30th August 2021 at 6:53 PM
काश हर ज़रूरतमंद तक यूही पहुंच पाए सत्ता
जब मुसीबत आती है तो गरीब इंसान अक्सर ही अकेला पड़ जाता है। जिन पर गर्व होता है वे सबसे पहले साथ छोड़ जाते हैं। धीरे धीरे उसे अहसास होता है किसीका कोई नहीं--आज सब अकेले हैं। मुसीबत बीमारी बन कर आई हो तो स्थिति और भी दयनीय हो जाती है। ऐसे में भगवान कोई न कोई बहाना बन कर एते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ मंडी के कोटली क्षेत्र में लम्बे समय से बीमार पड़े किशन चंद के साथ। भगवान का ही सहारा बचा था लेकिन भगवान भी आसानी से कहाँ सुनते हैं? लेकिन अचानक एक दिन करिश्मा हुआ।
उसके घर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर स्वयं आए। जिला मण्डी में कोटली क्षेत्र के दौरे के दौरान आज जब मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर को क्षेत्र के एक जनप्रतिनिधि के माध्यम से ज्ञात हुआ कि ग्राम पंचायत सेहली में चनौण गांव के निवासी श्री किशन चन्द लम्बे समय से बीमार हैं, तो वह स्वयं श्री किशन चन्द से मिलने के लिए पैदल चल कर उनके घर पहुंचे। यह किसी चमत्कार से कम भी न था। हालांकि मुख्य मंत्रीओ तक खबर पहुंचने व्यक्ति इस का होगा। आखिर भगवान सब कुछ बहुत ही साधारण तरीके से ही करते हैं न।
मुख्यमंत्री ने बीमार और निराश पड़े किशन चन्द का कुशलक्षेम जाना और उनकी कमज़ोर आर्थिक स्थिति के बारे में जानकर ईलाज के लिए एक लाख रुपये स्वीकृत किए। आजकल की महंगाई में बेशक एक लाख कोई ज़्यादा रकम नहीं है लेकिन सुना है डूबते को तिनके का सहारा। यह तो फिर भी एक लाख रूपये थे। यह रकम किशनचंद को स्वस्थ कर देगी और वह बहुत जल्द ही कई लाख कमा लेगा।
गौरतलब है कि श्री जय राम ठाकुर जरूरतमंद लोगों के दुख-दर्द का निवारण करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। वह, मुख्यमंत्री राहत कोष और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लोगों को सहायता प्रदान कर यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रदेश में किसी भी व्यक्ति को आर्थिक अभाव के कारण समस्याओं का सामना न करना पड़े। अगर आपके पास भी ऐसी ही कोई जानकारी हो तो अवश्य भेजें।
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