Sunday, November 28, 2021

स्वस्थ जीवन के लिए जीवनशैली में बदलाव आवश्यकः राज्यपाल

28th November 2021 at 2:10 PM

आरोग्य भारती संस्था के प्रांत अधिवेशन में शामिल हुए राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर


शिमला
: 28 नवम्बर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए आज जीवनशैली में बदलाव आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मानव जीवन में बहुत से गंभीर रोग जीवन शैली की विकृति के कारण हो रहे हैं, जिनसे सही जीवनशैली व खान-पान के जरिए ही बचा जा सकता है। यह बात राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज ऊना में आयोजित आरोग्य भारती संस्था के प्रांत अधिवेशन में कही।

इस विषय पर बात करते हुए राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में पाए जाने वाले औषधीय पौधों का दस्तावेजीकरण आवश्यक है, ताकि लोगों को उन औषधीय पौधों के उपयोग के बारे में जानकारी मिल सके और यह ज्ञान घर-घर तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि बच्चों के ज्ञानवर्धन के लिए स्कूलों में औषधीय पौधों की वाटिकाओं का निर्माण होना चाहिए, जिससे आने वाली पीढ़ी भी इन सेे अवगत हो सके। उन्होंने कहा कि प्रकृति ने ऐसे अनेक पौधे प्रदान किए हैं, जिनकी उपचार में उपयोगिता होती है। औषधीय पौधों की वाटिकाओं से आने वाली पीढ़ी को इन पौधों के बारे में विस्तृत जानकारी मिलेगी। इन सभी कार्यों से आयुर्वेद तथा औषधीय पौधों के प्रति समाज के नजरिये में बदलाव आएगा।

आरोग्य भारती के कार्यों की सराहना करते हुए राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने उम्मीद जताई की संस्था के प्रांत अधिवेशन में मनुष्य की दीर्घ आयु के साथ-साथ स्वस्थ जीवन पर सकारात्मक चर्चा होगी, जिसके निष्कर्ष समाज को लाभान्वित करेंगे। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी शारीरिक व मानसिक रूप से स्वस्थ बने इसके लिए भी सभी को प्रयास करने चाहिए क्योंकि यह देश के भविष्य का सवाल है तथा देश का भविष्य वर्तमान पर निर्भर करता है।

स्वस्थ जीवन शैली की बात करते हुए राज्यपाल ने कहा कि बीमारी के इलाज से अधिक बचाव पर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक उपायों को अपनाकर बीमारियों से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के बाद लोगों में आयुर्वेद व योग के प्रति रूचि बढ़ी है।

कार्यक्रम में आरोग्य भारती संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष डाॅ. राकेश पंडित ने आरोग्य भारती संस्था के कार्यों की जानकारी प्रस्तुत करते हुए कहा कि मनुष्य के स्वास्थ्य एवं पर्यावरण को बेहतर बनाना ही आरोग्य भारती के गठन का उद्देश्य है। उन्होंने कहा कि आयुर्वेद, एलोपेथी, होम्योपेथी जैसी सभी चिकित्सा पद्धतियों को एक साथ लाकर एक नई चिकित्सा प्रणाली शुरू करने की आवश्यकता है, ताकि मनुष्य को आवश्यकतानुसार उपचार प्राप्त हो सके। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस दिशा में आगे बढ़कर काम कर रही है। केंद्र सरकार वर्ष 2030 तक नीति आयोग के माध्यम से नया हेल्थकेयर सिस्टम लाने के लिए प्रयास कर रही है, जिस पर बढ़-चढ़ कर कार्य किया जा रहा है।

इससे पूर्व आरोग्य भारती अध्यक्ष ऊना डाॅ. रितेश सोनी ने राज्यपाल का कार्यक्रम में स्वागत किया। प्रांत अधिवेशन में विभिन्न चिकित्सा पद्धति पर विभिन्न वक्ताओं ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। कार्यक्रम की शुरुआत राज्यपाल ने अग्निहोत्र यज्ञ के साथ की।

इस अवसर पर राज्यपाल ने पपरोला आयुर्वेदिक काॅलेज की प्रोफेसर डाॅ. सोनी कपिल की किताब आयुर्वेद प्रसूति तंत्र का विमोचन भी किया।

छठे राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, अतिरिक्त उपायुक्त डाॅ. अमित कुमार शर्मा सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

Thursday, November 25, 2021

7th IFFS:मलयालम फ़िल्म "ईवा" से होगा शुभारंभ

25th November 2021 at 3:03 PM

महिला ट्रैफिक कर्मी की जिंदगी से है प्रेरित फिल्म ईवा 


*गेयटी थिएटर में कल से शुरू होगा इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल

*भारत सहित 16 देशों की 56 फिल्मों की होगी स्क्रीनिंग

शिमला: 25 नवंबर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::


सातवें अंतराष्ट्रीय फिल्म फेटिवल ऑफ़ शिमला ने हिमाचल को फिल्म उद्योग के तौर पर और विकसित करने में काफी योगदान की भूमिका निभानी है। इसके होने के एलान से ही चहल पहल शुरू हो गई थी। जानीमानी फिल्म हस्तियां ज़हन आ कर इस लाईन के लोगों का उत्साह बढ़ाएंगी। अच्छा हो आप भी इसकी सफलता के गवाह खुद ही बनें। 

राजधानी शिमला में शुक्रवार से तीन दिवसीय इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आगाज होने जा रहा है। यहां भारत सहित 16 देशों की चुनिंदा 56 फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाएगी। साथ ही जाने माने 30 फ़िल्म निर्देशक भी शिमला में आयोजित किए जा रहे इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल में भाग लेंगे और अपनी फिल्मों के संदर्भ में सीधे दर्शकों से रूबरू होंगे। 

फ़िल्म फेस्टिवल का शुभारंभ मलयालम शार्ट फिल्म "ईवा" से होगा। ईवा एक महिला ट्रैफिक पुलिस कर्मी के जीवनपर आधारित फ़िल्म है, जिसमें एक कामकाजी महिला के जीवन संघर्ष को।दिखाया गया है। फ़िल्म में नौकरीपेशा महिला के सहकर्मियों की मानसिकता दर्शायी गई है। इसमें बताया गया है कि एक लड़की पढ़-लिखकर नौकरी हासिल तो कर लेती है लेकिन अगर उसे साथ काम करने वालों का सहयोग नही मिल पाता है तो उसके लिए काफी मुश्किल हो जाती है। 

इस साल होने जा रहे सातवें इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल की अपनी ही अलग ही पहचान बन चुकी है। इसकी खास बात यह है कि जहां इस फिल्म फेस्टिवल में देश व विदेश से नामी दिग्गज निर्देशकों की चुनिंदा व पुरस्कृत फिल्मों की स्क्रीनिंग की जाती है तो उसी के साथ क्षेत्रीय सिनेमा को भी बराबर प्राथमिकता दी जाती है। क्षेत्रीय सिनेमा की फिल्मों ने न केवल राष्ट्रीय परिदृश्य पर अपनी जगह बनाई है बल्कि राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत भी हुई हैं।

इस बार इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ शिमला में अहमदाबाद की निदेशक प्रमाती आनंद की 'झटआई बसंत' की स्पेशल स्क्रीनिंग की जाएगी। हिमाचली एवं हिंदी भाषा में बनी फिल्म 'झट आई बसंत' की शूटिंग धर्मशाला के आसपास क़े गांव में हुई है।  यह फिल्म दो ऐसी लड़कियों की कहानी है जो अलग- अलग  पृष्ठभूमि  से आती है  लेकिन  उनमें पितृसत्ता  का  प्रभाव  और  उससे  संघर्ष  उन्हें एक ही  कटघरे में  खड़ा  करता है।  

यह फिल्म  महिलाओं पर पितृसत्ता के प्रभाव और उसकी स्वीकृति को भी दर्शाती है। जिसे पुरानी पीढ़ी की स्त्रियां सहर्ष स्वीकार करके अपनी अगली पीढ़ी को हस्तांतरित करना अपना कर्तव्य मानती है। आज की जागृत और पढ़ी-लिखी  स्त्रियों से जब इसे  कबूल करने के लिए कहा जाता है  तो उस पुरानी पीढ़ी और नई  पीढ़ी के बीच संघर्ष एवं  विवाद  के  स्वर  तीखे  हो जाते हैं। यह फिल्म महिलाओं को अवश्य देखनी चाहिए जो अपनी बेटियों का उज्जवल भविष्य देखना चाहती है ।  लेकिन सामाजिक एवं आंतरिक द्वंद उन्हें यह करने से रोकते हैं यह फिल्म कई अंतरराष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में कई पुरस्कारों से सम्मानित की जा चुकी है

इसके अलावा फेस्टिवल में शिमला में तेंदुए  के  आतंक  पर  बनी  फिल्म  'शूट देट लेपर्ड'  प्रदर्शित  की  जाएगी।  मुंबई के  निर्देशक  'सोहेल '  और ' शबनम जाफरी '  की 52 मिनट  की  यह  डॉक्यूमेंट्री  फिल्म  शिमला  और उत्तराखंड  में  तेंदुए  और  मानव  के  संघर्ष  को  बयां  करती है,  यह  फिल्म  दो  ऐसे  मुख्य  पात्रों  की है  जिनमें  से  एक अपनी बंदूक से तेंदुए  को  शूट करता है  तो दूसरा  कैमरे से। 

 फेस्टिवल में कंगना रनौत स्टारर फिल्म थलायवी के निर्देशक विजय सेलिब्रिटी 28 नवम्बर को  गेस्ट के तौर पर आएंगे और दर्शकों से रुबरु होंगे । इंटरनेशन फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला का आयोजन हिमालयन वेलोसिटी और भाषा , कला  और संस्कृति विभाग के संयुक्त तत्वाधान किया जा रहा है।

Monday, November 22, 2021

इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ़ शिमला 26 से 28 नवंबर तक

Monday 22nd November 2021 at 7:03 PM

जर्मनी, मोरोको, अमेरिका, ईरान और  कोरिया के फ़िल्म निदेशक करेंगे शिरकत


शिमला
: 22 नवंबर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

फिल्म फेस्टिवल को लेकर हिमाचल में हर तरफ रौनक है। हर तरफ उत्साह की लहर है। विदेशी फिल्म निर्देशकों के आने का रोमांच भी है। 

गेयटी  थियेटर शिमला में 26 से 28 नवंबर तक आयोजित होने वाले इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला में मरोक्को, यूएसए, इरान, जर्मनी, और कोरिया के डायरेक्टर अपने फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए आएंगे और अपनी फिल्म  के बारे में शिमला के दर्शकों से संवाद करेंगे।

कोरिया के डायरेक्टर मैथ्यू कोशमारी की डॉक्यूमेंट्री फिल्म 'फादर ऑफ माई लैंड' की स्क्रीनिंग होगी इस दौरान फिल्म के निदेशक गेयटी  थिएटर में दर्शकों से रूबरू होंगे। यह फिल्म कोरिया के किसानों की है, जो कि जापान सरकार द्वारा विवादास्पद द्वीप पर उनके  अधिकारों की लड़ाई को लेकर है।

ईरान के डायरेक्टर पेमेन महमूद शाह मोहम्मदी की शॉर्ट फिल्म 'अपारात' की स्क्रीनिंग के दौरान मौजूद रहेंगे और ईरान की फिल्मों के बारे में अपना वक्तव्य प्रस्तुत करेंगे। पेमेन महमूद की सतरह मिनट की शार्ट फिल्म है,जो कि ईरान के एक गांव में प्रोजेक्टर पर फिल्म देखने के लिए वित्तीय प्रबंध करने वाले छ: बच्चों के संघर्ष की कहानी है।

जर्मनी के डायरेक्टर रोनाल्ड अपनी फीचर फिल्म 'डाई ग्रेंज' की स्क्रीनिंग के दौरान गेयटी थिएटर में फिल्मों के अंतरराष्ट्रीय स्वरूप पर दर्शकों से बात करेंगे और जर्मनी में फिल्मों के प्रचलन पर भी चर्चा करेंगे।

मोरक्को के फिल्मेकर 'वाउचैन' की डॉक्यूमेंट्री फिल्म का 'अमगाहर' की स्क्रीनिंग के दौरान वे स्वयं गेयटी थियेटर में मौजूद रहेंगे और मोरक्को के सिनेमा पर बात करेंगे।

इसके अलावा अमेरिका में काम कर रहे भारतीय मूल के फिल्ममेकर 'श्री आर्यमन प्रसाद' की शार्ट फिल्म 'ऊंच नीच' प्रदर्शित की जाएगी और वे स्वयं दशकों से फिल्म की बारीकियों  पर और अमेरिका में सिनेमा के संदर्भ पर बात करेंगे।

हालांकि फेस्टिवल में 16 देशों की फिल्में शॉर्टलिस्ट हुई है। और देश भर के विभिन्न राज्यों से 23  फिल्ममेकर इस फिल्म फेस्टिवल में स्वयं अपनी फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान मौजूद रहेंगे और दर्शकों से अंतरराष्ट्रीय, राष्ट्रीय और क्षेत्रीय सिनेमा पर चर्चा करेंगे।

हालांकि इस फिल्म फेस्टिवल में तमिल, मराठी, बंगाली,उड़िया, तेलुगु,मलयाली, हिमाचली, हिंदी और अंग्रेजी फिल्में भी प्रदर्शित होंगीं। भारतीय फिल्मों में सबसे बड़ा आकर्षण हाल ही में रिलीज हुई कंगना रनौत की फिल्म 'थलाइवी 'होगी। तमिल फिल्म इंडस्ट्री के सुप्रसिद्ध निर्देशक विजय ने इस फिल्म का निर्देशन किया है। वे स्वयं अपनी फिल्म की स्क्रीनिंग और उस पर चर्चा के लिए मौजूद रहेंगे। गौरतलब है कि इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल के छह संस्करणों का इससे पूर्व सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है जिसमें की पूर्व में दीप्ति नवल, संजय मिश्रा और बड़े एक्टर शिरकत कर चुके हैं।

इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ़ शिमला हिमालयन विलोसिटी संस्था द्वारा हिमाचल प्रदेश सरकार और भाषा कला संस्कृति के तत्वाधान में आयोजित किया जाता है।

Sunday, November 21, 2021

“थलाईवी” के निर्देशक विजय 28 को आएंगे शिमला, देंगे निर्देशन के टिप्स

21st November 2021 at 7:05 PM

इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में करेंगे शिरकत 


शिमला
: 21 नवंबर  2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

शिमला में फिल्म फेस्टिवल की तैयारियां ज़ोरों पर हैं। इस अवसर पर फ़िल्मी दुनिया को चाहने वाले नए लोग पुराने लोगों से बेहद नज़दीक हो कर उनकी बात सुन सकेंगे। उनसे बात कर सकेंगे और उनसे तकनीक जानकारी भी ले सकेंगे। अनुबहों का खज़ाना मिल सकेगा इस फिल्म फेस्टिवल में। 

थलाइवी फिल्म के निर्देशक विजय 28 को शिमला आएंगे। वे यहां अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल फेस्टिवल में शिरकत करेंगे। थलाइवी को फिल्म स्क्रीनिंग के अतिम दिन दर्शकों को दिखाया जाएगा। इस दौरान रिज स्थित ओपन एयर थिएटर में तमिल निर्देशक लोगों से रूबरू भी होंगे और फिल्म निर्देशन से सबंधित अपने अनुभव भी साझा करेंगे। इस दौरान वे फिल्म निर्देशन के टिप्स भी देंगे।

सातवें अंतरराष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल के तीसरे व अंतिम दिन मशहूर फिल्म थलाइवी की स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके बाद इस फिल्म के निर्देशक विजय दर्शकों से मुलाकात कर अब तक अपने फिल्मी दुनिया के अनुभवों के बारे में बात करेंगे।

बता दें कि थलाइवा फिल्म में हिमाचल से सबंध रखने वाली मशहूर अभिनेत्री कंगना रनौत ने तमिलनाडु की दिग्गज राजनीतिज्ञ जयललिता का किरदार निभाया है। कंगना को हाल ही में पदमश्री सम्मान से नवाजा गया है। थलाइवी फिल्म मशहूर राजनीतिज्ञ जयललिता की बायोग्राफी फिल्म है, जिसमें कंगना ने उनके किरदार को जीवंत किया है। फिल्म में जयललिता के राजनीतिक जीवन मे आए उतार-चढ़ावों को दर्शाया गया है। दर्शक वर्ग में फिल्म को काफी सराहा गया है। थलाइवी का हिंदी में मतलब है नायिका।

वर्ष 2000 से इस क्षेत्र में काम कर रहे विजय अपने करियर के शुरूआती दौर में विज्ञापन फिल्में बनाते थे। विजय ने लगभग सौ से ऊपर विज्ञापन फिल्मों को सफल निर्देशन किया है, जिनमें से कुछ विज्ञापन फिल्मों को अवार्ड भी मिल चुका है। विजय कहते हैं कि विज्ञापन फिल्में आपको किसी कहानी को बहुत कम समय में अधिक प्रभावी कैसे बनाएं, ये सिखाती हैं। 

विजय ने अभी तक 22 तमिल व हिंदी इत्यादि फिल्मों को निर्देशन किया है, जिनमें तीन फिल्में तमिल मे हैं। जबकि उनकी दो फिल्मों का रिमेक हिंदी में बनाया गया है। इन्हीं में से एक फिल्म है थलाइवा। बाद में इसे हिंदी में भी थलाइवी नाम से रिलिज किया गया है। इस कहानी की स्क्रिप्ट भी विजय ने खुद लिखी है और इसका निर्देशन भी इन्होंने खुद किया है।

Saturday, November 20, 2021

जेल सुधार गृह कार्यक्रम के तहत होगा आयोजन, दिखाई जाएगी 25 फिल्में

20th November 2021 at 5:44 PM

 इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल की दूसरी फ़िल्म होगी कंडा जेल में 


शिमला
: 20 नवंबर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::
सातवें इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल की दूसरीं स्क्रीनिंग शिमला के आदर्श कंडा जेल में होगी। यहां कैदियों को चुनिंदा अंतरराष्ट्रीय व राष्ट्रीय स्तर की पुरस्कृत फिल्में दिखाई जाएंगी। ये जानकारी देते हुए इंटरनेशनल फ़िल्म फेस्टिवल ऑफ शिमला के फेस्टिवल डायरेक्टर पुष्प राज ठाकुर ने बताया कि कंडा जेल में फ़िल्म स्क्रीनिंग का आयोजन तीसरी बार किया जा रहा है। बता दें कि 26 से 28 नवंबर तीन दिनों तक शिमला के ऐतिहासिक गेयटी थिएटर में इस अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। इसी के साथ साथ कंडा जेल में भी फेस्टिवल की स्क्रीनिंग साथ साथ चलती रहेगी। 

पुष्प राज ठाकुर ने कहा कि महात्मा गांधी ने कहा था अपराध से नफरत करो अपराधी से नहीं। इसी को आधार मानते हुए उनकी संस्था हिमालयन वेलोसिटी जेल सुधारों पर आधारित एक फ़िल्म का निर्माण कर चुकी है। 

गौरतलब है कि हिमाचल की जेलों में   कैदियों के मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य को दुरुस्त रखने के लिए कई तरह की गतिविधियों का आयोजन किया जाता रहा है। कंडा जेल को आदर्श जेल का दर्जा प्राप्त है और यहां करवाई जा रही गतिविधियां   में कैदियों को उनकी शिक्षा व योग्यता के अनुरूप काम पर लगाया जाता हैं।

अन्तर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल ऑफ़ शिमला के फेस्टिवल डायरेक्टर पुष्प राज ठाकुर ने कहा कि कंडा जेल में कैदियों के लिए पहले भी कई तरह के मनोरंजन परक कार्यक्रम भी आयोजित किये जाते रहे हैं। 
उन्होंने कहा कि जेल में समय बिताने के बाद बाहर निकलकर कैदी एक अच्छा इंसान बने इसके लिए उसे जेल में भी सकारात्मक माहौल मिलना चाहिए। जेल के तनाव से बाहर आने के लिए अंतरराष्ट्रीय फ़िल्म फेस्टिवल में दिखाई जाने वाली अवार्ड विनिंग फिल्में एक बेहतर विकल्प साबित हो सकती हैं।

Friday, October 8, 2021

मंडी संसदीय क्षेत्र और तीन विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन

उप चुनावों का जोशो खरोश जोरों पर 

शिमला: 08 अक्तूबर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

निर्वाचन विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि 30 अक्तूबर, 2021 को होने वाले मंडी संसदीय क्षेत्र एवं अर्की, फतेहपुर और जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र के उप-निर्वाचन के लिए आज नामांकन की अन्तिम तिथि तक 24 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दाखिल किए हैं। इनमें मंडी संसदीय क्षेत्र से 8, फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से 7, अर्की से 4 तथा जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र से 5 उम्मीदवारों ने नामांकन दाखिल किए हैं।

उन्होंने बताया कि मंडी संसदीय क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी की ओर से खुशाल चंद व प्रियंता शर्मा, हिमाचल जनक्रांति पार्टी के मुन्शी राम ठाकुर, इंडियन नेशनल कांग्रेस की ओर से प्रतिभा सिंह व सुन्दर सिंह ठाकुर, राष्ट्रीय लोक नीति पार्टी की अम्बिका श्याम और निर्दलीय उम्मीदवार सुभाष मोहन स्नेही व अनिल कुमार ने नामांकन दाखिल किए हैं।

उन्होंने बताया कि जिला सोलन के अर्की विधानसभा क्षेत्र से इंडियन नेशनल कांग्रेस की ओर से संजय व सतीश कुमार कश्यप, भारतीय जनता पार्टी की ओर से रत्न सिंह पाल तथा जीत राम ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किए।

जिला कांगड़ा के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से डाॅ. अशोक कुमार सोमल और राजन सुशांत ने निर्दलीय उम्मीदवार, भवानी सिंह पठानिया व जीत कुमार ने इंडियन नेशनल कांग्रेस, पंकज कुमार ने हिमाचल जन क्रांति पार्टी, बलदेव ठाकुर ने भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार के रूप में और प्रेम चन्द ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किए।

जिला शिमला के जुब्बल-कोटखाई विधानसभा क्षेत्र से इंडियन नेशनल कांग्रेस की ओर से रोहित ठाकुर, भारतीय जनता पार्टी की ओर से नीलम सरैक तथा निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में सुमन कदम, चेतन सिंह बरागटा और केवल राम नेगी ने नामांकन दाखिल किए।

Wednesday, October 6, 2021

कोविड पाॅजिटिव लोगों के सम्पर्कों की की जा रही है स्क्रीनिंग

6th October 2021 at 4:35 PM

हिमाचल में अब तक हुई 3501015 कोविड-19 के सैंपलों की जांच

शिमला: 06 अक्तूबर, 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो):: 

पेक्सल फोटो-नंदु कुमार 
स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के जो भी पाॅजिटिव मामले सामने आ रहे हैं, उनके सम्पर्क में आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग की जा रही है ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके।

उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 3501015 कोविड-19 के सैंपलों की जांच की जा चुकी है। कोविड-19 के परीक्षण की दर को प्रदेश में निरन्तर बढ़ाया जा रहा है और कोविड-19 के लिए ज्यादा से ज्यादा परीक्षण आर.टी.पी.सी.आर. व रैपिड एंटिजन के माध्यम से किये जा रहे हैं।

प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में 1400 पाॅजिटिव मामलों में से अस्पताल में भर्ती होने वालों की दर केवल 5.4 प्रतिशत है और इन मरीज़ों की स्वास्थ्य स्थिति की चिकित्सक निरन्तर निगरानी कर रहे hainउन्होंने कहा कि वर्तमान में प्रदेश के अस्पतालों में केवल मात्र एक मरीज ही वेंटिलेटर पर है।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के जिला हमीरपुर, मण्डी और कांगड़ा में पिछले 10 दिनों में कोविड-19 के मामले समूह में पाये गए है, उनमें सभी मरीज लक्षणरहित है और किसी भी मरीज़ को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया है। उन्होंनेे कहा कि राज्य में अब तक कुल 219746 लोग कोविड पाॅजिटिव पाये गए है, जिनमें से 214728 लोग स्वस्थ हो चुके हैं।

उन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि कोविड-19 का दूसरा टीका समयावधि पूरी होने पर शीघ्र लगवाएं ताकि ताकि आने वाले समय में कोविड-19 की स्थिति को पूरी तरह से नियन्त्रित किया जा सके।      

Tuesday, October 5, 2021

डाॅ. रचना गुप्ता की पुस्तक ‘देवधराः हिमाचल प्रदेश’ का विमोचन

 5th October 2021 at 7:02 PM

राज्यपाल ने किया इस विशेष पुस्तक का विमोचन 


शिमला: 05 अक्तूबर, 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने आज यहां लेखिका और वरिष्ठ पत्रकार डाॅ. रचना गुप्ता, जो हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग की सदस्य भी हैं, की पुस्तक ‘देवधराः हिमाचल प्रदेश’ का विमोचन किया। यह पुस्तक राष्ट्रीय पुस्तक न्यास, भारत द्वारा प्रकाशित की गई है।

इस अवसर पर, राज्यपाल ने कहा कि यह पुस्तक पाठकोें को हिमाचल के बारे में सूचना, ज्ञान, शोध, अन्वेषण का एक नया मार्ग प्रशस्त करेगी। उन्होंने कहा कि अच्छी पुस्तकें पढ़ना जरुरी है और यह एक अभियान बनना चाहिए। किसी घर में रखी पुस्तकें-पत्रिकाएं नई पीढ़ी के चरित्र निर्माण में सहायक होती हैं। उन्होंने कहा कि क्यों न हम सभी महीने में एक बार किसी विद्यालय में जा कर लोगों को पुस्तकें पढ़ने के लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक न केवल राज्य के लोगों के लिए, बल्कि राज्य में विभिन्न प्रयोजन से आने वाले लोगों के लिए भी एक त्वरित संदर्भ पुस्तिका है। उन्होंने इस पुस्तक के विमोचन को एक मणिकांचन योग निरुपित किया क्योंकि यह देश की स्वतन्त्रता का अमृत महोत्सव और हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण महोत्सव का युग्म हैं।

श्री आर्लेकर ने कहा कि इस पुस्तक को उन्होंने पढ़ा है और इसमें अब तक की विकास यात्रा से लेकर यहां के इतिहास, विभिन्न घटनाओं, सभी जिलों की विशेषताएं, भूगोल, इतिहास, संस्कृति की स्पष्ट जानकारी दी गई है। उन्होंने राष्ट्रीय पुस्तक न्यास को राज्य में पुस्तक के प्रकाशन के लिए बधाई दी तथा कहा कि यहां के इतिहास और धरोहर से लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेज़ों ने तथ्यों को तोड़-मरोड़कर पेश किया। यह थोपी गई धारणाएं स्थायी न बनें, इसके लिए प्रयास होने चाहिए। हमेें इतिहास को संजोकर रखना है लेकिन भविष्य में विकास कैसे सुनिश्चित होगा, इस पर विचार किया जाना चाहिए।

राज्यपाल ने कहा कि पुस्तकें ही हमारी सच्ची मित्र और मार्गदर्शक होती हैं। इसलिए नई पीढ़ी में पढ़ने की आदत डालने की आवश्यकता है अन्यथा वे नशे की ओर आकर्षित होंगे। आज देश में ‘चरित्र का संकट’ है। इसलिए संस्कार देने की आवश्यकता है, जो हमें घर से और अच्छी पुस्तकों को पढ़ने से मिलते हैं। युवा पीढ़ी क्या सोचती है, उसी पर देश का भविष्य निर्भर करता है।

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के अध्यक्ष प्रो. गोविन्द प्रसाद शर्मा ने कहा कि किस तरह किसी किताब का विमोचन महज लेखक ही नहीं बल्कि पाठक, प्रकाशक और आलोचक सभी के लिए आनंद का अवसर होता है। उन्होंने कहा कि पुस्तकों का संसार ही अलग होता है- यह फ्रेंड, फिलोसोफर और गाईड होती हैं। पुस्तकें  विचारों के विकल्प प्रस्तुत करती हैं। प्रजातान्त्रिक समाज सदैव विकल्पों की तलाश में रहता है और पुस्तकें विकल्पों की पूर्ति करती हैं।

हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने इस अवसर पर कहा कि यदि किसी पुस्तक का प्रकाशन नेशनल बुक ट्रस्ट से हो रहा है तो यह उसकी सार्थकता और सामयिकता का प्रमाण है। उन्होंने राज्य की पिछले 50 वर्षों की विकास यात्रा को अतुलनीय बताते हुए आने वाले दस सालों में राज्य की जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण संरक्षण में महत्पूर्ण भूमिका का उल्लेख किया।

पुस्तक की लेखिका डाॅ. रचना गुप्ता ने इस सृजन यात्रा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गत बीस साल के पत्रकारिता जीवन में उन्होंने महसूस किया कि हर दिन ख़बरों की खाई से कुछ नया निकलता है लेकिन अगले दिन वह गुम  हो जाता है। उन्होंने अपने ऐसे ही अनुभवों को पुस्तक के रूप में ढालने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की विकास यात्रा बेहद कठिन दौर से आगे बढ़ी है और इसमें सभी दौर की सरकारें, राजनेता, नौकरशाही की सामान महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लेखिका ने राज्य के पहले मुख्यमंत्री डाॅ. वाई.एस. परमार की कई स्मृतियाँ साझा कीं।

राष्ट्रीय पुस्तक न्यास के निदेशक युवराज मलिक ने कहा कि इस पुस्तक की खूबसूरती इसकी सरलता है और इसे कोई भी आम आदमी को समझने में सहजता होगी। पिछले 65 वषों से नेशनल बुक ट्रस्ट 50 से अधिक भाषाओं में देश के हर आयु वर्ग के लिए उत्कृष्ट पुस्तकें प्रकाशित कर देश के ‘नाॅलेज पार्टनर’ के रूप में अपनी भूमिका निभाता रहा है।

इस पुस्तक में हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व की 50वीं वर्षगांठ की महत्ता को रेखांकित करते हुए उसकी नैसर्गिक और अर्जित विशेषताओं तथा हासिल उपलब्धियों का एक तटस्थ विश्लेषण किया गया है। इसमेें विगत की आदिम, पौराणिक, ऐतिहासिक, सामाजिक-आर्थिक, राजनीतिक तथा मनोवैज्ञानिक, प्रवृत्तियों-रूझानों और लोकतांत्रिक तौर-तरीकों का विश्लेषण किया गया है।

हिमाचल प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अजय कुमार, पुलिस महानिदेशक संजय कुण्डू, विभिन्न आयोगों के अध्यक्ष, प्रदेश सरकार के वरिष्ठ अधिकारी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।

Monday, September 27, 2021

15 अक्टूबर को होगा ‘‘अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा’’ का शुभारम्भ

27th October 2021 at 07:15 PM

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में हुई राज्यस्तरीय कुल्लू दशहरा समिति की बैठक


कुल्लू
: 27 सितंबर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो):: 

अंतरराष्ट्रीय कुल्लू दशहरा उत्सव के आयोजन से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा के लिए राज्यस्तरीय कुल्लू दशहरा समिति की बैठक आज मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी की अध्यक्षता में आयोजित हुई। इस वर्ष अन्तर्राष्ट्रीय कुल्लू दशहरा 15 से 21 अक्टूबर, 2021 तक आयोजित किया जाएगा। मुख्यमंत्री जी ने दशहरा उत्सव के लिए सभी तैयारियां समयबद्ध पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने उत्सव के दौरान उचित सुरक्षा व्यवस्था व निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने तथा कोविड-19 महामारी से सुरक्षा के लिए समय-समय पर जारी विभिन्न दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि मेले व त्योहार हमारी संस्कृति के द्योतक हैं। इनका संरक्षण एवं सवंर्धन सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार कृतसंकल्प है और इस दिशा में समय-समय पर विभिन्न कदम उठाए गए हैं। कुल्लू दशहरा की प्रदेश ही नहीं बल्कि विश्व में एक अलग पहचान है। यह हमारी धार्मिक मान्यताओं और सांस्कृतिक मूल्यों का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि वैश्विक कोरोना महामारी ने सम्पूर्ण विश्व को प्रभावित किया है। इससे सामान्य जन-जीवन ही नहीं बल्कि विभिन्न गतिविधियों, मेलों, त्योहरों और अन्य आयोजनों को भी प्रभावित किया है।

शिक्षा, भाषा, कला एवं संस्कृति मंत्री श्री गोविन्द सिंह ठाकुर जी ने दशहरा उत्सव आयोजन संबंधी जिला स्तरीय समिति तथा जिला कारदार संघ के साथ आयोजित बैठकों की जानकारी दी। उन्होंने उत्सव के आयोजन से सम्बन्धित विभिन्न सुझाव दिए। बैठक में निर्णय लिया गया कि दशहरा उत्सव में आने के लिए सभी देवी-देवताओं को निमंत्रण दिया जाएगा। उत्सव के दौरान धार्मिक अनुष्ठान परंपरागत ढंग से आयोजित होंगे लेकिन इस वर्ष मेले में सांस्कृतिक तथा व्यावसायिक गतिविधियां नहीं होंगी। मेले के शुभारंभ अवसर पर राज्यपाल श्री राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेेकर जी और समापन अवसर पर मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी मुख्य अतिथि होंगे। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि भाषा एवं संस्कृति विभाग मेले के आयोजन के लिए 10 लाख रुपये की अतिरिक्त राशि जिला प्रशासन कुल्लू को प्रदान करेगा।


Thursday, September 23, 2021

राज्यपाल को गुरमीत बेदी ने अपनी साहित्यिक कृतियां भेंट की

 Thursday 23rd September 2021 at 02:53 PM

 हिंदी के जानेमाने साहित्यकार हैं गुरमीत बेदी 


शिमला
: 23 सितम्बर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर को गत सायं चंडीगढ़ में हिमाचल प्रदेश सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग के उप-निदेशक एवं कवि गुरमीत बेदी ने अपनी साहित्यिक कृतियां भेंट की।

इस अवसर पर राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने लेखक के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार साहित्य, कला, संस्कृति के संरक्षण व संवर्द्धन के लिए प्रतिबद्ध है और प्रदेश में लेखकों व कलाकारों को प्रोत्साहित करने के लिए अनेक मंच प्रदान किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह गर्व की बात है कि प्रदेश के लेखक व साहित्यकार निरंतर सृजनात्मक कार्य कर रहे हैं।

राज्यपाल ने गुरमीत बेदी द्वारा साहित्य की हर विधा में लेखन करके राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार हासिल करने के लिए उन्हें बधाई दी और आशा व्यक्त की कि वे भविष्य में भी अपनी लेखनी से साहित्य जगत को समृद्ध करते रहेंगे।

हिमाचल साहित्य अकादमी से पुरस्कृत गुरमीत बेदी ने अपने 38 साल के लेखकीय सफर में 3 उपन्यास, 2 कहानी संग्रह, 2 कविता संग्रह, 3 व्यंग्य संग्रह व 2 शोध पुस्तकें लिखी हैं। उन्होंने कई साहित्यिक पुस्तकों व पत्रिकाओं का संपादन भी किया है। उनकी पुस्तकें विश्व पुस्तक मेले का हिस्सा भी बन चुकी हैं। उनके कविता संग्रह ‘मेरी ही कोई आकृति’ व कहानी संग्रह ‘सूखे पत्तों का राग’ का जर्मन भाषा  में अनुवाद हुआ है। गुरमीत बेदी जर्मनी व माॅरीशस में आयोजित वल्र्ड पोएट्री फेस्टिवल में भी भाग ले चुके हैं और उन्हें देश-विदेश के कई प्रमुख पुरस्कारों से सम्मानित किया गया है।

गुरमीत बेदी के पहले  कविता संग्रह ‘मौसम का तकाजा’ के लिए  उन्हें  हिमाचल साहित्य अकादमी अवार्ड व कहानी संग्रह ‘कुहासे में एक चेहरा’ के लिए   पंजाब कला साहित्य अकादमी अवार्ड भी मिल चुका है। गुरमीत बेदी को व्यंग्य लेखन के लिए कनाडा का विरसा अवार्ड और प्रतिष्ठित ‘व्यंग्य यात्रा’ सम्मान भी मिला है।  दिल्ली के हिंदी भवन में उन्हें लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है। गुरमीत बेदी के उपन्यास ‘खिला रहेगा इंद्रधनुष’ पर एक टेलीफिल्म भी बन रही है।    

Friday, September 17, 2021

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सम्मान में विशेष आयोजन

 17th September 2021 at 09:18 PM

 लोक सांस्कृतिक दलों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं 


शिमला
: 17 सितम्बर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो):: 

महामहिम राष्ट्रपति जब हिमाचल में पहुंचे तो उनके स्वागत में सारा हिमाचल श्रद्धा से नतमस्तक हो गया। जगह जगह स्वागत का उत्साह दिखा। सभी में एक ख़ुशी की लहर नज़र आई।राष्ट्रपति के सम्मान में सांस्कृतिक कार्यक्रम और रात्रि भोज का आयोजन भी किया गया। 

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के सम्मान में आज यहां राजभवन में सांस्कृतिक कार्यक्रम और रात्रि भोज का आयोजन किया गया। इस अवसर पर देश की प्रथम महिला सविता कोविंद और उनकी सुपुत्री कुमारी स्वाति भी उपस्थित थीं। उनकी मौजूदगी सभी प्रसन्न थे। 

इस मौके पर राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर, मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर तथा हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति रवि मलिमथ ने राष्ट्रपति का राजभवन पहुंचने पर स्वागत किया। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश ने उच्च न्यायालय के न्यायधीशों का राष्ट्रपति से परिचय करवाया।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष विपिन सिंह परमार, केंद्रीय युवा सेवाएं एवं खेल तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर, प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, मंत्रिमण्डल के अन्य सदस्यगण तथा गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।

इस अवसर पर, भाषा, कला एवं संस्कृतिक विभाग के लोक सांस्कृतिक दलों ने अपनी प्रस्तुतियां दीं। 

Monday, September 13, 2021

जनमंच में 1609 शिकायतें व मांगें प्राप्त हुईं

12th September 2021 at 7:44 PM

अधिकांश मामलों का किया गया मौके पर निपटारा


शिमला:12 सितम्बर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

हिमाचल प्रदेश में जनमंच का आयोजन बेहद लोकप्रिय हुआ था लेकिन फिर कुछ कारणों से इसे नियमित नहीं रखा जा सका। अब काफी अंतराल के बाद इसका सिलसिला फिर से शुरू हुआ। आज प्रदेश के 11 जि़लों के विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में जनमंच प्रोग्राम आयोजित किए गए। इन जनमंच आयोजनों में 1609 शिकायतें व मांगें प्राप्त हुई, जिनमें से अधिकांश मामलों का मौके पर ही निपटारा किया गया। प्रशासन द्वारा जनमंच के दौरान कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए सभी आवश्यक सुरक्षा उपायों का सख्ती से पालन किया गया।

पहले करते हैं जिला मण्डी की बात:

जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने जिला मण्डी के करसोग में आयोजित जनमंच कार्यक्रम की अध्यक्षता की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश में कई कल्याणकारी योजनाएं क्रियान्वित की जा रही हैं और विभागीय अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि इन कार्यक्रमों और योजनाओं का लाभ सभी पात्र लोगों को मिले। 

जनमंच के दौरान कुल 146 जन शिकायतें प्राप्त हुई, जिनका जल शक्ति, बागवानी, राजस्व व सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने विभागीय अधिकारियों की मौजूदगी में मौके पर ही निपटारा कर दिया। इसके अलावा कुल 186 मांगे भी प्राप्त हुईं जिन्हे आगामी निपटारे के लिए संबंधित विभागों को सौंप दिया गया।

बेटी है अनमोल योजना तथा हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के लाभार्थियों को बांटी एफडीआर व गैस कनेक्शन जन मंच के दौरान जल शक्ति मंत्री ने बेटी है अनमोल योजना के अंतर्गत बीपीएल परिवारों की पांच लाभार्थी बेटियों जिनमें सेरटी की तान्या, कोट की वैष्णवी, भनाच की पल्लवी ठाकुर, लोअर करसोग की परिधि तथा सानना गांव की अमायरा सिंह शामिल है को 12-12 हजार रूपये की एफडीआर वितरित कीं। जबकि हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के अंतर्गत सात लाभार्थियों को एलपीजी गैस कनेक्शन भी वितरित किये।

प्री जनमंच की रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए एसडीएम करसोग सन्नी शर्मा ने बताया कि इस दौरान लाभान्वित 13 ग्राम पंचायतों में से कुल 59 जन शिकायतें प्राप्त हुईं। साथ ही राजस्व विभाग से जुड़े विभिन्न तरह के 981 प्रमाणपत्र जारी किये गए तथा 145 म्यूटेशन अनुप्रमाणित की गईं। इस बीच 51 एफिडेविट, 65 आधार अपडेशेन, आठ निसानदेही तथा 378 विभिन्न तरह के फार्म को अनुप्रमाणित भी किया गया।

प्री-जनमंच के दौरान ही 60 मृदा स्वास्थ्य कार्ड तथा 211 उद्यान कार्ड भी बनाए गए। पशुपालन विभाग के माध्यम से 142 पशुओं का पंजीकरण किया गया तथा 2 स्वास्थ्य शिविर भी लगाए। इसी दौरान विभिन्न विभागों के माध्यम से 37 साईट्स का भी निरीक्षण किया गया। इस बीच 111 विभिन्न मांगे भी प्राप्त हुईं।

इस अवसर पर करसोग के विधायक हीरा लाल, सुंदरनगर संगठनात्मक जिलाध्यक्ष दिलीप ठाकुर, कुंदन ठाकुर, युवराज, रतन, चेतन गुलेरिया, सीमा ठाकुर, उपायुक्त अरिंदम चैधरी, पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री, अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल, एसडीएम सन्नी शर्मा सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य गण्यमान्य लोग उपस्थित रहे।

Sunday, September 12, 2021

एस.सी.वी.टी. पी.टी.आई. संघ मण्डी के प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री से की भेंट

12th September 2021 at 5:40 PM

संघ ने अपनी विभिन्न मांगों से मुख्यमंत्री को अवगत करवाया


शिमला
: 12 सितम्बर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो):: 

हर क्षेत्र  वर्गों की समस्याएं होती हैं सो पी टी आई संघ से जुड़े लोगों की कई समस्याएं हैं। इन मुद्दों को लेकर इनका प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर से मिला। एस.सी.वी.टी. पी.टी.आई. संघ मण्डी के प्रतिनिधिमण्डल ने मुख्यमंत्री से भेंट क्र के अपनी सभी मुश्किलें उन्हें बतायीं। 
एस.सी.वी.टी. पी.टी.आई. संघ, मण्डी के एक प्रतिनिधिमण्डल का नेतृत्व  संघ के अध्यक्ष पप्पू भाटिया ने किया। इस शिष्टमंडल ने आज ओक ओवर शिमला में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर से भेंट की और उन्हें संघ की विभिन्न मांगों से अवगत करवाया। यह भेंट बहुत ही सौहार्दपूर्ण माहौल में हुई। 
मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमण्डल को आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार उनकी मांगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। इस आश्वासन से इन सभी लोगों को काफी संतोष हुआ। 

राज्य में प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के तहत 18603 महिलाएं लाभान्वित

 12th September 2021 at 1:31 PM

लाभार्थियों को तीन किश्तों में 5000 रुपये की प्रोत्साहन राशि

शिमला: 12 सितंबर 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो):: 
राज्य सरकार ने बच्चों, किशोरियों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण में सुधार के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं आरम्भ की हैं। राज्य सरकार ने गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करवाने वाली माताओं में कुपोषण की समस्या के समाधान को उच्च प्राथमिकता देते हुए राज्य में प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना आरम्भ की है। यह योजना महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा क्रियान्वित की जा रही है।
इस योजना के तहत पात्र गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करवाने वाली माताओं को पहले बच्चे जन्म पर मातृत्व सुविधा प्रदान की जा रही है। शर्तों को पूरा करने वाली पात्र लाभार्थियों को तीन किश्तों में 5000 रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जा रही है।
राज्य में प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के तहत एक लाख 96 हजार 491 लाभार्थियों का पंजीकरण किया गया है। वर्ष 2017 में इस योजना के आरम्भ से अब तक लाभार्थियों के बैंक खातों में 82.59 करोड़ रुपये जमा किए गए हैं। वर्ष 2021-22 में अब तक लगभग 18603 लाभार्थियों का पंजीकरण किया जा चुका है और इन लाभार्थियों के बैंक खातों में छः करोड़ 10 लाख 32 हजार रुपये जमा किए गए हैं।
राज्य सरकार ने गर्भवती महिलाओं और स्तनपान करवाने वाली माताओं की पोषण संबंधी आवश्कताओं के दृष्टिगत वेतन कटौती की स्थिति में आंशिक मुआवजा और स्वास्थ्य सुधार के लिए प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना का प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित किया है। योजना के तहत जिला शिमला में सात करोड़ 87 लाख 75 हजार रुपये और जिला सोलन में 16,440 पात्र महिलाओं को छः करोड़ 40 लाख रुपये व्यय कर लाभान्वित किया गया हैै। योजना के क्रियान्वयन से अब तक जिला कांगड़ा में लगभग 21 करोड़ रुपये व्यय कर 47 हजार पात्र महिलाओं को लाभान्वित किया जा चुका है।
एकीकृत बाल विकास सेवाएं योजना के तहत क्रियान्वित की जा रही प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना का लक्ष्य देश में महिलाओं और बच्चों में कुपोषण की समस्या का समाधान करना है।
केन्द्र सरकार, राज्य सरकार, निजी क्षेत्र की इकाइयों या इसी प्रकार की अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करने वाली महिलाओं को छोड़कर अन्य सभी गर्भवती महिलाएं और स्तनपान करवाने वाली माताओं को इस योजना में शामिल किया गया है।

Monday, August 30, 2021

मुख्यमंत्री ने किशन चन्द के ईलाज के लिए एक लाख रुपये स्वीकृत किए

 30th August 2021 at 6:53 PM

 काश हर ज़रूरतमंद तक यूही पहुंच पाए सत्ता  


मंडी: 30 अगस्त 2021: (देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

जब मुसीबत आती है तो गरीब इंसान अक्सर ही अकेला पड़ जाता है। जिन पर गर्व होता है वे सबसे पहले साथ छोड़ जाते हैं। धीरे धीरे उसे अहसास होता है किसीका कोई नहीं--आज सब अकेले हैं। मुसीबत बीमारी बन कर आई हो तो स्थिति और भी दयनीय हो जाती है। ऐसे में भगवान कोई न कोई बहाना बन कर एते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ मंडी के कोटली क्षेत्र में लम्बे समय से बीमार पड़े किशन चंद के साथ। भगवान का ही सहारा बचा था लेकिन भगवान भी आसानी से कहाँ सुनते हैं? लेकिन अचानक एक दिन करिश्मा हुआ।  

उसके घर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर स्वयं आए। जिला मण्डी में कोटली क्षेत्र के दौरे के दौरान आज जब मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर को क्षेत्र के एक जनप्रतिनिधि के माध्यम से ज्ञात हुआ कि ग्राम पंचायत सेहली में चनौण गांव के निवासी श्री किशन चन्द लम्बे समय से बीमार हैं, तो वह स्वयं श्री किशन चन्द से मिलने के लिए पैदल चल कर उनके घर पहुंचे। यह किसी चमत्कार से कम भी न था। हालांकि मुख्य मंत्रीओ तक खबर पहुंचने  व्यक्ति इस का  होगा। आखिर भगवान सब कुछ बहुत ही साधारण तरीके से ही करते हैं न। 

मुख्यमंत्री ने बीमार और निराश पड़े किशन चन्द का कुशलक्षेम जाना और उनकी कमज़ोर आर्थिक स्थिति के बारे में जानकर ईलाज के लिए एक लाख रुपये स्वीकृत किए। आजकल की महंगाई में बेशक एक लाख कोई ज़्यादा रकम नहीं है लेकिन सुना है डूबते को तिनके का सहारा। यह तो फिर भी एक लाख रूपये थे। यह रकम किशनचंद को स्वस्थ कर देगी और वह बहुत जल्द ही कई लाख कमा लेगा। 

गौरतलब है कि श्री जय राम ठाकुर जरूरतमंद लोगों के दुख-दर्द का निवारण करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। वह, मुख्यमंत्री राहत कोष और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लोगों को सहायता प्रदान कर यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रदेश में किसी भी व्यक्ति को आर्थिक अभाव के कारण समस्याओं का सामना न करना पड़े। अगर आपके पास भी ऐसी ही कोई जानकारी हो तो अवश्य भेजें। 

Saturday, August 28, 2021

मनाली में खोला जाएगा जल शक्ति मण्डलः जय राम ठाकुर

 28th August 2021 at 4:23 PM

 100 करोड़ की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास 


शिमला
:28 अगस्त 2021 (देवभूमि स्क्रीन डेस्क):

हिमाचल में विकास कार्य तूफानी गति से जारी हैं। तकरीबन हर क्षेत्र में मंत्री जयराम ठाकुर स्वयं पहुँच रहे हैं। आह हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बता रहे हैं मनाली विधानसभा क्षेत्र में शुरू हुए नए विकास कार्यों की एक शाब्दिक झलक। 

मनाली विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कुल्लू जिला के मनाली विधानसभा क्षेत्र में लगभग 100 करोड़ रुपये लागत की 26 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए।

उन्होंने 40.13 करोड़ रुपये लागत की परियोजनाआंे के लोकार्पण किए, जिनमें पतलीकुहल स्थित 5.52 करोड़ रुपये लागत से निर्मित आईटीआई भवन मनाली, 3.38 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय उच्च विद्यालय हलाण-1 का भवन, सेउबाग में 5.32 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय बहुतकनीकी महाविद्यालय के छात्रावास, एक करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना नगर और उपरला मोहल रूमसू के संवर्धन कार्य, ग्राम पंचायत अरछंडी में 2.89 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना, शारण कलौंटी, माहली और जाणा के संवर्धन कार्य, 90 लाख रुपये लागत की उठाऊ सिंचाई योजना माहली के सीएडी कार्य, 2.86 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नगर रूमसू सड़क, 6.40 करोड़ रुपये की लागत से पनगां शेगली कशेरी से गलौंन सड़क, 2.49 करोड़ रुपये की लागत के निर्मित धारा से रूंगा सड़क, 93 लाख रुपये से निर्मित जगतसुख भनारा सड़क, 1.54 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बूरवा मझैच सड़क, राउगी नाला के ऊपर 1.01 करोड़ रुपये की लागत से डबल लेन पुल, नाबार्ड के अन्तर्गत 2.29 करोड़ रुपये की लागत से कराल हिमरी सड़क के सुधार एवं मैटलिंग कार्य और 3.60 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बबेली इन्दौर सड़क शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने 60.39 करोड़ रुपये की लागत की 12 विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास किए जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान में 6.82 करोड़ रुपये की लागत के इण्डोर स्टेडियम, ग्राम पंचायत बड़ाग्रां और जिंदी, बारी और कुलह गांवों के लिए 3.42 करोड़ रुपये लागत की जलापूर्ति योजना के संवर्धन एवं सुधारीकरण कार्य, ग्राम पंचायत रियारा के गांवों के लिए 3.01 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजना के संवर्धन, ग्राम पंचायत करजां में 85 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना सजला-करजां के सुधारीकरण कार्य, ग्राम पंचायत कटराईं में 84 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना कटराईं के सुधारीकरण और ग्राम पंचायत हलान-1 में 90 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना रांगरी और बाथर शामिल हैं।

जय राम ठाकुर ने 28.11 करोड़ रुपये लागत की जलापूर्ति योजना धारा घोट, सेऊबाग, कराड़सू, सारच, कोलीबेहड़, बदाह और खलयानी पधर, 3.09 करोड़ रुपये की बहाव सिंचाई योजना बागा, मलोगी और बनेही, 2.06 करोड़ रुपये की लागत से बहाव सिंचाई योजना कशेड़ी नाला से शंगेहड़, 9.09 करोड़ रुपये से कटराईं के गांवों के लिए ब्यास नदी पर बाढ़ सुरक्षा कार्य, 1.43 करोड़ रुपये से उठाऊ सिंचाई योजना अप्पर सेऊबाग के लिए सीएडी कार्य और 77 लाख रुपये से बहाव सिंचाई योजना दवाड़ा के कार्यों का भूमि पूजन भी किया।

मुख्यमंत्री ने बड़ाग्रां में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश कोविड महामारी के लिए टीकाकरण की पहली खुराक के शत-प्रतिशत कवरेज के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस उपलब्धि के लिए प्रदेश को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय प्रदेश के डाॅक्टरों व पैरामेडिकल कर्मचारियांे की कड़ी मेहनत और समर्पण तथा प्रदेशवासियों के सक्रिय सहयोग को जाता है। उन्होंने प्रदेशवासियों से टीकाकरण के लिए आगे आने का आग्रह किया ताकि प्रदेश 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के शत-प्रतिशत टीकाकरण जनसंख्या वाला पहला राज्य बन सके।

जय राम ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार ने विकास में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया है। उन्होंने प्रदेशवासियों से महिलाओं के सशक्तिकरण का आग्रह किया क्योंकि इससे मजबूत और जीवंत समाज का निर्माण सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी और लाॅकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार ने देश के विभिन्न भागों में फंसे सभी हिमाचलियों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित की। इस दौरान विशेष बसों और रेल गाडि़यों के माध्यम से लगभग 2.50 हिमाचलियों को सुरक्षित घर लाया गया।

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य सेवाओं व स्वास्थ्य अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रदेश की पूर्व कांग्रेस सरकार ने कोई कार्य नहीं किया। कोरोना महामारी फैलने के समय राज्य में केवल दो आॅक्सीजन संयंत्र और 50 वेंटीलेटर उपलब्ध थे, जबकि वर्तमान में राज्य में 12 कार्यशील आॅक्सीजन संयंत्र तथा 800 वेंटीलेटर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में 28 और आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं।

जय राम ठाकुर ने लोक सभा, पंचायती राज संस्थाओं, शहरी स्थानीय निकायों तथा विधानसभा के लिए दो उप-चुनावों में राज्य सरकार का सहयोग करने के लिए लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोक सभा की सभी चारों सीटें जीती हैं और इसके अतिरिक्त राज्य की पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में भी 75 प्रतिशत सीटें हासिल की हैं। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा आरम्भ की गई विभिन्न विकासात्मक तथा कल्याणकारी योजनाओं की भी विस्तृत जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने गरीब व जरूरतमंद लोगों के कल्याण के कोई कार्य नहीं किए।

मुख्यमंत्री ने मनाली में जल शक्ति मण्डल खोलने, नाथन में हेलीपेड के निर्माण, प्राथमिक पाठशाला सरली और गलां को माध्यमिक पाठशालाओं में स्तरोन्नत करने, हलां के अन्तर्गत माध्यमिक पाठशाला शिल्ला उच्च माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने, राजकीय उच्च माध्यमिक पाठशाला पलचान, हलाण-1, जाणा और शिरार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने, बड़ागांव सड़क के लिए 20 लाख रुपये, ब्रां में पशु चिकित्सालय, मनाली विधानसभा क्षेत्र में नई बनी नौ पंचायतों को प्रत्येक के लिए 10 लाख रुपये, हरिपुर पशु औषधालय को पशु अस्पताल में स्तरोन्नत करने, मंजली धार तथा धोलुनाला में स्वास्थ्य उप-केन्द्र खोलने, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रायसन को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने, सजला में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने, नागरिक अस्पताल मनाली में बिस्तरों की क्षमता 50 से 100 करने और मनाली में गौसदन खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मनाली में होटल प्रबंधन संस्थान खोलने का मामला केन्द्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा। 

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मनाली सड़क को डबल लेन करने के लिए 300 करोड़ रुपये स्वीकृत के लिए भी मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आग्रह पर मनाली-कुल्लू लैफ्ट बैंक सड़क मार्ग को भी एनएचएआई द्वारा डबल लेन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े तीन वर्ष में समूचे कुल्लू जिला में अभूतपूर्व विकास हुआ है।

पूर्व सांसद महेश्वर सिंह ने हाल ही में शिमला से वर्चुअल माध्यम से करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा सरकारों के कार्यकाल में राज्य का अभूतपूर्व विकास हुआ है।

राज्य भाजपा उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर और भाजपा मंडलाध्यक्ष दुर्गा सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री और इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्यों का स्वागत किया।

विधायक किशोरी लाल सागर व सुरेंद्र शौरी, जिला भाजपा अध्यक्ष भीमसेन शर्मा, महासचिव अखिलेश कपूर, महिला मोर्चा अध्यक्ष मनीषा सूद, वरिष्ठ भाजपा नेता युवराज बोध, उपायुक्त आशुतोष गर्ग सहित अन्य इस अवसर पर उपस्थित थे।

Friday, August 27, 2021

2 अक्तूबर से आरंभ होगी स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्राः जय राम ठाकुर

27th August 2021 at 5:06 PM

 रथ यात्रा के दौरान होगा आम आदमी के योगदान का जश्न 


शिमला
: 27 अगस्त 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो):: 

दो अक्टूबर एक यादगारी दिन होता है। लाल बहादुर शास्त्री जी की याद भी दिलाता है और महात्मा गाँधी जी की भी। दोनों महान व्यक्तियों का जन्मदिन होता है दो अक्टूबर को। इस दिन को और यादगारी बनाने जा रही है हिमाचल सरकार। 

हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में राज्य सरकार इस वर्ष 2 अक्तूबर से स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा का आयोजन करेगी। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां आयोजित स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा के संबंध में उच्च स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रथ यात्रा के दौरान हिमाचल प्रदेश की गौरवशाली यात्रा के 50 वर्षों में आम आदमी के योगदान का जश्न मनाया जाएगा। सरकार प्रदेश के विभिन्न विभागों के माध्यम से राज्य भर में 51 कार्यक्रम आयोजित करेगी। उन्होंने कहा कि स्वर्णिम रथ यात्रा लगभग दो महीने के दौरान प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह के अवसर पर 25 जनवरी, 2022 को एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विधायक डा. राजीव बिंदल की अध्यक्षता में एक कार्यकारी समिति का गठन किया है। इसके अतिरिक्त, चार उप-समितियां भी गठित की गईं हैं जिनमें स्वर्णिम रथ खरीद समिति, सूचना, शिक्षा एवं संप्रेषण समिति, सोशल मीडिया समिति और बजट समिति शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस वर्ष 25 जनवरी से राज्य में स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा आयोजित करना चाहती थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस यात्रा में राज्य के विकासात्मक इतिहास को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा में विभिन्न क्षेत्रों जैसे- खेल, सामाजिक कार्य, संस्कृति, साहित्य आदि में उपलब्धि हासिल करने वाले सफल लोगों की सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।

जय राम ठाकुर ने कहा कि स्वर्णिम रथ को राज्य के विकास के गौरवशाली इतिहास प्रदर्शित करने के लिए नवीनतम उपकरणों से लैस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख विभाग जैसे शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, लोक निर्माण, जल शक्ति, ग्रामीण विकास, वन और बिजली विभाग भी इन पचास शानदार वर्षों के दौरान हुए विकास का प्रदर्शन करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य पचास वर्षों के दौरान राज्य की शानदार प्रगति के सम्बन्ध में हर हिमाचली के दिलों में गर्व की भावना पैदा करना है। उन्होंने कहा कि हर हिमाचलवासी के भीतर यह भावना जागृत होनी चाहिए कि वह इस गौरवशाली यात्रा का हिस्सा रहा है और राज्य के विकास में योगदान दिया है। उन्होंने अधिकारियों को इन सभी वर्षों के दौरान राज्य के विकास पर प्रकाश डालते हुए गुणवत्तापूर्ण प्रचार साहित्य तैयार करने का भी निर्देश दिया।

जय राम ठाकुर ने जिला प्रशासन को रथ यात्रा से सम्बन्धित कार्य योजना और अन्य जानकारी अंतिम रूप प्रदान करने के लिए एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस रथ यात्रा के सफल बनाने के लिए पंचायती राज संस्थाओं, शहरी स्थानीय निकायों के सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों, युवक मण्डलों, महिला मण्डलों और स्वयं सहायता समूहों से बढ़-चढ़ कर इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।

विधायक और कार्यकारी समिति के अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने सुझाव दिया कि विशेष जिले में कार्यक्रम मनाते समय अलग जिलों के लिए अलग-अलग विषयों पर भी विचार किया जा सकता है।

राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष और बजट समिति के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि जहां रथ यात्रा जाएगी और मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा वहां के मुख्य, ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण भवनों को भी सजाने के प्रयास किए जाने चाहिए।

मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार और स्वर्णिम रथ यात्रा खरीद समिति के अध्यक्ष त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि प्रत्येक परिवार को इस भव्य आयोजन से जोड़ने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए ताकि लोगों को इससे अपनेपन का अहसास हो सके।

मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए सभी विभाग मिलकर काम करेंगे।

निदेशक ग्रामीण विकास ऋग्वेद ठाकुर ने बैठक कर कार्यवाही का संचालन किया।

ज़िला परिषद मंडी के अध्यक्ष पाल वर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी. शर्मा, सचिव देवेश कुमार, विभागाध्यक्षों सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हुए और अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।

Thursday, August 26, 2021

ज़िला किन्नौर सेब विकास कलस्टर के रूप में विकसित होगा

26th August 2021 at 4:45 PM 

  इस प्रोयोजना पर  खर्च होंगे 50 करोड़ रुपयेः महेंद्र सिंह ठाकुर 


किन्नौर//
शिमला: 26 जुलाई 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::
बहुत जल्द किन्नौर को सेब विकास के रूप में  विकसित किया जाएगा। इस मकसद के लिए सभी आरम्भिक कार्यों को पूरा किया जा रहा है और इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए 50 करोड़ रुपए खर्च होंगें। 
बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने एचपीएमसी निदेशक मण्डल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय के आर्थिक सहयोग से जिला किन्नौर को सेब विकास के लिए क्लस्टर के रूप में विकसित किया जाएगा। इस कार्य पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और एचपीएमसी को क्लस्टर विकास एंजेसी का कार्य सौंपा गया है।

बागवानी मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के अंर्तगत पूर्व फसल उत्पादन कार्यकलापों पर बल दिया जाएगा, जिसके अंर्तगत मृदा परीक्षण, पत्ता विश्लेषण, प्लांट हेल्थ क्लीनिक सुविधाएं स्थापित की जाएगी। उत्पादन के तौर-तरीके जैसे उच्च घनत्व पौध रोपण, एकीकृत रोग कीट प्रबंधन कार्य किए जांएगे और फसल उत्पादन, पैकिंग हाऊस, प्रोसेसिंग इकाईयां स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा विपणन के क्षेत्र में कार्य किए जाएंगे, जिनमें मार्केट यार्ड, अपग्रेडेशन, विपणन के नए चैनल स्थापित करना और किन्नौर की ब्रांडिग पर विपणन को बढ़ावा देना शामिल है। इन कार्यों के लिए कृषक उत्पादक समूह का गठन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 600 करोड़ रुपये की सेब आर्थिकी वाले किन्नौर जिला में 10,400 हेक्टेयर भूमि पर सेब की बागवानी की जा रही है।

महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीय उच्चमार्गों पर जिला मण्डी के जड़ोल व जिला सोलन के जाबली में एचपीएमसी के उत्पादों की बिक्री के लिए विक्रय केन्द्र निर्मित किए जा रहे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कुंडली स्थित भूमि एवं कोलकाता में एचपीएमसी की भूमि पर पीपीपी मोड पर विकास कार्य आरम्भ किए जाएंगे। जड़ोल, टिक्कर जिला शिमला में एचपीएमसी द्वारा पेट्रोल पंप (किसान सेवा केंद्र) भी स्थापित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित बागवाानी परियोजना के अंर्तगत 266 करोड़ रुपये की लागत सेे 15 विकास कार्य किए जा रहे हैं। शिमला जिले के पराला में निर्माणाधीन फल विधायन संयंत्र में मिनरल वाटर की बाॅटलिंग के अतिरिक्त कागज़, चिप्स, पशुचारा आदि तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा जड़ोल (सुन्दरनगर) स्थित फल विधायन संयंत्र में आम, नीम्बू, टमाटर पर आधारित फल विधायन की गतिविधियों में वृद्वि करने का भी निर्णय लिया गया है।

महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि एचपीएमसी द्वारा मण्डी मध्यस्थता योजना को और अधिक प्रभावी एवं पारदर्शी बनाने के लिए एंड्रायड बेस्ड मोबाइल एप्लीकेशन लांच किया गया है। इसके फलस्वरूप सूचना एकत्रीकरण एवं इस योजना के क्रियान्वयन में और अधिक पारदर्शिता आएगी। उन्होंने कहा कि अब एचपीएमसी के उत्पाद बिक्री के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य एवं खाद्य आपूर्ति निगम की उचित मूल्यों की दुकानों पर भी उपलब्ध होंगे, जिसके लिए सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सेब के लिए वर्ष 2021 में मण्डी मध्यस्थता योजना के अंर्तगत निगम द्वारा 169 में से 160 क्रय केन्द्र शुरू कर दिए गए हैं, जिनके माध्यम से अब तक 7787 मी.टन सेब की खरीद की गई है। 

बागवानी  मंत्री ने कहा कि स्विटज़रलैंड की जीवौदान इंडिया प्रा. लिमिटेड के साथ 112.320 मी.टन एप्पल जूस बिक्री के लिए अनुबंध किया गया है जिसके तहत अभी तक कंपनी को 44.280 मी.टन जूस भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि एचपीएमसी ने अपने उत्पादों की बिक्री के लिए हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज़ काॅरपोरेशन एवं वीटा के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके अन्तर्गत हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज़ काॅरपोरेशन एक वर्ष के भीतर हरियाणा राज्य में दो हजार हर हित खुदरा स्टोर खोलगा, जिससे एचपीएमसी के उत्पादों की बिक्री में वृद्वि होगी। उन्होंने कहा कि एचपीएमसी ने 100 प्रतिशत प्राकृतिकएप्पल जूस का एक लीटर टैट्रापैक बाज़ार में उतारा है।

बैठक में निगम के उपाध्यक्ष राम सिंह, सचिव बागवानी अमिताभ अवस्थी, विशेष सचिव (वित्त) राकेश कवंर, प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल सहित अन्य सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य उपस्थित थे।

हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं कर्मचारी संगठन की बैठक

 26th August 2021 at 7:09 PM

 सचिवालय के सभी कर्मचारियों का धन्यवाद किया 

शिमला: 26 अगस्त 2021 (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं कर्मचारी संगठन के महासचिव महेश कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारी सेवाएं संगठन की नई कार्यकारिणी ने आज यहां सचिवालय के सभी कर्मचारी साथियों का धन्यवाद किया।

उन्होंने बताया कि नव गठित कार्यकारिणी ने अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त एवं कार्मिक  श्री प्रबोध सक्सेना और सचिव सचिवालय प्रशासन, श्री देवेश कुमार से भी शिष्टाचार भेंट की।

इसके उपरान्त कार्यकारिणी की पहली बैठक हुई । बैठक में निर्णय लिया गया कि निकट भविष्य में सम्भावित लागू होने वाली आचार संहिता के मध्यनज़र सरकार से अनुबन्ध कर्मचारियों के अनुबन्ध कार्यकाल को 3 वर्ष से घटाकर 2 वर्ष करवाने हेतु शीघ्रातिशीघ्र जे0सी0सी0 की बैठक करवाने का आग्रह  किया जाएगा ।

बैठक मेें नवगठित कार्यकारिणी के प्रधान  श्री भूपिन्द्र सिंह बाॅबी , वरिष्ठ उप प्रधान श्री चानण मैहता, महासचिव, श्री महेश कुमार, उप प्रधान श्री राजेन्द्र सिंह मियाॅं, संयुक्त सचिव, श्री महेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष, श्री संजय एवं कार्यकारिणी के कार्यकारी सदस्य श्री रमेश चन्द, श्रीमति दीपिका ठाकुर, श्री विनोद कुमार, श्री अमर सिंह, श्री मनोज शर्मा, श्री विजय कुमार, श्री नवनीत कुमार, श्री कुलदीप सिंह और श्री रक्षित कुमार उपस्थित रहे। 

राज्यपाल ने समदोह में सेना के जवानों के साथ बातचीत की

 26th August 2021 at 4:47 PM

लेडी गवर्नर ने भी देश भक्ति गीत गाकर सैनिकों का मनोबल बढ़ाया


शिमला
: 26 अगस्त  2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र समदोह में आज चहलपहल सी महसूस होती थी। जैसे पूरा पर्यावरण ही गा रहा हो। हर्षोल्लास था। हर कण हर दिशा में उत्साह सा था। यहां उत्साह और जोश का समावेश जैसा माहौल था। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का आज लाहौल-स्पीति जिले के दो दिवसीय दौरे पर समदोह सेना हैलीपेड पहुंचने पर सैन्य अधिकारियों ने स्वागत किया। गौरतलब है कि प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र का यह उनका पहला दौरा है। इस दौरे से सेना के जवान बहुत उत्साहित दिखे। 

अपने इस यादगारी दौरे पर उन्होंने कहा कि आर्मी क्षेत्र में उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य हिमाचल के सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात सैनिकों को गोवा की छात्राओं द्वारा भेजी गई राखी पहुंचाना है। लेडी गवर्नर अनघा आर्लेकर भी इस अवसर पर उनके साथ थीं। इस तरह राखी का बंधन सेना के इन जवानों के राज्यपाल के परिवार का भी भावनात्मक बंधन साबित हुआ। 

अपनी भावनाओं को उन्होंने व्यक्त भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि वह सौभाग्यशाली हैं कि वह सैनिकों को राखी बांधकर वीर जवानों के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले वह गोवा में रक्षा बन्धन के अवसर पर राखियां एकत्रित कर सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात सैनिकों को भेजते थे। राज्यपाल के रूप में इस बार उन्हें यहां आने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस तरह इस पावन त्यौहार के पावन जज़्बात और इस पावन बंधन का उद्देश्य भी एक हुए। 

सैनिकों के कठिन जीवन की चर्चा इस अवसर पर भी हुई। राज्यपाल ने कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व है जो विपरीत परिस्थितियों में भी ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में तैनात रहकर दुश्मनों से दिन-रात हमारी सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वीर सैनिकों के प्रति हम प्यार और स्नेह को इस प्रकार व्यक्त कर सकते हैं जिससे हमारी आने वाली पीढि़यों में भी देश भक्ति की भावना जागृत हो। इस तरह यह त्यौहार और भी ययादगारी बन पाया। 

राज्यपाल ने इस अवसर पर सैनिकों से बातचीत कर अपने अनुभवों को भी साझा किया। इस अवसर पर लेडी गवर्नर ने भी देश भक्ति गीत गाकर सैनिकों का मनोबल बढ़ाया। यह बहुत ही यादगारी बन पड़ा। गीत गायन से तो भावनाओं को पंख ही लग गए। 

इसके पश्चात् राज्यपाल ने समदोह हैलीपेड से लेपचा चैकी का दौरा किया और वहां भारत-तिब्बत सीमा पुलिस कर्मियों के साथ बातचीत की।


हिमाचल प्रदेश में विकास कार्यों की आंधी

 26th August 2021 at 3:02 PM

 विभिन्न स्थानों पर करोड़ों रुपयों की परियोजनाओं के शुभारम्भ 


शिमला
26 अगस्त 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

मुख्यमंत्री ने सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के ढलवान में उप-तहसील खोलने और बलद्वाड़ा को नागरिक अस्पताल बनाने की घोषणा की

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला मंडी के सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में 140 करोड़ रुपये लागत की 12 विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए। इनमें 100 करोड़ रुपये की परियोजनाएं सरकाघाट क्षेत्र के बलद्वाड़ा में क्रियान्वित की जाएंगी।

जय राम ठाकुर ने तलाऊ में 2.91 करोड़ रुपये की लागत से बने 33/11 के.वी. सब-स्टेशन, ग्राम पंचायत नवानी, कशमैला, धनलग चैक, जाहमत और नरोला के लिए  डेहर में सतलुज नदी से 27.85 करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न उठाऊ जलापूर्ति योजनाओं के संवर्धन कार्य, 3.14 करोड़ रुपये की लागत से बने खुडला-सारस-समलोन-कलथार सड़क और 2.83 करोड़ रुपये की लागत से बने अप्पर भामला से खरेड़ दधवान सम्पर्क मार्ग के उद्घाटन किए।

मुख्यमंत्री ने 2.60 करोड़ रुपये की लागत से 33/11 के.वी. सब-स्टेशन खुडला की सिंगल सर्कट एच.टी. लाइन बिछाने, 2.78 करोड़ रुपये की लागत वाले अम्बला-गलू-अन्धारा-हरवान सड़क, जल शक्ति खंड सरकाघाट के अन्तर्गत 55.25 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न उठाऊ जलापूर्ति व जलापूर्ति योजनाओं का स्त्रोत स्तर पर संवर्धन और सरकाघाट तहसील की ग्राम पंचायत नरोला के मटयारा में 2.12 करोड़ रुपये की लागत से बहाव सिंचाई व उठाऊ सिंचाई योजनाओं के शिलान्यास किए।

बलद्वाड़ा में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने राजकीय माध्यमिक पाठशाला कलखर को राजकीय उच्च पाठशाला में स्तरोन्नत करने, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बलद्वाड़ा को 50 बिस्तर क्षमता वाले नागरिक अस्पताल में स्तरोन्नत करने, राजकीय महाविद्यालय बलद्वाड़ा में विज्ञान की कक्षाएं आरम्भ करने, ढलवान में उप-तहसील खोलने, पत्रीघाट पशु औधालय को पशु अस्पताल के रूप में स्तरोन्नत करने और भांबला में हैलीपेड के निर्माण की घोषणा की।

जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के लिए लगभग 97 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। यह चिकित्सकों और पैरा-मेडिकल स्टाफ के परिश्रम के अतिरिक्त प्रदेशवासियों के सक्रिय सहयोग से सम्भव हो पाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति बिस्तर और आॅक्सीजन की अनुपलब्धता के कारण चिकित्सीय उपचार से वंचित न रहे। देश में जब यह महामारी फैली थी उस समय प्रदेश में केवल दो आॅक्सीजन सयंत्र थे जबकि अब राज्य में लगभग 28 आॅक्सीजन सयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं जिनमें से 12 सयंत्र कार्यशील किए जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार logon को भ्रष्टाचारमुक्त शासन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस सरकार में भ्रष्टाचार के लिए कोई भी स्थान नहीं है और पिछले लगभग साढ़े तीन वर्षांे के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार का एक भी मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने का कि प्रदेश के लोगों ने लोकसभा, पंचायती राज संस्थानों, स्थानीय शहरी निकायों और दो विधानसभा क्षेत्रों के लिए हुए उप-चुनाव में वर्तमान राज्य सरकार को भरपूर सहयोग दिया है। पंचायती राज संस्थानों के चुनाव में चुनकर आए 75 से अधिक प्रधान भाजपा समर्थित हैं।

जय राम ठाकुर ने प्रदेश के लोगों का सामाजिक-आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न विकासात्मक कल्याणकारी योजनाओं से लोगों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि गृहिणी सुविधा योजना के अन्तर्गत 3.17 लाख पात्र परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। केन्द्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं उठा पाने वाले गरीब परिवारों के लिए हिमकेयर योजना वरदान साबित हो रही है। इस योजना के अन्तर्गत 1.75 लोग लाभान्वित हो रहे हैं।   

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक संगठनों को सम्मानित किया।

जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने विभिन्न विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित करने के लिए क्षेत्र के लोगों की ओर से मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रदेश में कोरोना महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने क्षेत्र के लोगों को आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री द्वारा आज किए गए जलापूर्ति परियोजनाओं के शिलान्यासों का कार्य एक वर्ष के भीतर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को लाभान्वित करने के लिए प्रदेश के निचले क्षेत्रों के सात जिलों में 1,688 करोड़ रुपये की बाह्य वित्तपोषित बागवानी शिवा परियोजना क्रियान्वित की जा रही है।  

सरकाघाट के विधायक कर्नल इन्द्र सिंह ने क्षेत्र के लिए 140 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में पिछले तीन वर्षों के दौरान सड़कों और पुलों के लिए 145 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए। मुख्यमंत्री द्वारा आज जल शक्ति मण्डल सरकाघाट के अन्तर्गत 55.25 करोड़ रुपये की विभिन्न उठाऊ जलापूर्ति योजनाओं और जलापूर्ति योजनाओं के स्त्रोत स्तरीय संवर्धन कार्य से क्षेत्र में जल की समस्या का समाधान होगा। उन्होंने क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक मांगों की विस्तृत जानकारी दी।

विधायक विनोद कुमार, राकेश जम्वाल व इन्द्र सिंह गांधी, सुंदरनगर संगठन जिला भाजपा के अध्यक्ष दिलीप ठाकुर, मण्डी जिला परिषद के अध्यक्ष पाल वर्मा, भाजपा मण्डल की अध्यक्ष निशा ठाकुर, उपायुक्त मण्डी अरिन्दम चैधरी व पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री इस अवसर पर अन्य सहित उपस्थित थीं।