर पर चयनित श्री सुखविंदर सुक्खू ने विदा ले रहे
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर से शिष्टाचार भेंट की  
शिमला में सत्ता और सियासत का नया अध्याय शुरू होने को है। जब कांग्रेस मुक्त भारत की बातें ज़ोर पकड़ रहीं थी उस समय कांग्रेस ने पर्वत्तीय प्रांत हिमाचल  प्रदेश में नई पारी शुरू करने की है। चुनावी विजय के तुरंत बाद  आंतरिक कलह पर भी कांग्रेस विजय पाने में सफल रही है। हिमाचल में कांग्रेस सत्ता अब इस पर्वतीय भूमि के  गहरे से जुड़ने वाली है। चुनावों के बाद आए परिणामों के बाद का झमेला भी तकरीबन खत्म हो चूका है और अब सुखविंद्र सुक्खू हिमाचल के 15वें मुख्यमंत्री होंगें। इसी मौके पर यह भी तय हुआ कि मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री बनेंगे। आज अर्थात त 11 दिसंबर को ही शपथ की रस्म भी अदा होगी। हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की पत्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने चुनावी नतीजों के बाद से ही परोक्ष रूप से खुद को मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में पेश कर दिया था लेकिन उनका दबाव भी आज मुख्यमंत्री के नाम का चयन करते वक्त काम नहीं आया। 

हाई कमान की तरफ से सुक्खू के नाम पर मुहर लगने के बाद शनिवार शाम शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इसमें सुक्खू को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया गया। शपथ ग्रहण  समारोह आज पारम्परिक उत्साह के साथ होगा। सभी गणमान्य इसमें शामिल होंगें।  उपलब्धियों का एक नया दौर शुरू होने को है। कांग्रेस की हिमाचल विजय ने अपना प्रभाव 2024  में भी दिखाना है। Chief Minister designate Shri Sukhvinder Singh calls on out going Chief Minister Shri Jai Ram Thakur at Oak Over, Shimla today. It was a courtesy call.

मुख्यमंत्री के नाम का चयन भी आसान नहीं रहा। इस हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री का रास्ता आखिरकार दिल्ली की हरी झंडी से आज शनिवार को ही साफ हो गया था। कांग्रेस की आंतरिक गुटबंदी को भी बहुत ही सफलता से नियंत्रित कर लिया गया। चार बार  विधायक रहने के साथ साथ पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू को आखिर हिमाचल प्रदेश का 15वां मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया। इसके अलावा मौजूदा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे मुकेश अग्निहोत्री उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हो गईं। रविवार को शिमला के रिज मैदान पर दोपहर 1:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। अब जल्द ही मंत्रियों के नाम भी तय होंगे। इन नामों की घोषणा भी जल्द ही हो जाएगी। इस तरह एक नई सरकार हिमाचल के राजनैतिक दृश्य पर सामने आने वाली है। 

सुक्खू का चुनाव उनके यूथ से जुड़े रहने की खूबी को देखते हुए भी किया गया। कांग्रेस  हाई कमान की तरफ से सुक्खू के नाम पर मुहर लगने के बाद शनिवार शाम शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी हुई। इसमें सुक्खू को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के अलावा नवनिर्वाचित पार्टी के विधायक, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला समेत पार्टी के कई नेता मौजूद रहेंगे। इस तरह पंजाब से भी कई लोग इससमारोह में शामिल होने के लिए पहुच सकते हैं। 

युवा शक्ति में सक्रिय भूमिका निभाते रहे सुक्खू वास्तव में एन एस यू आई के रास्ते ही हिमाचल प्रदेश की राजनीति में बहुत ही असरद दायिक ढंग से आगे आए थे। सुक्खू करीब छह साल तक पार्टी प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं। उम्र के लिहाज़ से 58 वर्षीय सुक्खू राज्य में कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष पद पर भी काम कर चुके हैं। इसके साथ ही वह  हमीरपुर जिले की नादौन विधानसभा सीट से भी विधायक चुने गए हैं। जो चुनौतियाँ अब इस ताजपोशी के बाद कांग्रेस के सामने जी चुनौतियां आएंगी उनका सामना भी सुक्खू ही प्रभावी ढंग से कर पाएंगे। आजकल सियासत बेहद शातराना भी हो चली है। उस सियासत के खेल खेलने के लिए उसी तरह की गुणवत्ता और क्षमता के लोग ही अच्छे परिणाम ला पाएंगे। 

हिमाचल में गुटबंदी की यह समस्या तब खड़ी हुई जब हिमाचल प्रदेश में प्रतिभा वीरभद्र सिंह खेमे के समानांतर सुक्खू का नया धड़ा उभरा है। इस वजह से कुछ तनाव काफी समय से चला आ रहा है। इसके बावजूद कांग्रेस ने इन चुनावों में अपनी विजय दर्ज की। उम्मीद करनी चाहिए कि यह सत्ता भी लोगों की अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी।अब भी फ़िलहाल गुटबंदी का खतरा  दब चुका है।  

लेकिन कल शाम तक स्थिति गंभीर थी। मुख्यमंत्री के नाम का चुनाव  गुटबंदी के कारण आसान नहीं था। इस चुनाव के लिए शुक्रवार को कांग्रेस विधायक दल ने एक सिंगल लाइन प्रस्ताव बनाकर कांग्रेस हाईकमान  को दिल्ली भेजा था। अब हाईकमान ने ही तय करना था कि मुख्यमंत्री कौन होगा। इसके बाद शनिवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर में फिर से कांग्रेस विधायक दल की एक बैठक 5:00 बजे शुरू हुई। इस बैठक पर भी सभी की नज़रें थी। इसलिए यह बैठक भी दिलचस्प थी। 

इस बैठक में सुक्खू खेमे सहित कांग्रेस के ज़्यादातर विधायक शामिल हुए। मुकेश अग्निहोत्री इस बैठक में देरी से पहुंचे।  वह करीब 5:45 बजे बैठक में पहुंचे। वह होटल सिसिल में अपने कुछ समर्थक विधायकों के साथ बैठक भी करते रहे। शिमला में प्रतिभा वीरभद्र सिंह गुट के कुछ नेताओें ने सुक्खू के खिलाफ नारेबाज़ी भी पुरे ज़ोरशोर से की। हालांकि, सुक्खू को मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री को उपमुख्यमंत्री घोषित करने के बाद माहौल कुछ शांत हो गया। आखिर पार्टी अनुशासन की कदर  भी हैं।   

इस तरह सभी मतभेदों पर सहमति की मोहर लगाते हुए सर्वसम्मति से सुखविंद्र सिंह सुक्खू को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। इस तरह अब सुक्खू मुख्यमंत्री होंगे, जबकि मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री होेेंगे। आज शपथ ग्रहण समारोह में सभी औपचारिकताएं पूरी कर जाएंगी। हिमाचल में कांग्रेस सत्ता का नया अध्याय शुरू हो। 

Monday, October 31, 2022

सरदार पटेल की 146वीं जयंती पर शिमला में विशेष आयोजन

 31st October 2022 at 4:44 PM

संकल्प रंगमंडल ने नुक्कड़ नाटक से गिनाई उपलब्धियां

शिमला: 31 अक्टूबर 2022: (पलटु राम//देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार तथा राष्ट्रीय संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के सौजन्य से हिमाचल प्रदेश की अग्रणी नाट्य संस्था संकल्प रंगमंडल शिमला ने 31 अक्तूबर 2022 को सरदार वल्लभ भाई पटेल की 146वी जयंती के विशेष अवसर पर शिमला के दो प्रतिष्ठित स्थानों सेंट थॉमस स्कूल, शिमला व ऐतिहासिक गेयटी थिएटर के मुक्ताकाशी रंगशाला में अपने नुक्कड़ नाटक 'एक भारत श्रेष्ठ भारत' का मंचन करने किया।

उल्लेखनीय है कि 31 अक्टूबर को भारत के पहले उप प्रधान मंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती है। हर साल इस दिन को नेशनल यूनिटी-डे या राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस साल सरदार वल्लभ भाई पटेल की 146वीं जयंती है। सरदार वल्लभ भाई पटेल ने 560 रियासतों को भारत संघ में एकीकृत करने में अहम भूमिका निभाई थी। राष्ट्र को एकजुट करने के लिए सरदार पटेल के किए प्रयासों को स्वीकार करने के लिए राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है।

राष्ट्रीय
एकता की दिशा में
उनके प्रयासों ने सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत के लौह पुरुष के रूप में संदर्भित किया है। वल्लभ भाई पटेल के योगदान का सम्मान करने के लिए हर साल 31 अक्टूबर को यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है जबकि केंद्र सरकार ने 2014 में 31 अक्टूबर को सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया था।

1939 में हरिपुरा कांग्रेस अधिवेशन में जब देशी रियासतों को भारत का अभिन्न अंग मानने का प्रस्ताव पारित कर दिया गया तभी से सरदार पटेल ने भारत के एकीकरण की दिशा में कार्य करना प्रारंभ कर दिया तथा अनेक देशी रियासतों में प्रजा मण्डल और अखिल भारतीय प्रजा मण्डल की स्थापना करवाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

इस तरह लौह पुरुष सरदार पटेल ने अत्यंत बुद्धिमानी और दृढ़ संकल्प का परिचय देते हुए वी पी मेनन और लार्ड माउंट बेटन की सलाह व सहयोग से अंग्रेजों की सारी कुटिल चालों पर पानी फेरकर नवंबर 1947 तक 565 देशी रियासतों में से 562 देशी रियासतों का भारत में शांतिपूर्ण विलय करवा लिया।

भारत की आजादी के बाद भी 18 सितंबर 1948 तक हैदराबाद अलग ही था लेकिन लौह पुरुष सरदार पटेल ने हैदराबाद के निजाम को पाठ पढ़ा दिया और भारतीय सेना ने हैदराबाद को भारत के साथ रहने का रास्ता खोल दिया।

भारत के 2/5  भाग क्षेत्रफल में बसी देशी रियासतों जहां तत्कालीन भारत के 42 करोड़ भारतीयों में से 10 करोड़ 80 लाख की आबादी निवास करती थीए उसे भारत का अभिन्न अंग बना देना कोई मामूली बात नहीं थी। इतिहासकार सरदार पटेल की तुलना बिस्मार्क से भी कई आगे करते है क्योंकि बिस्मार्क ने जर्मनी का एकीकरण ताकत के बल पर किया और सरदार पटेल ने ये विलक्षण कारनामा दृढ़ इच्छाशक्ति व साहस के बल पर कर दिखाया। उनके इस अद्वितीय योगदान के कारण 1991 में मरणोपरांत उन्हें भारत रत्न के सर्वोच्च सम्मान से अलंकृत किया गया।

संकल्प रंगमंडल शिमला के लिए यह गौरव का विषय है कि आज़ादी के अमृत महोत्सव के अंतर्गत ऐसी असामान्य विभूति की जयंती के अवसर पर इस कार्यक्रम से उनको नमन करने की प्रयास कर पा रही है स संकल्प रंगमंडल शिमला इस कार्यक्रम के लिए संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार और राष्ट्रीय संगीत नाटक अकादेमी नई दिल्ली का आभार व्यक्त करता है।

पात्र परिचय

रोहित कौशल, अश्वनी, माणिकान्त शर्मा, कमल चार्ली, आदियान काल्टा, आशीष कुमार, श्वेता चंदेल और श्रुति ने अपने अभिनय से मन मोहा। लेखन व निर्देशन सोहन कपूर, परिकल्पना केदार ठाकुर और प्रोडक्शन इंचार्ज नरेश कुमार मीन्चा थे।

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Wednesday, July 13, 2022

90 करोड़ रुपये लागत की 23 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास

 13th July 2022 at 4:59 PM

 मुख्यमंत्री ने हमीरपुर जिला में किए सभी शुभारम्भ 


शिमला
: 13 जुलाई 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

मुख्यमंत्री ने हमीरपुर जिला के भोरंज विधानसभा क्षेत्र में 90 करोड़ रुपये लागत की 23 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास किए

भोरंज में राज्य विद्युत बोर्ड का मण्डल, समीरपुर में जल शक्ति विभाग का उप-मण्डल व भोरंज में सब जज कोर्ट खोलने की घोषणा की

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला हमीरपुर की भोरंज विधानसभा क्षेत्र के कंज्याण में लगभग 90 करोड़ रुपये लागत की 23 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण व शिलान्यास किए।

मुख्यमंत्री ने कंज्याण में जनसभा को सम्बोधित करते हुए भोरंज में हिमाचल प्रदेश राज्य विद्युत बोर्ड का मण्डल और समीरपुर में जल शक्ति विभाग का उप-मण्डल खोलने, भोरंज में सब जज कोर्ट खोलने, भोरंज में सैनिक विश्राम गृह खोलने, पंजोट में नया प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र भरेड़ी को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने, राजकीय उच्च विद्यालय लदरौर को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने, राजकीय माध्यमिक पाठशाला खतरवार्ड, नगरोटा गजियां तथा जोर कोटा को राजकीय उच्च पाठशाला में स्तरोन्नत करने की घोषणा की। उन्होंने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला अमरोह में विज्ञान और वाणिज्य कक्षाएं तथा वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भुकड़ में वाणिज्य कक्षाएं आरम्भ करने की घोषणा की। उन्होंने डेरा परोल में खेल छात्रावास खोलने की भी घोषणा की। उन्होंने बालवनी और टिक्कर में खाद्यान्न गोदाम खोलने की घोषणा की। उन्होंने बराड़ में आयुर्वेदिक औषधालय तथा कराह में स्वास्थ्य उप-केन्द्र खोलने की घोषणा की। उन्होंने क्षेत्र के विभिन्न सम्पर्क मार्गों के निर्माण के लिए 50 लाख रुपये प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री आरोग्य पशुधन योजना के अन्तर्गत आने वाले बाहन्वीं, टिक्करी मिन्हासा, यान्वी, दयोग, बगवाड़ा, लदरौर और अमन में स्थित पशु औषधालयों को सभी अपेक्षित मापदण्ड पूर्ण होने की स्थिति में नियमित औषधालय में परिवर्तित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में ओपन ज़िम स्थापित करने के लिए हर सम्भव सहायता प्रदान की जाएगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि भोरंज विधानसभा क्षेत्र के एक दिवसीय दौरे के दौरान उन्होंने 90 करोड़ रुपये लागत की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए हैं। यह दर्शाता है कि वर्तमान प्रदेश सरकार के कार्यकाल में इस क्षेत्र का चहंुमुखी विकास हुआ है। उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं ने विकास के मामले में इस क्षेत्र की पूरी तरह से अनदेखी की और अब यह नेता क्षेत्र में हो रहे समग्र विकास को पचा नहीं पा रहे हैं।

जय राम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेसी नेता विकास के मामले में प्रदेश की जनता के गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अपार स्नेह से प्रदेश को बहुत लाभ हुआ है। उन्होंने कहा कि प्रदेश को 800 करोड़ रुपये की विशेष सहायता प्रदान करने के अलावा प्रधानमंत्री ने केन्द्र की सभी परियोजनाओं के लिए वित्तपोषण के 90ः10 के औसत को बहाल कर प्रदेश के विशेष श्रेणी के दर्जे को बहाल किया है। इसके अतिरिक्त, वर्तमान राज्य सरकार के चार वर्षों का कार्यकाल पूर्ण होने के उपलक्ष्य में मण्डी मंे आयोजित समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने 10 हजार करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज वैश्विक नेता के रूप में उभरे हैं, जबकि कांग्रेस पार्टी से सम्बन्ध रखने वाले प्रधानमंत्री वैश्विक मंचों पर अपनी उपस्थिति दर्ज करवाने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश में कुछ कांग्रेसी नेता अपना आपा खो रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोग इन नेताओं को समय आने पर मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कांग्रेसी नेताओं पर प्रदेश के हितांे की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे आगामी विधानसभा चुनावों में सत्ता में आने के सपने देख रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता कांग्रेसी नेताओं के लुभावने वादों के बहकावे में नहीं आएगी।

बेरोजगारी के लिए पिछली कांग्रेस सरकार की खराब नीतियों को जिम्मेदार ठहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने युवाओं को रिकॉर्ड रोज़गार के अवसर उपलब्ध करवाए हैं। उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में चिटों पर रोज़गार दिया जाता था, जबकि वर्तमान राज्य सरकार भर्ती प्रक्रिया में पूर्ण पारदर्शिता सुनिश्चित कर रही है।

मुख्यमंत्री ने लीला देवी को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान की

हमीरपुर जिले के भोरंज विधानसभा क्षेत्र के कंज्याण में आज एक बार फिर गरीबों, जरूरतमंदों और दलितों के प्रति मुख्यमंत्री की संवेदनशीलता तब देखने को मिली जब जनसभा के बीच मुख्यमंत्री लीला देवी की पीड़ा सुनने के लिए मंच से नीचे उतर आए। लीला देवी हमीरपुर जिले के नाहलवीं गांव में पिछले सोलह साल से लकवे से पीड़ित अपने पति को लेकर आई थीं।

मुख्यमंत्री ने तत्काल महिला को एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की और आश्वासन दिया कि यह राशि आज ही उसके बैंक खाते में हस्तांतरित कर दी जाएगी। उन्होंने लीला देवी को उनकी बेटी की शिक्षा के लिए भी राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।

इससे पहले, जय राम ठाकुर ने जाहू में 3.70 करोड़ रुपये लागत से निर्मित 33/11केवी उप-केन्द्र, उठाऊ जलापूर्ति योजना जखयोल द्वितीय और उठाऊ जलापूर्ति योजना करोटा के अन्तर्गत आंशिक रूप से शामिल आबादी के लिए 2.81 करोड़ रुपये लागत की उठाऊ जलापूर्ति योजना, तहसील भोरंज में 12.63 करोड़ रुपये लागत से उठाऊ जलापूर्ति योजना मलियां सधरैण के प्रथम चरण से चौथे चरण के सुधार एवं संवर्द्धन कार्य, गांव जिजवीं में 5.16 करोड़ रुपये की लागत से सम्पर्क सड़क के उन्नयन, 2.86 करोड़ रुपये से बस्सी बदयाना लावनी और मनोह सड़क के  उन्नयन, 5.22 करोड़ रुपये की लागत के कांगू गलू से अमरोह वाया कलाहू सड़क के उन्नयन, 3.56 करोड़ रुपये की लागत के भरेड़ी भौर सुलगाण सड़क के उन्नयन, 2.65 करोड़ रुपये से गांव धिरड़ वाया दादू बडोह के सम्पर्क मार्ग, हमीरपुर जाहू सड़क पर सीर खड्ड/जबोटी खड्ड पर 4.52 करोड़ रुपये से निर्मित गर्डर सिंगल लेन पुल, बधानी में 31 लाख रुपये की लागत से निर्मित स्वास्थ्य उप-केन्द्र भवन, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भोरंज में 10 लाख रुपये से निर्मित कोविड केयर केन्द्र और भोरंज में 25 लाख रुपये की लागत से निर्मित प्लांट हैल्थ क्लीनिक का लोकार्पण किया। उन्होंने भोरंज में अग्निशमन चौकी का भी उद्घाटन किया। 

मुख्यमंत्री ने भोरंज निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत 7.06 करोड़ रुपये की लागत से किए जाने वाले कुनाह खड्ड के चैनलाइजेशन कार्य, तहसील भोरंज में 3.88 करोड़ रुपये लागत की उठाऊ जलापूर्ति योजना मलियां सधरियाण के दूसरे चरण, भोरंज विधानसभा क्षेत्र में 2.18 करोड़ रुपये लागत के जल एवं स्वच्छता समिति केन्द्र के निर्माण कार्य, भोरंज में 23.62 करोड़ रुपये लागत के 100 बिस्तरों वाले नागरिक अस्पताल, 100 बिस्तरों वाले नागरिक अस्पताल भोरंज में 55 लाख रुपये लागत सेे 50 बिस्तरों पर कोविड के लिए ट्यूबिंग सहित मैनिफोल्ड सिस्टम उपलब्ध करवाने और कोविड रोगियों के लिए नवनिर्मित ब्लॉक में ऑक्सीजन गैस पाइपलाइन, 95 लाख रुपये लागत के प्राथमिक स्वास्थ केंद्र चम्बोह, भोरंज में 2.06 करोड़ रुपये लागत के मंडलीय कार्यालय भवन, लोक निर्माण विभाग भोरंज के कर्मचारियों के लिए 2.51 करोड़ रुपये लागत के आवास,  राजकीय डिग्री महाविद्यालय भोरंज स्थित तरक्वाड़ी में 1.01 करोड़ रुपये की लागत के पुस्तकालय भवन और राजकीय डिग्री महाविद्यालय भोरंज में 1.21 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले स्टेडियम का शिलान्यास किया।

उन्होंने इस अवसर पर भोरंज क्षेत्र के लिए आधुनिक अग्निशमन वाहन को भी हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

उप-मुख्य सचेतक एवं स्थानीय विधायक कमलेश कुमारी ने अपने गृह विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए कहा कि भोरंज क्षेत्र पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और पूर्व शिक्षा मंत्री आई.डी. धीमान की कर्मस्थली रही है और मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के नेतृत्व वाली वर्तमान राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि क्षेत्र में विकास की गति निर्बाध रूप से चलती रहे। उन्होंने क्षेत्र के विकास का श्रेय केंद्रीय मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर को भी दिया। उन्होंने भोरंज क्षेत्र की विकासात्मक मांगों के प्रति सदैव संवेदनशील रहने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि 16 बिस्तरों वाले भोरंज अस्पताल को 100 बिस्तरों वाले अस्पताल के रूप में स्तरोन्नत किया गया है, जिससे क्षेत्र के लोगों को सुविधा प्राप्त हुई है। आज अस्पताल में चार विशेषज्ञ चिकित्सकों के अलावा अन्य कई डॉक्टर उपलब्ध हैं। उन्होंने क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक योजनाओं की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री के समक्ष विकासात्मक मांगें भी प्रस्तुत कीं।

भोरंज भाजपा मंडलाध्यक्ष देशराज शर्मा ने क्षेत्र के लिए करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि जब भी भाजपा सत्ता में आई है, भोरंज क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास हुआ है। उन्होंने क्षेत्र के अभूतपूर्व विकास का श्रेय केंद्र और राज्य की डबल इंजन सरकारों को दिया।

इस अवसर पर हिमाचल पथ परिवहन निगम के उपाध्यक्ष विजय अग्निहोत्री, कौशल विकास निगम के राज्य संयोजक नवीन शर्मा, जिला भाजपा अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक बलदेव शर्मा और क्षेत्र के वरिष्ठ भाजपा नेता कमल नयन, उपायुक्त देबश्वेता बनिक तथा पुलिस अधीक्षक आकृति शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।

Tuesday, July 12, 2022

राज्यपाल ने जनरल जे.जे. सिंह द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन किया

12th July 2022 at 7:46 PM

 पुस्तक का नाम है मैकमोहन लाईनः ए सेंचरी ऑफ डिस्कॉर्ड 

शिमला:12 जुलाई 2022: (देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

हिमाचल की प्राकृतिक सुंदरता और पहाड़ी लोगों की विनम्रता उसे देवभूमि बनाती हैं। दिव्यता का अहसास कराती है। इस सब के साथ साथ वहां के जनजीवन में साहित्य, ज्ञान और मौजूदा समस्यायों पर कलम की बातें भी जारी रहती हैं। हर क्षेत्र से सबंधित पुस्तकों का प्रकाशन और विमोचन होता रहता है। इस सिलसिले में कभी कोई लम्बा अंतराल या विराम नहीं आता। आज भी राजभवन शिमला में पुस्तक का विमोचन हुआ।राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज यहां जनरल जे.जे. सिंह (सेवानिवृत्त) द्वारा लिखित पुस्तक मैकमोहन लाईनः ए सेंचरी ऑफ डिस्कॉर्ड का विमोचन किया। जनरल जे.जे. सिंह अरुणाचल प्रदेश के पूर्व राज्यपाल और पूर्व चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ रहे हैं। यह पुस्तक सेना में कार्यकाल के दौरान भारत चीन सीमा विवाद पर उनके अनुभवों व शोध पर आधारित है।

इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि इस किताब से हमें निश्चित रूप से नया ज्ञान व अनुभव प्राप्त होगा। सामरिक दृष्टि से हमारा दृष्टिकोण क्या होना चाहिए और इसके लिए हमें किस तरह की तैयारियां करनी चाहिए, जनरल जे.जे. सिंह ने अपने अनुभवों, शोध एवं व्यवहारिक ज्ञान के आधार पर यह जानकारी पुस्तक के माध्यम से दी है, जो कि बहुत लाभदायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि हमारा देश हर तरह की समस्या के समाधान के लिए पूरी तरह सक्षम और तैयार है, परन्तु यह पुस्तक हमें अपने इतिहास को जानने और समझने का अवसर प्रदान करती है। इसके लिए जनरल जे.जे. सिंह की सराहना के पात्र हैं।
राज्यपाल ने कहा कि लोग मैकमोहन रेखा के बारे में बहुत कम जानते हैं। जनरल जे.जे. सिंह ने इस विषय पर अपने ज्ञान को बखूबी प्रस्तुत किया है। उन्होंने कहा कि भारत और चीन के बीच बातचीत के माध्यम से ही समाधान निकाला जा सकता है। उन्होंने कहा कि बातचीत के माध्यम से समाधान ही भारत के इतिहास का अभिन्न अंग रहा है। शांति हमारे समृद्ध इतिहास का अभिन्न अंग है। हम इस तरह की समस्याओं का शांतिप्रिय समाधान चाहते हैं। लेकिन अगर कोई हम पर आक्रमण करता है तो हम उसका जवाब देने में भी सक्षम हैं।  
उन्होंने कहा कि यह महत्वपूर्ण है कि जनरल जे.जे. सिंह ने इस संवेदनशील विषय पर पुस्तक की रचना की है। इस पुस्तक में मैकमोहन रेखा क्षेत्र से सम्बन्धित राजनीति, इतिहास और भूगोल पर विशेष ध्यान दिया गया है। इस पुस्तक में उन अनेक तथ्यों को उजागर किया है, जो कूटनीतिक आधार पर चल रही बातचीत के दृष्टिगत महत्वपूर्ण हैं।
राज्यपाल ने कहा कि यह पुस्तक पाठकों के लिए रूचिकर सिद्ध होगी और समस्या के समाधान का रास्ता दिखाएगी। 
जनरल जे.जे. सिंह ने बताया कि यह पुस्तक भारत चीन विवाद पर उनके छह वर्षों के गहन अध्ययन और शोध पर आधारित है। उन्होंने इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी भी प्रदान की। यह उनके द्वारा लिखित द्वितीय पुस्तक है।इस अवसर पर मैकमोहन रेखा पर आधारित एक लघु फिल्म भी प्रस्तुत की गई। 
इस अवसर पर लेफ्टिनेंट जनरल प्रदीप बाली ने भी अपने विचार व्यक्त किए।

Tuesday, July 5, 2022

युवा नवोन्मेषी कलाकार अपूर्व ने राज्यपाल को पेंटिंग भेंट की

5th July 2022 at 10:32 PM

श्रवण बाधित दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में ला रहे हैं अपूर्व ओम  


शिमला: 05 जुलाई 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो):: 
अपूर्व ओम कलाकार एक ऐसा युवा जिसने इस बात को साबित किया कि हिम्मत करे इंसान तो क्या काम है मुश्किल। कानों से सुनने की समस्या और आंखों की रौशनी भी काम लेकिन इसके बावजूद अपूर्व ने निरंतर साधना की। यह साधना सफल भी हुई। मंत्रियों और राज्य सरकारों से लेकर राष्ट्रपति तक से सम्मान मिला। अब इस युवक ने हिमाचल में भी पाँव रखे जिससे यहां की प्राकृतिक सुंदरता से भरी भूमि हुई पावन भूमि भी धन्य हुई। यहां के लोगों ने भी अप्प्पूर्व से प्रेरणा ली कि  कैसे कठिनाईयों पर विजय प्राप्त कर के आगे बढ़ा जाता है। 

श्रवण बाधित दिव्यांगजनों को मुख्यधारा में लाने के लिए कार्यशील युवा कलाकार एवं दिल्ली से कार्यकर्ता अपूर्व ओम ने आज राजभवन में राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर से भेंट की। इस अवसर पर राज्यपाल को युवा कलाकार ने स्वयं  बनाया गया उनका चित्र भेंट किया। यह सच मच यादगारी पल थे। इस कलाकार का आना सभी कला प्रेमियों के लिए बहुत ही सुखद अनुभव रहा। 
हिमाचल सर्कार से भी इस कलाकार को अपार स्नेह मिला। राज्यपाल ने उन्हें हिमाचली टोपी और शॉल भेंट कर सम्मानित किया और उनकी प्रतिभा की सराहना की। विभिन्न विषयों पर उनके द्वारा बनाए गए चित्र स्वयं अपनी कहानी बयां करते हैं, जिसके चलते उन्हें संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्यों के लिए एक युवा अधिवक्ता के रूप में सम्मानित किया गया है तथा भारत के राष्ट्रपति द्वारा दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। दिव्यांगजनों  हिम्मत और प्रेरणा बन कर उभरा है अपूर्व। 
इस सुअवसर पर राज्यपाल ने कहा कि यह सराहनीय है कि वह पहले से उपलब्ध अनेक डिजिटल तकनीकों का उपयोग करने की वकालत करते हैं, जैसे कि वॉयस-टू-टेक्स्ट ऐप, जो कि दिव्यांगजनों को एक-दूसरे के साथ संवाद करने में सहायता प्रदान करते हैं। इससे तकनीक का युग उनके लिए भी सहायक बन रहा है। 
गौतरतलब है कि अपूर्व एक योग प्रशिक्षक, स्केच कलाकार और 2डी/3डी हैंगिंग मॉडल आर्किटेक्ट भी हैं और उन्होंने दुनिया भर की प्रमुख हस्तियों से भेंट कर उन्हें अपनी कलाकृतियां प्रस्तुत की हैं।
इस अवसर पर राज्यपाल के सचिव राजेश शर्मा भी उपस्थित थे। बहुत से कलाकारों और कला संगठनों ने अपूर्व की प्रशंसा की है। 

Sunday, June 12, 2022

फीचर//प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना

 12th June 2022 at 7:24 PM

प्राकृतिक खेती अपनाकर खुशहाल हो रहे सिरमौर ज़िला के किसान  

बागवानों के लिए भी है यहां पर कई खुशखबरियां 

संकेतक तस्वीरों का कोलाज इस आलेख के लिए देवभूमि स्क्रीन डेस्क ने बनाया

सिरमौर
:12 जून 2022: (देवभूमि स्क्रीन)::

प्रदेश सरकार द्वारा कार्यान्वित की जा रही महत्वाकांक्षी प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना प्रदेश के किसानों-बागवानों की आर्थिकी को संबल प्रदान कर रही है। खेती की इस तकनीक को अपनाने से कृषि उत्पादन में बढ़ोतरी के साथ-साथ लागत मूल्य में भी कमी आती है।  

प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना को अपना कर प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों के साथ-साथ जिला सिरमौर के किसान भी खुशहाली के पथ पर अग्रसर हो रहे हैं।

सिरमौर ज़िला में कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंधन अभिकरण, आत्मा द्वारा किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए समय-समय पर प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है। कृषि विभाग द्वारा पिछले तीन वर्षाे में 411 प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया गया, जिसके अर्न्तगत 16 हजार 133 किसानों ने प्रशिक्षण प्राप्त किया और 10 हजार 324 किसानों ने प्राकृतिक खेती को अपनाया है। जिला में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत एक हजार 29 हेक्टेयर भूमि पर प्राकृतिक तरीके से खेती की जा रही है।

इस योजना के अंतर्गत ग्राम पंचायत, जिला एवं राज्य स्तर पर 2 से 6 दिवसीय प्रशिक्षण शिविरों का आयोजन किया जाता है। प्रशिक्षण के दौरान किसानों के लिए कृषक भ्रमण कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है, ताकि किसान विभिन्न क्षेत्रों में जाकर प्राकृतिक खेती के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर सकें।

प्राकृतिक खेती द्रव्य उत्पादन के लिए प्लास्टिक ड्रम पर 75 प्रतिशत या अधिकतम 750 रुपये प्रति ड्रम की दर से 3 ड्रम खरीदने पर अनुदान दिया जाता है। इसी तरह, गौशाला के फर्श निर्माण के लिए 80 प्रतिशत या अधिकतम 8 हजार रुपये का अनुदान दिया जाता है। देसी गाय की खरीद पर सरकार द्वारा किसानों को 50 प्रतिशत या अधिकतम 25 हजार रुपये अनुदान दिया जाता हैै।

प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के लाभार्थी नाहन विकास खण्ड की ग्राम पंचायत कमलाहड के गांव खैरी चागण निवासी विशाल ने बताया कि कृषि विभाग द्वारा उन्हें प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया गया, जिसमें उन्होंने जीवामृत, घनजीवामृत तथा प्राकृतिक कीटनाशक बनाने का प्रशिक्षण प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि प्राकृतिक खेती अपनाने से किसानों के समय की बचत होती है और उनकी जमीन बंजर होने से भी बचती है।

ग्राम पंचायत कमलाहड़ के गांव काटाफलाह के लाभार्थी चमन पुण्डीर ने बताया कि वह पिछले तीन वर्षों से प्राकृतिक खेती कर रहे हैं और मुख्य फसल के साथ सह फसल भी उगाते हैं जिससे उनकी आमदनी में बढ़ोतरी हो रही है।

प्रदेश में प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना के तहत अब तक प्रदेश सरकार द्वारा 46 करोड़ 15 लाख रुपये व्यय किए जा चुके हैं तथा इससे 1 लाख 54 हजार से अधिक किसान लाभान्वित हो चुके हैं। इसके तहत अब तक 9 हजार 192 हेक्टेयर क्षेत्र कवर किया जा चुका है।

वित्त वर्ष 2022-23 के बजट में इस वर्ष के दौरान 50 हजार एकड़ भूमि को प्राकृतिक कृषि के अधीन लाने का प्रावधान किया गया है। प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में प्राकृतिक कृषि का एक-एक मॉडल भी विकसित किया जाएगा, जिससे आस-पास के किसानों को प्रशिक्षित व प्रोत्साहित करने में सहायता मिलेगी। प्रदेश में कम से कम 100 गांवों को राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप प्राकृतिक कृषि गांव के रूप में परिवर्तित करने तथा प्राकृतिक कृषि कर रहे सभी किसानों को पंजीकृत कर उनमें से श्रेष्ठ 50 हजार किसानों को प्राकृतिक कृषक के रूप में प्रमाणित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।


Friday, May 6, 2022

पुस्तक " हिमाचल की हिंदी कहानी में लोक जीवन " का विमोचन

6th May 2022 at 6:29 PM
डा. ममता की पुस्तक का विमोचन किया राज्यपाल ने राजभवन में   

शिमला
: 6 मई 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो):: 

राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज राजभवन में डॉ. ममता द्वारा लिखित पुस्तक हिमाचल की हिंदी कहानी में लोक जीवन का विमोचन किया।
राज्यपाल ने लेखिका के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि डॉ. ममता ने पुस्तक में मानवीय मूल्यों, रिश्तों और संवेदनाओं का सजीव चित्रण किया है। 
इस अवसर पर संस्कृत अकादमी के पूर्व सचिव डॉ. मस्त राम शर्मा, भाषा, कला एवं संस्कृति विभाग के पूर्व सहायक निदेशक त्रिलोक सूर्यवंशी और वरिष्ठ पत्रकार जगमोहन शर्मा भी उपस्थित थे।

Friday, April 8, 2022

राज्यपाल ने आर्य (श्रेष्ठता) भारत पुस्तक का विमोचन किया

8th April 2022 at 8:46 PM

भारतीय इतिहास के विभिन्न तथ्यों को उजागर करती विशेष पुस्तक 


शिमला: 08 अप्रैल 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज राजभवन में इंद्र सिंह डोगरा द्वारा लिखित पुस्तक आर्य (श्रेष्ठता) भारत का विमोचन किया। पुस्तक के माध्यम से लेखक ने भारतीय इतिहास के विभिन्न तथ्यों को उजागर करने का प्रयास किया है। 

इस अवसर पर राज्यपाल ने लेखक के प्रयासों की सराहना की और कहा कि यह पुस्तक मुगल और अंग्रेजी सेनाओं के साथ विभिन्न संघर्षों में भारत के लोगों के बलिदान के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डालती है। उन्होंने कहा कि लेखक ने ऐतिहासिक तथ्यों को भूगोल के साथ सम्मिश्रित कर विश्वसनीयता सेे इस पुस्तक की रचना की है, जो दोनों के बीच के परस्पर संबंध को दर्शाता है। 
इंदर सिंह डोगरा बिलासपुर जिले के रहने वाले हैं। वर्तमान में, वह भारतीय इतिहास संकलन योजना समिति, हिमाचल प्रदेश के गाइड भी हैं।
अध्यक्ष हिमफेड, गणेश दत्त, हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय शिमला के कुलपति प्रो. सत प्रकाश बंसल, राज्यपाल के सचिव विवेक भाटिया और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Saturday, April 2, 2022

जन मंच 3 अप्रैल 2022 को

इसमें अवश्य शामिल होइए


शिमला: 2 अप्रैल 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

जन मंच का आयोजन आप ही के लिए है। इसमें आप ही की बात होगी। शामिल होना मत भूलिए।
 

Sunday, March 20, 2022

"आप" का विजय रथ अब हिमाचल विजय की ओर

19th March 2022 at 4:13 PM

पंजाब के बाद अब हिमाचल और हरियाणा पर भी आप की आंख 


शिमला
: 19 मार्च 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::  

आम आदमी पार्टी का विजय रथ पंजाब में अपनी विजय पताका फहराने के बाद अब आगे चल पड़ा है। पंजाब के बाद अब पहला निशाना है हिमाचल प्रदेश और इसके बाद आंख है हरियाणा पर। आम आदमी पार्टी के पंजाब में चले जादू का असर हिमचाल ने भी पूरी तरह कबूल किया है। आम लोग इस तरह आप की तरफ खिंचे चले आ रहे हैं जैसे चुंबक की तरफ लोहा।  

आम आदमी पार्टी के हिमाचल प्रदेश कार्यालय मैं आज शिमला से कृष्णानगर लक्कड़ बाजार लालपानी से बहुत से लोगों ने पार्टी का दामन थामा इसमे युवा कांग्रेस व जिला कांग्रेस के पदाधिकारी भी शामिल हुए। इससे आम लोगों में आप के प्रति पैदा हुए उत्साह का अनुमान आसानी से लगाया जा सकता है। 

प्रदेश प्रवक्ता गौरव शर्मा ने कहा कि आज ज़िला कांग्रेस के सचिव भाई रवि दत्त जी व अंशुमन जी ने आम आदमी पार्टी का दामन थामा है।उनके साथ राजू नहर जी समाजसेवी, रितिक जी, दीप्ति जी, राखी जी, मयंक जी, निखिल गिल जी, तालिब जी, कुणाल जी, नितिन बर्मा जी, अक्षय जी, अरुण शर्मा जी शामिल हुए। 

पार्टी की मजबूती के लिए इन कार्यकर्तायों ने आज से ही कमर कस ली है। गौरव शर्मा ने बताया कि बद्दी क्षेत्र से भी आज लगभग 20 लोगो ने पार्टी का दामन थामा है उनमें समाजसेवी भाई राजेश लामभा जी,दविंदर सिंह जी, पवन कुमार जी, सुनील जी,बलजीत सिंह जी,तरुण प्रीत जी,धर्मपाल जी,नीरज लामभा जी व इनके साथी शामिल हुए है।प्रदेश कार्यालय मैं उपाघ्यक्ष भंडारी जी,सुभाष चंद्र जी व अभय डोगरा जी उपस्तीत रहे।गौरव शर्मा ने कहा कि जल्द ही शिमला नगर निगम के 41 वार्डो मैं प्रत्याशीयों का चयन कर दिया जाएगा ताकि वो वार्ड मैं आम आदमी पार्टी की योजनाओं को आम जन तक पहुंचा सके व जीत सुनिश्चिक कर सके।

आम आदमी पार्टी ने हिमाचल प्रदेश मैं 10 दवाइयों के सेम्पल फैल होने पर सरकार से कड़ी कार्यवाही की मांग की है व जल्द से जल्द उन यूनिट को बंद करने की मांग की है जिसमे ये दवाएं बन रही थी।उन्हीने कहा कि सरकार की नैतिक जिमेवारी बनती है कि वे फार्मा उधोगों पर कड़ी नजर रखे ओर दोषी अफसरों पर कड़ी से कड़ी कार्यवाही को अंजाम दे।आम जनता के जीवन के साथ ऐसा खिलवाड़ करना सरकार को आगामी चुनावों मैं बहुत मेंहगा पड़ने वाला है व आम जन मानस इस सरकार को उखाड़कर बाहर करने वाली है।


Thursday, January 20, 2022

अपना कांगड़ा ऐप और अपना कांगड़ा हैम्पर का शुभारम्भ

20th January 2022 at 7:01 PM

अब विभिन्न पर्यटन स्थलों का पता लगेगा आसानी से


शिमला
: 20 जनवरी 2022: (कार्तिका सिंह//देवभूमि स्क्रीन)::

आधुनिक तकनीक और आधुनिक दौर में हिमाचल सरकार भी तेज़ी से एप्प और हैम्पर को न सिर्फ अपना रही है बल्कि उत्साहित भी कर रही है। मुख्यमंत्री ने अपना कांगड़ा ऐप और अपना कांगड़ा हैम्पर का शुभारम्भ किया। 

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज धर्मशाला से अपना कांगड़ा ऐप और अपना कांगड़ा हैम्पर (स्वयं सहायता समूहों द्वारा तैयार उत्पाद) का शुभारंभ किया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कांगड़ा हैम्पर में कांगड़ा जिले के विभिन्न स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों का संग्रह होगा, जबकि अपना कांगड़ा ऐप के माध्यम से पर्यटकों को कांगड़ा जिले के विभिन्न पर्यटन स्थलों का पता लगाने में सहायता मिलेगी और उनके लिए यह एक अनूठा अनुभव होगा।

मुख्यमंत्री ने धर्मशाला से कांगड़ा जिले के ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र के लुथान में राधाकृष्ण गौ अभ्यारण्य का भी वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया।

धर्मशाला के लोगों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करते हुए जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार का पहला निर्णय 70 वर्ष से अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिकों को वृद्धावस्था पेंशन प्रदान करने पर लक्षित था, जबकि दूसरा निर्णय बेसहारा पशुओं के लिए राज्य में विभिन्न स्थानों पर गौ अभ्यारण्यों और गौ सदनों के निर्माण का था। प्रदेश सरकार ने शराब की बोतल पर एक रुपये का उपकर लगाने का भी फैसला किया है और इस धनराशि का उपयोग गौ अभ्यारण्यों एवं गौ सदनों के प्रभावी प्रबंधन एवं संचालन पर किया जा रहा है।

जय राम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने हाल ही में शिमला जिले के सुन्नी में 500 गायों को रखने की क्षमता वाला एक गौ अभ्यारण्य समर्पित किया। लुथान में गौ अभ्यारण्य में एक हजार गायों को रखने की क्षमता होगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार गौ सदनों को प्रति गाय 500 रुपये प्रति माह प्रदान कर रही है ताकि उनके लिए चारे की उचित व्यवस्था की जा सके। उन्होंने राज्य के लोगों से यह सुनिश्चित करने का भी आग्रह किया कि मवेशियों को बेसहारा नही छोड़ें और यदि कोई मवेशियों को सड़क पर घूमते हुए देखता है, तो उसे गौ अभ्यारण्यों और गौ सदनों में भेजा जाना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस गौ अभ्यारण्य की स्थापना 3.96 करोड़ रुपये की लागत से की गई है। उन्होंने कहा कि राज्य के विभिन्न गौ अभ्यारण्यों में करीब 19 हजार मवेशी हैं।

ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर के कुशल नेतृत्व में वर्तमान राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि राज्य की सभी सड़कें और गलियां बेसहारा पशुओं से मुक्त हों और उन्हें उचित आश्रय मिले। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने एक सप्ताह के भीतर राज्य के लोगों को दो गौ अभ्यारण्य समर्पित किए हैं जो बेसहारा पशुओं को आश्रय देने के प्रति उनकी चिंता को दर्शाता है।

राज्य योजना बोर्ड के उपाध्यक्ष रमेश चंद धवाला ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में गौ अभ्यारण्य का उद्घाटन करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।

उपायुक्त कांगड़ा डॉ. निपुण जिंदल ने अपना कांगड़ा ऐप पर प्रस्तुति दी। उन्होंने कहा कि जिले में तीन कांगड़ा हाट बन रहे हैं। अपना कांगड़ा का उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को सशक्त बनाना और पर्यटन क्षेत्र के माध्यम से युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि यह ऐप होटल, होमस्टे, परिवहन, पेट्रोल पंप, आपातकालीन सेवाओं जैसी सेवाएं भी प्रदान करेगा।

उन्होंने कहा कि अपना कांगड़ा ऐप जहां पर्यटकों को एक अनूठा अनुभव प्रदान करेगी, वहीं ग्रामीण आबादी को सशक्त भी बनाएगी। यह कांगड़ा जिले के स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को बेचने के लिए ई-मार्केटिंग प्लेटफार्म प्रदान करेगी।

विधायक विशाल नेहरिया, अर्जुन सिंह और अरुण कूक्का, वूल्फेड के अध्यक्ष त्रिलोक कपूर इस मौके पर उपस्थित थे।


Friday, January 7, 2022

हिमाचल सरकार रेशम कीट पालन को देगी बढ़ावा--बिक्रम सिंह

7th January 2022 at 4:36 PM

रेशमकीट पालन से जुड़े किसानों के हितों की रक्षा होगी  


शिमला
:07 जनवरी 2022: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो):: 

रेशमकीट पालन बहुत ही अच्छी कमाई देने वाला एक ऐसा घरेलू उद्योग है जिसे अपना कर अपनी आर्थिकता बदली जा सकती है। कच्चा रेशम बनाने के लिए रेशम के कीटों का पालन सेरीकल्चर या रेशम कीट पालन कहलाता है। यह निरंतर लोकप्रिय भी होता जा रहा है। 

रेशम उत्पादन का आशय बड़ी मात्रा में रेशम प्राप्त करने के लिए रेशम उत्पादक जीवों का पालन करना होता है। इससे न केवल आप खुद कमा सकते हैं बल्कि बहुत से अन्य लोगों को भी रोज़गार दे सकते हैं। अब तो इसने पूरी तरह से एक स्वतंत्र उद्योग का रूप ले लिया है। यह कृषि पर आधारित एक कुटीर उद्योग है जिससे ग्रामीण क्षेत्र में ही कम लागत में  शीघ्र उत्पादन प्रारम्भ किया जा सकता है। मुनाफा देख कर आप हैरान रह सकते हैं। हिमाचल सरकार इसे तेज़ी से बढ़ावा देने जा रही है। उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने इसी आशय का स्पष्ट एलान भी किया है। 

दिलचस्प बात है कि कृषि कार्य एवं अन्य घरेलू कार्यों के साथ-साथ इस उद्योग को अपनाया जा सकता है। श्रम जनित होने के कारण इस उद्योग में विभिन्न स्तरों पर रोजगार सृजन की भरपूर संभावनायें निहित है, विशेषकर महिलाओं के खाली समय के सदुप्रयोग के साथ-साथ उन्हें स्वावलम्बी बनाने में सहायक है।

इस उद्योग को सुखोनमुख क्षेत्रों में भी सफलतापूर्व स्थापित करते हुए नियमत आय प्राप्त की जा सकती है। इसके साथ ही विकास की रफ्तार तेज़ करने के साथ साथ यह पर्यावरण मित्र भी बना रहता है। 

उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने आज यहां उद्योग विभाग के रेशम अनुभाग के कार्यों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने रेशमकीट पालन क्षेत्र से जुड़े किसानों के कल्याण के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। 

उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न मण्डलों के अन्तर्गत रेशमकीट बुनाई बुनकरों को लाभान्वित करने के लिए रेशमकीट प्रदर्शनी एवं प्रशिक्षण केन्द्र, रेशमकीट सामुदायिक केन्द्र, कोकून विपणन केन्द्र और सिल्क वाॅर्म सीड उत्पादन केन्द्र आदि स्थापित किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि मण्डी जिला के बालीचैकी में 494 लाख रुपये की लागत से सेरी एंटरप्रिन्योरशिप डवेल्पमेंट एंड इनोवेशन सेंटर (एसईडीआईसी) भवन का निर्माण किया जा रहा है। इस भवन के निर्मित होने से प्रदेश के और अधिक रेशम बुनकरों को प्रशिक्षित करने की सुविधा प्राप्त होगी और रेशम से जुड़े उत्पाद निर्मित किए जाएंगे। मण्डी जिला के थुनाग में 318 लाख रुपये की लागत से रेशम बीज उत्पादन केन्द्र के भवन का निर्माण किया जा रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के स्टेट कैटेलेटिक डवेल्पमेंट प्रोग्राम के अन्तर्गत वर्ष 2020-21 में लगभग 271 लाख रुपये व्यय कर 12 हजार से अधिक किसानों को लाभान्वित किया गया है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में 79 रेशमकीट पालन केन्द्र हैं। प्रदेश के 1287.51 बीघा में शहतूत की खेती की जाती है। प्रदेश में वर्ष 2021-22 के दौरान अब तक 2 लाख 23 हजार शहतूत के पौधे वितरित किए गए हैं और 238 मीट्रिक टन कोकून का उत्पादन किया गया।

बिक्रम सिंह ने कहा कि प्रदेश में रेशम कीट पालन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए कार्यशालाएं का आयोजित की जाएंगी, जिससे रेशमकीट पालन किसानों को केन्द्र और राज्य सरकार के रेशम उद्योग विकास के लिए आरम्भ की गई विभिन्न योजनाओं की जानकारी उपलब्ध होगी।

बैठक में निदेशक उद्योग राकेश प्रजापति, उप निदेशक रेशम अनुभाग बलदेव चैहान और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।