हादसों की रोकथाम के लिए आधुनिक सिस्टम लगाना अवशयक
धर्मशाला, 10 सितम्बर:: कांगड़ा जिले में पालमपुर उपमण्डल के तहत पालमपुर से आशापुरी जाने वाली एचआरटीसी की एक बस गहरी खाई में जा गिरी। प्रत्क्षदर्शियों के अनुसार हादसे का शिकार हुई यह दुर्भाग्यपूर्ण बस पूरी तरह से भरी हुई थी। बस लगभग 6.55 और 7 बजे की बीच दुघर्टनाग्रस्त हुई। मृतकों की संख्या का सही अंदाज़ा लगा पाना काफी देर बाद तक भी कठिन बना रहा। अंधेरे में राहत कार्यों में भी भारी कठिनाई आती रही। आरंभिक सूचनायों में पहले 15, फिर कम से कम 20, इसके बाद 35 और फिर 40 से अधिक लोगों के मारे जाने की आशंका प्रकट की जा रही है।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सेना का एक विशेष दल और पुलिस टुकडिय़ां घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं ताकि पुलिस की विशेष रोशनी से शवों की तलाश की जा सके। प्रत्यक्षदर्शियों का यह भी कहना था कि मकोल गांव के पास आशापुरी से पहले चढ़ाई थी, जहां बस पीछे की ओर हटी और गहरी खाई में जा गिरी जिसका पता गांववालों को कुछ देर बाद लगा। उस समय अंधेरा हो चुका था। फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं। बचाव कार्यों में बारिश के चलते काफी बाधा उत्पन्न होती रही। देवभूमि में ऐसे हादसों की रोकथाम के लिए कुछ आधुनिक सिस्टम लगाने में अब देरी नहीं करनी चाहिए।
दैनिक पंजाब केसरी के प्रथम पृष्ठ पर प्रकाशित खबर की तस्वीर |
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सेना का एक विशेष दल और पुलिस टुकडिय़ां घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं ताकि पुलिस की विशेष रोशनी से शवों की तलाश की जा सके। प्रत्यक्षदर्शियों का यह भी कहना था कि मकोल गांव के पास आशापुरी से पहले चढ़ाई थी, जहां बस पीछे की ओर हटी और गहरी खाई में जा गिरी जिसका पता गांववालों को कुछ देर बाद लगा। उस समय अंधेरा हो चुका था। फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां घटनास्थल के लिए रवाना कर दी गई हैं। बचाव कार्यों में बारिश के चलते काफी बाधा उत्पन्न होती रही। देवभूमि में ऐसे हादसों की रोकथाम के लिए कुछ आधुनिक सिस्टम लगाने में अब देरी नहीं करनी चाहिए।
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