Sunday, December 11, 2022

कांग्रेस सत्ता का नया अध्याय-सुखविंद्र सुक्खू होंगे हिमाचल के 15वें मुख्यमंत्री

Sunday 11th December 2022 at 2:30 AM

आंतरिक कलह भी नियंत्रित-अग्निहोत्री होंगें उपमुख्यमंत्री-आज शपथ  


     हिमाचल में कांग्रेस की सत्ता का नया अध्याय  शुरू  होने को है 


शिमला: 11 दिसंबर 2022: (देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

सत्ता आने पर भी विनम्र रहना  बने रहना और सत्ता जाने पर भी विनम्र रहना यही होता है
वास्तवकि शिष्टाचार-मुख्यमंत्री के तौर पर चयनित श्री सुखविंदर सुक्खू ने विदा ले रहे
भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर से शिष्टाचार भेंट की  
शिमला में सत्ता और सियासत का नया अध्याय शुरू होने को है। जब कांग्रेस मुक्त भारत की बातें ज़ोर पकड़ रहीं थी उस समय कांग्रेस ने पर्वत्तीय प्रांत हिमाचल  प्रदेश में नई पारी शुरू करने की है। चुनावी विजय के तुरंत बाद  आंतरिक कलह पर भी कांग्रेस विजय पाने में सफल रही है। हिमाचल में कांग्रेस सत्ता अब इस पर्वतीय भूमि के  गहरे से जुड़ने वाली है। चुनावों के बाद आए परिणामों के बाद का झमेला भी तकरीबन खत्म हो चूका है और अब सुखविंद्र सुक्खू हिमाचल के 15वें मुख्यमंत्री होंगें। इसी मौके पर यह भी तय हुआ कि मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री बनेंगे। आज अर्थात त 11 दिसंबर को ही शपथ की रस्म भी अदा होगी। हिमाचल प्रदेश के छह बार मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह की पत्नी और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एवं सांसद प्रतिभा सिंह ने चुनावी नतीजों के बाद से ही परोक्ष रूप से खुद को मुख्यमंत्री के दावेदार के रूप में पेश कर दिया था लेकिन उनका दबाव भी आज मुख्यमंत्री के नाम का चयन करते वक्त काम नहीं आया। 

हाई कमान की तरफ से सुक्खू के नाम पर मुहर लगने के बाद शनिवार शाम शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक हुई। इसमें सुक्खू को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुन लिया गया। शपथ ग्रहण  समारोह आज पारम्परिक उत्साह के साथ होगा। सभी गणमान्य इसमें शामिल होंगें।  उपलब्धियों का एक नया दौर शुरू होने को है। कांग्रेस की हिमाचल विजय ने अपना प्रभाव 2024  में भी दिखाना है। Chief Minister designate Shri Sukhvinder Singh calls on out going Chief Minister Shri Jai Ram Thakur at Oak Over, Shimla today. It was a courtesy call.

मुख्यमंत्री के नाम का चयन भी आसान नहीं रहा। इस हाई वोल्टेज ड्रामे के बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री का रास्ता आखिरकार दिल्ली की हरी झंडी से आज शनिवार को ही साफ हो गया था। कांग्रेस की आंतरिक गुटबंदी को भी बहुत ही सफलता से नियंत्रित कर लिया गया। चार बार  विधायक रहने के साथ साथ पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू को आखिर हिमाचल प्रदेश का 15वां मुख्यमंत्री घोषित कर दिया गया। इसके अलावा मौजूदा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रहे मुकेश अग्निहोत्री उप मुख्यमंत्री होंगे। वहीं, प्रतिभा सिंह मुख्यमंत्री पद की दौड़ से बाहर हो गईं। रविवार को शिमला के रिज मैदान पर दोपहर 1:30 बजे शपथ ग्रहण समारोह होगा। अब जल्द ही मंत्रियों के नाम भी तय होंगे। इन नामों की घोषणा भी जल्द ही हो जाएगी। इस तरह एक नई सरकार हिमाचल के राजनैतिक दृश्य पर सामने आने वाली है। 

सुक्खू का चुनाव उनके यूथ से जुड़े रहने की खूबी को देखते हुए भी किया गया। कांग्रेस  हाई कमान की तरफ से सुक्खू के नाम पर मुहर लगने के बाद शनिवार शाम शिमला में कांग्रेस विधायक दल की बैठक भी हुई। इसमें सुक्खू को सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता चुना गया। शपथ ग्रहण समारोह में कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी, पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के अलावा नवनिर्वाचित पार्टी के विधायक, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला समेत पार्टी के कई नेता मौजूद रहेंगे। इस तरह पंजाब से भी कई लोग इससमारोह में शामिल होने के लिए पहुच सकते हैं। 

युवा शक्ति में सक्रिय भूमिका निभाते रहे सुक्खू वास्तव में एन एस यू आई के रास्ते ही हिमाचल प्रदेश की राजनीति में बहुत ही असरद दायिक ढंग से आगे आए थे। सुक्खू करीब छह साल तक पार्टी प्रदेशाध्यक्ष भी रहे हैं। उम्र के लिहाज़ से 58 वर्षीय सुक्खू राज्य में कांग्रेस चुनाव प्रचार समिति के अध्यक्ष पद पर भी काम कर चुके हैं। इसके साथ ही वह  हमीरपुर जिले की नादौन विधानसभा सीट से भी विधायक चुने गए हैं। जो चुनौतियाँ अब इस ताजपोशी के बाद कांग्रेस के सामने जी चुनौतियां आएंगी उनका सामना भी सुक्खू ही प्रभावी ढंग से कर पाएंगे। आजकल सियासत बेहद शातराना भी हो चली है। उस सियासत के खेल खेलने के लिए उसी तरह की गुणवत्ता और क्षमता के लोग ही अच्छे परिणाम ला पाएंगे। 

हिमाचल में गुटबंदी की यह समस्या तब खड़ी हुई जब हिमाचल प्रदेश में प्रतिभा वीरभद्र सिंह खेमे के समानांतर सुक्खू का नया धड़ा उभरा है। इस वजह से कुछ तनाव काफी समय से चला आ रहा है। इसके बावजूद कांग्रेस ने इन चुनावों में अपनी विजय दर्ज की। उम्मीद करनी चाहिए कि यह सत्ता भी लोगों की अपेक्षाओं पर खरी उतरेगी।अब भी फ़िलहाल गुटबंदी का खतरा  दब चुका है।  

लेकिन कल शाम तक स्थिति गंभीर थी। मुख्यमंत्री के नाम का चुनाव  गुटबंदी के कारण आसान नहीं था। इस चुनाव के लिए शुक्रवार को कांग्रेस विधायक दल ने एक सिंगल लाइन प्रस्ताव बनाकर कांग्रेस हाईकमान  को दिल्ली भेजा था। अब हाईकमान ने ही तय करना था कि मुख्यमंत्री कौन होगा। इसके बाद शनिवार को हिमाचल प्रदेश विधानसभा परिसर में फिर से कांग्रेस विधायक दल की एक बैठक 5:00 बजे शुरू हुई। इस बैठक पर भी सभी की नज़रें थी। इसलिए यह बैठक भी दिलचस्प थी। 

इस बैठक में सुक्खू खेमे सहित कांग्रेस के ज़्यादातर विधायक शामिल हुए। मुकेश अग्निहोत्री इस बैठक में देरी से पहुंचे।  वह करीब 5:45 बजे बैठक में पहुंचे। वह होटल सिसिल में अपने कुछ समर्थक विधायकों के साथ बैठक भी करते रहे। शिमला में प्रतिभा वीरभद्र सिंह गुट के कुछ नेताओें ने सुक्खू के खिलाफ नारेबाज़ी भी पुरे ज़ोरशोर से की। हालांकि, सुक्खू को मुख्यमंत्री और मुकेश अग्निहोत्री को उपमुख्यमंत्री घोषित करने के बाद माहौल कुछ शांत हो गया। आखिर पार्टी अनुशासन की कदर  भी हैं।   

इस तरह सभी मतभेदों पर सहमति की मोहर लगाते हुए सर्वसम्मति से सुखविंद्र सिंह सुक्खू को विधायक दल का नेता चुन लिया गया। इस तरह अब सुक्खू मुख्यमंत्री होंगे, जबकि मुकेश अग्निहोत्री उपमुख्यमंत्री होेेंगे। आज शपथ ग्रहण समारोह में सभी औपचारिकताएं पूरी कर जाएंगी। हिमाचल में कांग्रेस सत्ता का नया अध्याय शुरू हो। 

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