Friday, September 20, 2024

मुख्यमंत्री सुक्खू द्वारा अजय पराशर द्वारा लिखित दो पुस्तकों का विमोचन

No. 640/2024-PUB19th September 2024

एक पुस्तक में है पीठ का इतिहास और दूसरी में है साहित्य संकलन 


शिमला
: 19 सितंबर 2024: (मीडिया लिंक//कार्तिका कल्याणी सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने आज यहां सूचना एवं जन सम्पर्क, उत्तर पूर्व परिषद्, के निदेशक अजय पराशर द्वारा लिखित दो पुस्तकों ‘जालंधर पीठ का रहस्य’ और ‘मुश्तरका खाता’ का विमोचन किया।

जालंधर पीठ का रहस्य इस पीठ  रहस्यों को  बहुत अदभुत  जानकारी उपलब्ध होती है। इस पीठ पर इस तरह के साहित्य की आवश्यकता बहुत  महसूस भी की जा रही थी। धार्मिक साहित्य लिखा भी बहुत गया है लेकिन खोज पूर्ण धार्मिक साहित्य की कमी अभी अभी अखरती है। इस तरह यह पुस्तक इस संबंध में काफी योगदान देती है।  

मुख्यमंत्री ने इन पुस्तकों के संकलन में लेखक के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि ‘जालंधर पीठ का रहस्य’ पाठकों का हिमाचल प्रदेश की विभिन्न पीठों के ऐतिहासिक एवं धार्मिक महत्त्व के बारे में ज्ञानवर्धन करेगी। 

अजय प्रेशर साहिब की दूसरी पुस्तक ‘मुश्तरका खाता’  काफी योगदान देती है। वास्तव में यह पुस्तक रोजमर्रा की जिन्दगी के विभिन्न आयामों को दर्शाती 16 लघु कहानियों का संग्रह है, जो स्थानीय संस्कृति एवं इतिहास की समझ बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण साबित होगी। यह कहानियां ज़िंदगी के विभिन्न रंगों और आयामों को दर्शाती हुई कलम के ज़रिए हमें ज़िन्दगी के रूबरू करती हैं। 

खोजी लेखक अजय पराशर ने विमोचन एवं उत्साहवर्धन के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।  क्षेत्रों ने भी इन पुस्तकों  का स्वागत। .0.

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Thursday, September 5, 2024

HP: शिक्षक दिवस पर राज्यपाल ने दिए 27 शिक्षकों को राज्य पुरस्कार

एक शिक्षक को राष्ट्रीय पुरस्कार से किया सम्मानित 


शिमला: 5 सितम्बर 2024: (कार्तिका सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

शिक्षक दिवस पर इस बार भी देश भर में विशेष आयोजन हुए। हिमाचल प्रदेश में भी इसी आश्य के कार्यक्रम अलग अलग स्थानों पर हुए। राज्य स्तरीय आयोजन शिमला में हुआ जिसमें शिक्षकों का सम्मान विशेष आकर्षण था। इस मौके पर राष्ट्र निर्माण में अध्यापकों, अभिभावकों व विद्यार्थियों की महत्त्वपूर्ण भूमिका पर भी विस्तार से प्रकाश डाला गया। 

शिक्षक दिवस के अवसर पर राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने आज राजभवन में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में 27 अध्यापकों को राज्य पुरस्कार और एक अध्यापक को राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया। यह पुरस्कार वर्ष 2023 के लिए शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए प्रदान किए गए। इस अवसर पर लेडी गवर्नर जानकी शुक्ला ने सभी पुरस्कृत अध्यापकों को पौधें भी भेंट किए।

भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की जयंती को देशभर में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर राज्यपाल ने उन्हें श्रद्धांजलि  देते हुए कहा कि डॉ. राधाकृष्णन एक कुशल प्रशासक, कर्मठ राजनेता, महान शिक्षक और सत्यनिष्ठ व्यक्तित्व के धनी थे।

इस अवसर पर शिक्षक पुरस्कार से सम्मानित अध्यापकों को बधाई देते हुए राज्यपाल ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अध्यापकों, अभिभावकों और विद्यार्थियों की भूमिका महत्त्वपूर्ण है। अध्यापकों को समाज के सभी वर्गों के प्रति संवेदनशील होने की आवश्यकता है जिससे शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया और अधिक प्रभावी होगी। उन्होंने कहा कि एक मजबूत राष्ट्र के निर्माण के लिए प्रतिबद्धता से कार्य करने की आवश्यकता है और युवाओं की सक्रिय भागीदारी से इसे साकार किया जा सकता है।

राज्यपाल ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 (एनईपी) में भी राष्ट्र निर्माता के रूप में अध्यापकों के महत्त्व के बारे में बताया गया है। इस नीति में शिक्षकों के प्रति सम्मान की भावना को बढ़ाने के लिए अनेक प्रावधान किए गए हैं। उन्होंने कहा कि हिमाचल ने सदैव ही शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन किया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति में सुझाए गए सुधारों के अनुरूप हिमाचल इस दिशा में बेहतर कार्य करेगा।

श्री शुक्ल ने कहा कि भारत सरकार ने ‘पीएमश्री’ योजना को भी स्वीकृति प्रदान की है। इस योजना के अंतर्गत पहले से स्थापित विद्यालयों को सुदृढ़ीकरण कर ‘पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इण्डिया’ के रूप में स्थापित करने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि यह विद्यालय एनईपी का सफल क्रियान्वयन सुनिश्चित कर, अन्य स्कूलों के लिए एक अनुकरणीय उदाहरण पेश करेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना के अंतर्गत प्रदेश के 180 विद्यालय विकसित किए जाएंगे। भारत सरकार ने 6 राज्यों में से हिमाचल को चुनकर स्टार परियोजना के अंतर्गत लाया है। इस योजना के अंतर्गत हिमाचल को 3 राज्यों सहित लाईट हाऊस के रूप में चुना गया है जोकि अन्य राज्यों के लिए मार्गदर्शक बनेंगे।

उन्होंने एक भारत-श्रेष्ठ भारत पहल पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा कि इस योजना के अंतर्गत विद्यार्थियों और अध्यापकों को विभिन्न राज्यों में शैक्षणिक भ्रमण करवाया जाता है और प्रदेश सरकार ने पहली बार प्रदेश के शिक्षकों का ज्ञानवर्धन करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक भ्रमण का आयोजन भी करवाया है।

नशे के प्रवृत्ति पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान में बहुत से युवा नशे के चुंगल में फंसे हुए हैं जो देश के उज्ज्वल भविष्य के लिए चिंता का विषय है। उन्होंने कहा कि नशे के विरुद्ध एक जन आन्दोलन शुरू करने की आवश्यकता है जिसके माध्यम से स्कूलों, महाविद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के विद्यार्थियों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाएगा। अध्यापकों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में विद्यार्थियों को जागरूक करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए ताकि युवा समाज के समग्र विकास में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकें। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही जिला स्तर पर जिला प्रशासन, शिक्षा विभाग और पंचायत प्रतिनिधियों के सहयोग से नशे के दुष्प्रभावों के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से सशक्त जागरूकता अभियान शुरू करेगा।

इस अवसर पर राज्यपाल ने एक स्मारिका का भी विमोचन भी किया।

शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने राज्यपाल और लेडी गर्वनर का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा क्षेत्र के विकास के लिए प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने के उद्देश्य से अनेक महत्त्वपूर्ण निर्णय लिए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक पुरस्कारों के लिए पारदर्शी नीति को अपनाया गया है जिसमें साक्षात्कार के साथ-साथ मूल्यांकन को भी शामिल किया गया ताकि योग्य शिक्षक को ही पुरस्कृत किया जाए। उन्होंने कहा कि युवाओं की शक्ति को सही दिशा देने की आवश्यकता है और शिक्षक इसमें महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार ने शिक्षा क्षेत्र को विशेष अहमियत दी थी जिसे सभी सरकारों ने अपनाया। उन्होंने कहा कि सरकारी विद्यालयों में बच्चों का कम दाखिला चिंता का विषय है।

मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल ने कहा कि मुख्यमंत्री ने शिक्षा क्षेत्र में सुधार की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं। बच्चों को लाभान्वित करने के उद्देश्य से प्रदेश सरकार प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे-बोर्डिंग स्कूल स्थापित कर रही है।

इससे पहले शिक्षा मंत्री ने राज्यपाल और मुख्य संसदीय सचिव ने लेडी गवर्नर को सम्मानित किया।

शिक्षा सचिव राकेश कंवर ने कहा कि शिक्षकों ने शिक्षा के क्षेत्र में अनुुकरणीय कार्य किए हैं।

प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक आशीष कोहली ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।

इस अवसर पर राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पोर्टमोर और राजकीय कन्या महाविद्यालय की छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।

नगर निगम शिमला के महापौर सुरेंद्र चौहान, उप-महापौर उमा कौशल, राज्यपाल के सचिव सी.पी.वर्मा, उच्च शिक्षा निदेशक अमरजीत शर्मा, समग्र शिक्षा अभियान के राज्य परियोजना निदेशक राजेश शर्मा और अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित रहे।

कुल मिलाकर यह एक यादगारी आयोजन रहा। जिसकी संगीतमय सुरेन देर  देती रहेंगी। इस बार के रंगारंग सचमुच यादगारी था। 

Saturday, August 3, 2024

राजकीय महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं की निबन्ध तथा भाषण प्रतियोगिता

Saturday 3rd August 2024 at 4:05 PM

हिमाचल कला, संस्कृति भाषा अकादमी की पहल से हुआ आयोजन 


शिमला
: 03 अगस्त 2024: (के के सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क):: 

हिमाचल निर्माता डाॅ. यशवन्त सिंह परमार की राज्य स्तरीय जयंती के अवसर पर हिमाचल कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी द्वारा 3 अगस्त, 2024 को गेयटी थिएटर शिमला में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों की निबन्ध प्रतियोगिता तथा राजकीय महाविद्यालय के छात्र/छात्राओं की भाषण प्रतियोगिता करवाई गई। निबन्ध लेखन में 18 विद्यालयों के 36 विद्यार्थियों ने और भाषण प्रतियोगिता में 13 महाविद्यालयों के 25 छात्र/छात्राओं ने भाग लिया। दोनों प्रतियोगिताओं के मूल्यांकन के लिए प्रदेश के छः जाने-माने विद्वान डाॅ. अशोेक गौतम, डाॅ. सत्यनारायण स्नेही, डाॅ. कुंवर दिनेश सिंह, डाॅ. आत्मा रंजन, डाॅ. दिनेश शर्मा और डाॅ. वीरेन्द्र शर्मा निर्णायक के रूप में उपस्थित रहे।

भाषण प्रतियोगिता में राजकीय महाविद्यालय तुंगेश की छात्रा कुमारी गुंजन शर्मा ने प्रथम स्थान, राजकीय कन्या महाविद्यालय शिमला की छात्रा कुमारी मीनाक्षी ने द्वितीय और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के छात्र अजय शर्मा ने तृतीय स्थान प्राप्त किया तथा निबन्ध लेखन प्रतियोगिता में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय भौंट की छात्रा कुमारी मन्नत ठाकुर ने प्रथम स्थान, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मैहली की छात्रा स्नेहा ने द्वितीय और राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय चियोग की छात्रा आस्था ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। 

 सचिव अकादमी एवं निदेशक भाषा एवं संस्कृति विभाग, डाॅ. पंकज ललित ने इस अवसर पर प्रतियोगिता में भाग लेने वाले राजकीय महाविद्यालयों तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों के विद्यार्थियों में से प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को स्मृति चिह्न भेंट कर पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन हिमाचल कला, संस्कृति एवं भाषा अकादमी की सहायक सचिव डाॅ. श्यामा वर्मा ने किया। 

डाॅ. पंकज ललित ने अपने प्रभावशाली भाषण से विद्यार्थियों को ऐसी प्रतियोगिताओं में भाग लेने के लिए प्रेरित किया और प्रतियोगिता में विद्यार्थियों के प्रदर्शन की सराहना करते हुए बच्चों का उत्साहवर्द्धन किया। कार्यक्रम में भाषा एवं संस्कृति विभाग के संयुक्त निदेशक श्री मनजीत शर्मा, विभाग की उपनिदेशक कुसुम संघाईक, गेयटी प्रबंधक श्री सुदर्शन शर्मा, ज़िला भाषा अधिकारी अनिल हारटा और श्री संतोष पटियाल, दीपा शर्मा, अकादमी के अनुसंधान अधिकारी स्वतंत्र कौशल, श्री राकेश कुमार, श्रीमती दिव्या सूद और समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।

डाॅ. ललित ने बताया कि दिनांक 4 अगस्त, 2024 को गेयटी थिएटर शिमला में डाॅ. परमार जयंती के अवसर पर साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन किया जाएगा जिसमें वरिष्ठ साहित्यकार श्री पी. सी. लोहमी अपना विषयपत्र प्रस्तुत करेंगे। इस अवसर पर प्रदेश के साहित्यकार अपने संस्मरण प्रस्तुत करेंगे और ज़िला सिरमौर के सांस्कृतिक दलों द्वारा लोक नृत्य प्रस्तुत किए जाएंगे।                                                             

Thursday, July 11, 2024

बागवानों के पास बचे टेलीस्कोपिक कॉर्टन ख़रीदे सरकार:जयराम ठाकुर

Thursday 11th July 2024 at 4:24 PM

बागवानों के हितों की अनदेखी है कांग्रेस सरकार की नीयत

*बागवानों द्वारा अपने उत्पादों की क़ीमत तह करने की कांग्रेस की गारंटी का क्या हुआ

*भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुख्यमंत्री की खामोशी चिंताजनक

*प्रदेश में विकास पूर्णतः ठप, नियमित ऋण लेने की प्रक्रिया जारी

शिमला: 11 जुलाई  2024: (कार्तिका कल्याणी सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

सेब के सीजन की शुरुआत हो गई है। भाजपा की सरकार में ही बागवानों के लिए यूनिवर्सल कॉर्टन में सेब बेचे की पहल की गई थी। कांग्रेस की सुक्खू सरकार ने बिना पूरी तैयारी के यूनिवर्सल कॉर्टन को सरकार ने सेब ख़रीद में अनिवार्य कर दिया। सभी बागवानों के पास हज़ारों की संख्या में टेलीस्कोपिक कॉर्टन पहले से पड़े हुए हैं, जिनकी क़ीमत लाखों में हैं। सरकार टेलीस्कोपिक कॉर्टन को बाग़वानों से उचित मुआवज़ा देकर वापस ले।जिससे बाग़वानों को सेब के सीजन की शुरुआत में ही राहत मिल सके।  उन्होंने कहा कि सरकार ने जल्दबाज़ी में सेब का सीजन शुरू होने के ठीक पहले यूनिवर्सल कॉर्टन को अनिवार्य कर दिया। जबकि अर्ली सीजन से जुड़े बागवानों ने टेलीस्कोपिक कॉर्टन की व्यवस्था पहले से कर ली थी। अब बागवानों को यूनिवर्सल कॉर्टन भी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है। जिससे वह पाएँ उत्पाद को मंडियों में ले जा सके। यदि वह टेलीस्कोपिक कॉर्टन में ले जाते हैं तो आढ़ती उसे ख़रीदने से मना कर दे रहे हैं, जिसके कारण एक तरफ़ उनका नहीं बिक पा रहा दूसरी तरह मंडी से वापस लाने का अतिरिक्त खर्च भी हो रहा है।  न नियम स्पष्ट हैं और न ही कोई अन्य व्यवस्था। कॉर्टन न होने के कारण बाग़वान और आढ़ती दोनों परेशान हैं और सरकार ने नियम लाकर अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लिया है। सरकार उच्च गुणवत्ता युक्त यूनिवर्सल कॉर्टन उचित क़ीमत पर उपलब्ध करवाए। 

जयराम ठाकुर ने कहा कि बागवानों के साथ कांग्रेस का रवैया हमेशा से ही दुर्भाग्यपूर्ण रहा है। पिछले सीजन में भी सरकार ने वजन के हिसाब से ख़रीद करने के नियम बना दिए लेकिन मंडियों में सेब का वजन करने के लिए तौल मशीन तक की व्यवस्था नहीं करवा पाए। जिसके कारण बागवानों और आढ़तियों को समस्याएं हुई और हालात ऐसे पैदा हुए कि आढ़तियों ने सेब लेने से ही मना कर दिया। बागवान किराए की गड़ियां लेकर मंडियों में परेशान होते रहे और सरकार बयानबाज़ी करती रही। सरकार कोई भी निर्णय करने के पहले, उसके निर्बाध क्रियान्वित करने में आने वाली अड़चनों से निपटने की तैयारी नहीं करती। इसका सिर्फ़ एक कारण है कि सरकार बिना सोचे समझे, बिना तैयारी के नियम बनाती है। उन्होंने कहा कि सरकार, कांग्रेस द्वारा चुनाव में बागवानों को दी गई गारंटी पर बात नहीं करती हैं। सरकार कब बागवानों द्वारा अपने उत्पाद का मूल्य ख़ुद तय करने की गारंटी पूरा कर रही है।

भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुख्यमंत्री की खामोशी नहीं जवाब चाहती है जनता

नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि मुख्यमंत्री कार्यालय पर लग रहे भ्रष्टाचार के आरोप और इनकम टैक्स और ईडी की राडार में आये कारोबारियों से मुख्यमंत्री के संबंधों पर प्रदेश के लोग मुख्यमंत्री की ख़ामोश के बजाय उनसे जवाब माँग रहे हैं। इस तरह के भ्रष्टाचार के आरोप लगना चिंताजनक है। उन्होंने कहा कि सरकार प्रदेश में विकास के कामों पर पूरी तरह विराम लगा चुकी है लेकिन नियमित रूप से क़र्ज़ लेकर ही सरकार चला रही है। इस महीनें फिर से  सरकार ने क़र्ज़ के लिए आवेदन कर दिया है। प्रदेश के मुखिया को यह भी बताना चाहिए कि विकास के एक भी काम न करने के बाद भी सरकार द्वारा क़र्ज़ क्यों लिया जा रहा है।

Friday, May 24, 2024

पूर्व विधायक ने चालक के नाम पर सम्पतियों में लगाया काला धन:सीएम

 Friday: 24th May 2024 at 01:13 PM

जो परिवार और पार्टी का नहीं हुआ वह धर्मशाला का क्या होगा!


धर्मशाला: 24 मई 2024  (कार्तिका कल्याणी सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू आज धर्मशाला में हिमाचल-पंजाब गोरखा एसोसिएशन के एक कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक और भाजपा के उम्मीदवार ने 15 माह तक अपना मोबाइल और अपने महल के दरवाजे धर्मशाला की जनता के लिए बंद रखे। उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक के महल के बाहर इतना बड़ा गेट है कि आम आदमी अंदर जाने से भी डरता है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति अपने परिवार और पार्टी का नहीं हुआ, वह धर्मशाला की जनता का क्या होगा? उन्होंने कहा कि पूर्व विधायक के मन में आम आदमी के लिए कोई पीड़ा नहीं है, वह सिर्फ धन के लोभी हैं। ऐसे व्यक्ति राजनीति के लिए भी खतरनाक हैं।

ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने कहा कि पूर्व विधायक ने धर्मशाला व आसपास के क्षेत्रों में अपने चालक नेकराम के नाम पर 10 करोड़ रूपये से अधिक की 82 सम्पतियां खरीदीं जो उनका ही काला धन है। उन्होंने कहा कि भाजपा उम्मीदवार भू-माफिया हैं और धन के लालच में उन्होंने धर्मशाला की जनता का वोट भी बेच दिया। उन्होंने कहा कि भाजपा उम्मीदवार प्रॉपर्टी डीलर बनकर काम कर रहे थे और जनसेवा से उनका कोई नाता नहीं था। भाजपा के साथ मिलकर उन्होंने एक चुनी हुई सरकार को गिराने का षडयंत्र रचा और डील की दूसरी किश्त प्राप्त करने के लिए हरियाणा पहुंच गए। उन्हांेने कहा कि जो व्यक्ति जन भावनाओं का सौदा करता है उसे सबक सिखाने का वक्त आ गया है। उन्होंने सभी से एक जून को कांग्रेस प्रत्याशी के पक्ष में मतदान करने की अपील की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने धर्मशाला उपचुनाव में देवेन्द्र जग्गी को मैदान में उतारा है जो ईमानदार छवि के हैं और आम आदमी की पीड़ा को समझते हैं, इसलिए धर्मशाला के मतदाता देवेन्द्र जग्गी को अधिक से अधिक संख्या में वोट डाल कर विजयी बनाएं। उन्होंने कहा कि कांगड़ा लोकसभा सीट से आनंद शर्मा जैसे दिग्गज नेता को कांग्रेस पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाया है जिनकी आवाज कहीं भी अनसुनी नहीं की जाती। वह कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र की आवाज को पूरे दमखम के साथ लोकसभा में उठाएंगे।

ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने मात्र 15 महीने के कार्यकाल में सरकारी कर्मचारियों को पुरानी पैंशन दी। महिलाओं को 1500 रूपये प्रति माह पैंशन प्रदान करने की योजना लागू की, जिसके तहत उन्हें एक साल में 18000 रूपये प्रदान किए जाएंगे। विधवाओं के 27 वर्ष तक के बच्चों को मुफ्त शिक्षा प्रदान करने की योजना बनाई है तथा विधवा महिलाओं को घर बनाने के लिए तीन लाख रूपये की आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार ने हर वर्ग के लिए कल्याणकारी योजनाएं आरम्भ की हैं ताकि कोई भी वर्ग वंचित न रहे।

इससे पहले मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह सुक्खू ने बौद्ध धर्मगुरू दलाईलामा से उनके आवास जाकर आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष रघुवीर सिंह बाली, धर्मशाला से कांग्रेस प्रत्याशी देवेन्द्र जग्गी और गोरखा एसोसिएशन के पदाधिकारी तथा सदस्य सहित बड़ी संख्या में आमजन उपस्थित थे।

Thursday, February 15, 2024

ऐसे व्यक्ति को कांग्रेस ने टिकट दिया जो हमेशा किसी न किसी विवादों में रहे

Thursday15th February 2024 at 6:00 PM

वॉटर सेस के खिलाफ़ पेश होने वाले वकील को राज्यसभा भेजने पर क्या बोलेंगे मुख्यमंत्री:जयराम ठाकुर

बीजेपी ने हर्ष महाजन को बनाया राज्य सभा का उम्मीदवार 

कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के राज्यसभा जाने का सपना तोड़ रही है कांग्रेस

कांग्रेस के नेता अंतरात्मा की आवाज़ सुनकर देंगे बीजेपी का साथ 

कांग्रेस के वॉटर सैस के ख़िलाफ़ लड़ने वाले व्यक्ति को कांग्रेस ने दिया राज्यसभा टिकट


शिमला
:
15 फ़रवरी 2024: (कार्तिका कल्याणी सिंह//देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर लगातार आवश्यक मुद्दों पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते आ रहे हैं। नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने अपनी नवीनतम प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं की राज्यसभा जाने की इच्छा थी, जिसके लिए उन्होंने जी जान से प्रयास भी किया लेकिन कांग्रेस ने अपने नेताओं को निराश किया और एक ऐसे व्यक्ति को टिकट दे दिया जिनका हमेशा किसी न किसी विवाद से नाता रहा। 

राज्यसभा के बीजेपी उम्मीदवार हर्ष महाजन के नामांकन के समय उन्होंने यह बातें कहीं और इनके ज़रिए अतीत की बातें भी ताज़ा की। मीडिया से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार राजस्व बढ़ाने के लिए जिस वॉटर सैस को लेकर आई थी कांग्रेस के राज्यसभा उम्मीदवार उसी वॉटर सैस के ख़िलाफ़ बिजली उत्पादन करने वाली कंपनियों की तरफ़ से मुक़दमा लड़ रहे हैं। ऐसे में विधायक दल का नेता और सरकार का मुखिया होने के कारण मुख्यमंत्री को बताना चाहिए कि वह क्या चाहते हैं। एक तरफ़ आप कहते हैं कि केंद्र वॉटर सैस नहीं लेने दे रही दूसरी तरफ़ वॉटर सैस के निर्णय के ख़िलाफ़ न्यायालय में खड़े होने वाले व्यक्ति को कांग्रेस राज्यसभा भेजना चाहती है। यह बड़ी हास्यास्पद स्थिति है।

विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस के बड़े नेताओं ने राज्यसभा  जाने का सपना पाल रखा था क्योंकि बड़े समय बाद मौक़ा आया थे की कांग्रेस हिमाचल से किसी को राजसभा भेज सके। लेकिन कौन स्थानीय और वरिष्ठ नेताओं की दावेदारी को अनदेखा करते कर दिया। जिससे कांग्रेस के आंतरिक रूप से बहुत असंतोष है। कांग्रेस के लोग आलाकमान ने इस निर्णय से निराश हैं। 

इस मौके पर पत्रकारों के सवालों के जवाब में जयराम ठाकुर ने कहा कि लोकतंत्र में चुनाव लड़ना सबका अधिकार हैं। इसलिए बीजेपी ने भी हर्ष महाजन को राज्यसभा का  उम्मीदवार बनाया गया है। प्रदेश के लोगों के साथ-साथ प्रदेश के विधायक भी कांग्रेस सरकार से त्रस्त हैं। इसलिए हमें भरोसा है कि सभी विधायक अंतरात्मा की आवाज़ सुनेंगे और हर्ष महाजन का सहयोग करेंगे। लेकिन कांग्रेस की सरकार और मुख्यमंत्री इस बात का जवाब देना होगा कि अपने हुई स्टैंड के ख़िलाफ़ खड़े होने वाले लोगों को वह राज्य सभा भेज कर क्या साबित करना चाहती है। क्योंकि अब जवाबदेही का वक़्त आ गया है, इसलिए इधर-उधर की बातें करके यह सरकार बच नहीं सकती है।