Thursday, June 15, 2023

हिमाचल प्रदेश सरकार नई पर्यटन नीति बनाएगी: मुख्यमंत्री सुख्खू

 15th June 2023 at 6:35 PM

अनछुए स्थलों को पर्यटन के दृष्टिगत बढ़ावा दिया जाएगा


शिमला
:15 जून 2023: (कार्तिका कल्याणी सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

पहाड़ी क्षेत्रों में जाओ तो कदम कदम पर प्राकृतिक सुंदरता आपका स्वगत करती है। वहां की शुध्द हवा और शुद्ध पानी एक नई ज़िंदगी का अहसास करवाता है। वहां कदम कदम पर ऐसे रहस्य हैं जो प्रकृति से सुर मिलते ही बहुत सहजता से खुलने लगते हैं। वहां बहुत से मंदिर हैं जिनके दिए की लौ निराशा के अंधेरों में डूबे लोगों को बुलाती है, पुकारती है और सचमुच रास्ता भी दिखाती है। बहुत सी ऐसी जगहें अभी भी अज्ञात हैं जी ी खोज पर काम होना अभी बाकी है। 

इस मकसद के लिए सर्कार भी गंभीर है। क्या समाज भी गंभीर हो कर इसका फायदा उठा पाएगा? प्रदेश सरकार राज्य के अनछुए स्थलों को बढ़ावा देकर पर्यटकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से नई पर्यटन नीति तैयार करने पर गहन विचार कर रही है। यह बात मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज यहां पर्यटन विभाग की विभिन्न परियोजनाओं की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही। इस समीक्षा बैठक में इसी मुद्दे से सबंधित बहुत सी अन्य बातों पर भी विचार विमर्श हुआ। 

राज्य के लिए जिस नई पर्यटन नीति की चर्चा इस पोस्ट में भी हो रही है उस पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार हिमाचल प्रदेश में आगामी पांच वर्षों में पर्यटकों की संख्या को 3 करोड़ से बढ़ाकर 5 करोड़ करने के दृष्टिगत कार्य कर रही है। प्रकृति ने प्रदेश को आपार सौंदर्य से नवाजा है तथा इस सम्पदा का दोहन कर अधिक से अधिक पर्यटकों को प्रदेश की ओर आकर्षित करने की आवश्यकता है।

नई पर्यटन नीति का संक्षिप्त सा विवरण देते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि मई, 2023 तक हिमाचल प्रदेश में लगभग 72 लाख पर्यटकों ने भ्रमण किया है। उन्होंने पर्यटकों की संख्या का सटीक आंकड़ा पता लगाने तथा पर्यटन अधोसंरचना में सुधार करने के लिए पर्यटन विभाग को डॉटा संकलन की प्रणाली तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ करने में पर्यटन क्षेत्र महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। राज्य सरकार ने पर्यटन सम्बंधी परियोजनाओं के विकास के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता प्रदान की है।

इस नई योजना के बहुत से अन्य पहलू भी हैं। मुख्यमंत्री ने पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए पर्यटन विभाग में विपणन प्रयासों तथा स्टाफ को व्यवस्थित करने की महत्ता पर भी बल दिया।

सैलानियों और प्रकृति प्रेमियों का ह्रदय समझे जाते ज़िला कांगड़ा को पर्यटन राजधानी के रूप में विकसित करने से सम्बंधित परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने विभाग को आगामी विचार के लिए अवधारणा पत्र तैयार करने के निर्देश दिए। इन परियोजनाओं में सकोह में रोलर स्केटिंग रिंक, परागपुर में गोल्फ कोर्स, मैंझा में शीर्ष रिजॉर्ट, नरघोटा में पर्यटन गांव तथा कांगड़ा में प्रस्तावित ऐरो सिटी शामिल है। इसके अतिरिक्त जिला कांगड़ा के नगरोटा-बगवां विधानसभा क्षेत्र में नौरा खड्ड में थीम आधारित सेटेलाइट गांव बनाने की योजना पर कार्य किया जा रहा है।

इस नई योजना के आकर्षणों के संबंध में चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि प्रदेश सरकार अधिक संख्या में पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए राज्य में हवाई यात्रा सुविधा में सुधार के सतत प्रयास कर रही है। इसके तहत सरकार कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तार, जिला मण्डी के नागचला में ग्रीन फील्ड हवाई अड्डे के निर्माण तथा प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर नए हेलीपोर्ट निर्माण पर कार्य कर रही है। पहले चरण में 9 हेलीपोर्ट निर्मित किए जा रहे है, जिनमें ज़िला हमीरपुर में जसकोट, जिला कांगड़ा के रक्कड़ व पालमपुर, जिला चम्बा के सुल्तानपुर, जिला कुल्लू के मनाली, जिला लाहौल-स्पिति के जिस्पा, सिसू व रांगरिक तथा जिला किन्नौर के शारबो में हेलीपोर्ट निर्माण शामिल हैं। शेष 7 हेलीपोर्ट का निर्माण दूसरे चरण के तहत किया जाएगा।

बैठक में बहुत कुछ ऐसा हुआ जो नया इतिहास रचने में सहयोगी बनेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं नवाचार) गोकुल बुटेल, मुख्यमंत्री के प्रधान सलाहकार (मीडिया) नरेश चौहान, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल शर्मा, मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव भरत खेड़ा, प्रधान सचिव पर्यटन देवेश कुमार, सचिव भाषा, कला एवं संस्कृति राकेश कंवर, निदेशक पर्यटन विभाग अमित कश्यप तथा अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

Thursday, June 8, 2023

दिल्ली-लेह:देश के सबसे लंबे रूट पर बस सेवा शुरु

Thursday 8th June 2023 at 7:32 PM

 30 घंटे में पूरा हुआ करेगा यह मनोहारी सफर 


शिमला: 08 जून, 2023: (कार्तिका सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

लम्बे रुट के सफर की बात हो तो बस ध्यान आया करता थे केवल रेल का। अब उस एकाधिकार को सड़क ट्रांसपोर्ट का अभिन्न अंग बस सेवा ने भी चुनौती दी है। अब दिल्ली से लेह तक की बस यात्रा की सेवा यादगारी अनुभूतियां प्रदान किया करेगी। पहाड़ों से हो कर गुज़रते इस मनोहारी सफर के दृश्य आपके मन मंदिर में उत्तर जाया करेंगे। इस सैलानी जैसे सफर की बात जितनी मधुर लगती है उतनी कठिन भी है। इसमें तीन चालक और दो परिचालक सेवा प्रदान किया करेंगे। 

देश के सबसे लंबे और सर्वाधिक ऊंचाई पर स्थित दर्रों से गुजरने वाली हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम की रोमांचकारी दिल्ली-लेह बस सेवा आज से शुरु हो गई है। इसके लिए उत्साह भी देखा गया जो आते दिनों में और भी बढ़ेगा। दिल्ली और लेह दोनों तरफ यात्रियों की संख्या बहुत बड़ी संख्या में हुआ करेगी। 

ये रूट बारालाचा दर्रा (4850 मी.), तांगलंग दर्रा (5328 मी.) व नाकी दर्रा (4769 मी.) से होकर मनोहारी स्थानों सरचू, पांग आदि से गुजरता है, जिसकी कुल लम्बाई 1026 किलोमीटर है तथा कुल किराया 1736 रुपए होगा। इस रूट पर तीन चालक और दो परिचालक सेवाएं देंगे। इस सफर में रोमांच का अहसास कराते बहुत से दृश्य आते हैं। प्रकृति के बेहद नज़दीक ले जाने वाला यह सफर मसन मरीन रक सलसुकिक सी दिव्यता का अहसास भी भर देगा। 
 
बस दोपहर बाद 3.45 बजे दिल्ली से चलेगी और अगले दिन सुबह 10.30 पर केलांग पहुंचेगी। रात्रि ठहराव केलांग में रहेगा। सुबह 5.30 बजे बस केलांग से लेह के लिए रवाना होगी तथा अगले दिन प्रातः 4 बजे बस लेह पहुंचेगी। बस का सफर 30 घंटे में पूरा होगा।