Monday, August 30, 2021

मुख्यमंत्री ने किशन चन्द के ईलाज के लिए एक लाख रुपये स्वीकृत किए

 30th August 2021 at 6:53 PM

 काश हर ज़रूरतमंद तक यूही पहुंच पाए सत्ता  


मंडी: 30 अगस्त 2021: (देवभूमि स्क्रीन डेस्क)::

जब मुसीबत आती है तो गरीब इंसान अक्सर ही अकेला पड़ जाता है। जिन पर गर्व होता है वे सबसे पहले साथ छोड़ जाते हैं। धीरे धीरे उसे अहसास होता है किसीका कोई नहीं--आज सब अकेले हैं। मुसीबत बीमारी बन कर आई हो तो स्थिति और भी दयनीय हो जाती है। ऐसे में भगवान कोई न कोई बहाना बन कर एते हैं। कुछ ऐसा ही हुआ मंडी के कोटली क्षेत्र में लम्बे समय से बीमार पड़े किशन चंद के साथ। भगवान का ही सहारा बचा था लेकिन भगवान भी आसानी से कहाँ सुनते हैं? लेकिन अचानक एक दिन करिश्मा हुआ।  

उसके घर मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर स्वयं आए। जिला मण्डी में कोटली क्षेत्र के दौरे के दौरान आज जब मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर को क्षेत्र के एक जनप्रतिनिधि के माध्यम से ज्ञात हुआ कि ग्राम पंचायत सेहली में चनौण गांव के निवासी श्री किशन चन्द लम्बे समय से बीमार हैं, तो वह स्वयं श्री किशन चन्द से मिलने के लिए पैदल चल कर उनके घर पहुंचे। यह किसी चमत्कार से कम भी न था। हालांकि मुख्य मंत्रीओ तक खबर पहुंचने  व्यक्ति इस का  होगा। आखिर भगवान सब कुछ बहुत ही साधारण तरीके से ही करते हैं न। 

मुख्यमंत्री ने बीमार और निराश पड़े किशन चन्द का कुशलक्षेम जाना और उनकी कमज़ोर आर्थिक स्थिति के बारे में जानकर ईलाज के लिए एक लाख रुपये स्वीकृत किए। आजकल की महंगाई में बेशक एक लाख कोई ज़्यादा रकम नहीं है लेकिन सुना है डूबते को तिनके का सहारा। यह तो फिर भी एक लाख रूपये थे। यह रकम किशनचंद को स्वस्थ कर देगी और वह बहुत जल्द ही कई लाख कमा लेगा। 

गौरतलब है कि श्री जय राम ठाकुर जरूरतमंद लोगों के दुख-दर्द का निवारण करने के लिए सदैव तत्पर रहते हैं। वह, मुख्यमंत्री राहत कोष और विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से लोगों को सहायता प्रदान कर यह सुनिश्चित करते हैं कि प्रदेश में किसी भी व्यक्ति को आर्थिक अभाव के कारण समस्याओं का सामना न करना पड़े। अगर आपके पास भी ऐसी ही कोई जानकारी हो तो अवश्य भेजें। 

Saturday, August 28, 2021

मनाली में खोला जाएगा जल शक्ति मण्डलः जय राम ठाकुर

 28th August 2021 at 4:23 PM

 100 करोड़ की विकास परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास 


शिमला
:28 अगस्त 2021 (देवभूमि स्क्रीन डेस्क):

हिमाचल में विकास कार्य तूफानी गति से जारी हैं। तकरीबन हर क्षेत्र में मंत्री जयराम ठाकुर स्वयं पहुँच रहे हैं। आह हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से बता रहे हैं मनाली विधानसभा क्षेत्र में शुरू हुए नए विकास कार्यों की एक शाब्दिक झलक। 

मनाली विधानसभा क्षेत्र में मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज कुल्लू जिला के मनाली विधानसभा क्षेत्र में लगभग 100 करोड़ रुपये लागत की 26 विकासात्मक परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास किए।

उन्होंने 40.13 करोड़ रुपये लागत की परियोजनाआंे के लोकार्पण किए, जिनमें पतलीकुहल स्थित 5.52 करोड़ रुपये लागत से निर्मित आईटीआई भवन मनाली, 3.38 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय उच्च विद्यालय हलाण-1 का भवन, सेउबाग में 5.32 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित राजकीय बहुतकनीकी महाविद्यालय के छात्रावास, एक करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना नगर और उपरला मोहल रूमसू के संवर्धन कार्य, ग्राम पंचायत अरछंडी में 2.89 करोड़ रुपये की लागत से जलापूर्ति योजना, शारण कलौंटी, माहली और जाणा के संवर्धन कार्य, 90 लाख रुपये लागत की उठाऊ सिंचाई योजना माहली के सीएडी कार्य, 2.86 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित नगर रूमसू सड़क, 6.40 करोड़ रुपये की लागत से पनगां शेगली कशेरी से गलौंन सड़क, 2.49 करोड़ रुपये की लागत के निर्मित धारा से रूंगा सड़क, 93 लाख रुपये से निर्मित जगतसुख भनारा सड़क, 1.54 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बूरवा मझैच सड़क, राउगी नाला के ऊपर 1.01 करोड़ रुपये की लागत से डबल लेन पुल, नाबार्ड के अन्तर्गत 2.29 करोड़ रुपये की लागत से कराल हिमरी सड़क के सुधार एवं मैटलिंग कार्य और 3.60 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित बबेली इन्दौर सड़क शामिल हैं।

मुख्यमंत्री ने 60.39 करोड़ रुपये की लागत की 12 विकासात्मक परियोजनाओं के शिलान्यास किए जिसमें अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं संबद्ध खेल संस्थान में 6.82 करोड़ रुपये की लागत के इण्डोर स्टेडियम, ग्राम पंचायत बड़ाग्रां और जिंदी, बारी और कुलह गांवों के लिए 3.42 करोड़ रुपये लागत की जलापूर्ति योजना के संवर्धन एवं सुधारीकरण कार्य, ग्राम पंचायत रियारा के गांवों के लिए 3.01 करोड़ रुपये की जलापूर्ति योजना के संवर्धन, ग्राम पंचायत करजां में 85 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना सजला-करजां के सुधारीकरण कार्य, ग्राम पंचायत कटराईं में 84 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना कटराईं के सुधारीकरण और ग्राम पंचायत हलान-1 में 90 लाख रुपये की जलापूर्ति योजना रांगरी और बाथर शामिल हैं।

जय राम ठाकुर ने 28.11 करोड़ रुपये लागत की जलापूर्ति योजना धारा घोट, सेऊबाग, कराड़सू, सारच, कोलीबेहड़, बदाह और खलयानी पधर, 3.09 करोड़ रुपये की बहाव सिंचाई योजना बागा, मलोगी और बनेही, 2.06 करोड़ रुपये की लागत से बहाव सिंचाई योजना कशेड़ी नाला से शंगेहड़, 9.09 करोड़ रुपये से कटराईं के गांवों के लिए ब्यास नदी पर बाढ़ सुरक्षा कार्य, 1.43 करोड़ रुपये से उठाऊ सिंचाई योजना अप्पर सेऊबाग के लिए सीएडी कार्य और 77 लाख रुपये से बहाव सिंचाई योजना दवाड़ा के कार्यों का भूमि पूजन भी किया।

मुख्यमंत्री ने बड़ाग्रां में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश कोविड महामारी के लिए टीकाकरण की पहली खुराक के शत-प्रतिशत कवरेज के लक्ष्य को प्राप्त करने की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी इस उपलब्धि के लिए प्रदेश को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि इसका श्रेय प्रदेश के डाॅक्टरों व पैरामेडिकल कर्मचारियांे की कड़ी मेहनत और समर्पण तथा प्रदेशवासियों के सक्रिय सहयोग को जाता है। उन्होंने प्रदेशवासियों से टीकाकरण के लिए आगे आने का आग्रह किया ताकि प्रदेश 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के शत-प्रतिशत टीकाकरण जनसंख्या वाला पहला राज्य बन सके।

जय राम ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार ने विकास में महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए पंचायती राज संस्थाओं और शहरी स्थानीय निकायों में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण प्रदान किया है। उन्होंने प्रदेशवासियों से महिलाओं के सशक्तिकरण का आग्रह किया क्योंकि इससे मजबूत और जीवंत समाज का निर्माण सुनिश्चित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी और लाॅकडाउन के दौरान प्रदेश सरकार ने देश के विभिन्न भागों में फंसे सभी हिमाचलियों की सुरक्षित घर वापसी सुनिश्चित की। इस दौरान विशेष बसों और रेल गाडि़यों के माध्यम से लगभग 2.50 हिमाचलियों को सुरक्षित घर लाया गया।

मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य सेवाओं व स्वास्थ्य अधोसंरचना के सुदृढ़ीकरण के लिए प्रदेश की पूर्व कांग्रेस सरकार ने कोई कार्य नहीं किया। कोरोना महामारी फैलने के समय राज्य में केवल दो आॅक्सीजन संयंत्र और 50 वेंटीलेटर उपलब्ध थे, जबकि वर्तमान में राज्य में 12 कार्यशील आॅक्सीजन संयंत्र तथा 800 वेंटीलेटर उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में 28 और आॅक्सीजन संयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं।

जय राम ठाकुर ने लोक सभा, पंचायती राज संस्थाओं, शहरी स्थानीय निकायों तथा विधानसभा के लिए दो उप-चुनावों में राज्य सरकार का सहयोग करने के लिए लोगों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोक सभा की सभी चारों सीटें जीती हैं और इसके अतिरिक्त राज्य की पंचायती राज संस्थाओं के चुनावों में भी 75 प्रतिशत सीटें हासिल की हैं। उन्होंने राज्य सरकार द्वारा आरम्भ की गई विभिन्न विकासात्मक तथा कल्याणकारी योजनाओं की भी विस्तृत जानकारी भी दी। उन्होंने कहा कि पूर्व कांग्रेस सरकार ने गरीब व जरूरतमंद लोगों के कल्याण के कोई कार्य नहीं किए।

मुख्यमंत्री ने मनाली में जल शक्ति मण्डल खोलने, नाथन में हेलीपेड के निर्माण, प्राथमिक पाठशाला सरली और गलां को माध्यमिक पाठशालाओं में स्तरोन्नत करने, हलां के अन्तर्गत माध्यमिक पाठशाला शिल्ला उच्च माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने, राजकीय उच्च माध्यमिक पाठशाला पलचान, हलाण-1, जाणा और शिरार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला में स्तरोन्नत करने, बड़ागांव सड़क के लिए 20 लाख रुपये, ब्रां में पशु चिकित्सालय, मनाली विधानसभा क्षेत्र में नई बनी नौ पंचायतों को प्रत्येक के लिए 10 लाख रुपये, हरिपुर पशु औषधालय को पशु अस्पताल में स्तरोन्नत करने, मंजली धार तथा धोलुनाला में स्वास्थ्य उप-केन्द्र खोलने, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रायसन को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में स्तरोन्नत करने, सजला में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र खोलने, नागरिक अस्पताल मनाली में बिस्तरों की क्षमता 50 से 100 करने और मनाली में गौसदन खोलने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि मनाली में होटल प्रबंधन संस्थान खोलने का मामला केन्द्र सरकार के समक्ष उठाया जाएगा। 

शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने अपने निर्वाचन क्षेत्र में करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने मनाली सड़क को डबल लेन करने के लिए 300 करोड़ रुपये स्वीकृत के लिए भी मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के आग्रह पर मनाली-कुल्लू लैफ्ट बैंक सड़क मार्ग को भी एनएचएआई द्वारा डबल लेन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पिछले साढ़े तीन वर्ष में समूचे कुल्लू जिला में अभूतपूर्व विकास हुआ है।

पूर्व सांसद महेश्वर सिंह ने हाल ही में शिमला से वर्चुअल माध्यम से करोड़ों रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा सरकारों के कार्यकाल में राज्य का अभूतपूर्व विकास हुआ है।

राज्य भाजपा उपाध्यक्ष धनेश्वरी ठाकुर और भाजपा मंडलाध्यक्ष दुर्गा सिंह ठाकुर ने मुख्यमंत्री और इस अवसर पर उपस्थित अन्य गणमान्यों का स्वागत किया।

विधायक किशोरी लाल सागर व सुरेंद्र शौरी, जिला भाजपा अध्यक्ष भीमसेन शर्मा, महासचिव अखिलेश कपूर, महिला मोर्चा अध्यक्ष मनीषा सूद, वरिष्ठ भाजपा नेता युवराज बोध, उपायुक्त आशुतोष गर्ग सहित अन्य इस अवसर पर उपस्थित थे।

Friday, August 27, 2021

2 अक्तूबर से आरंभ होगी स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्राः जय राम ठाकुर

27th August 2021 at 5:06 PM

 रथ यात्रा के दौरान होगा आम आदमी के योगदान का जश्न 


शिमला
: 27 अगस्त 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो):: 

दो अक्टूबर एक यादगारी दिन होता है। लाल बहादुर शास्त्री जी की याद भी दिलाता है और महात्मा गाँधी जी की भी। दोनों महान व्यक्तियों का जन्मदिन होता है दो अक्टूबर को। इस दिन को और यादगारी बनाने जा रही है हिमाचल सरकार। 

हिमाचल प्रदेश के पूर्ण राज्यत्व के स्वर्ण जयंती वर्ष के उपलक्ष्य में राज्य सरकार इस वर्ष 2 अक्तूबर से स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा का आयोजन करेगी। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां आयोजित स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा के संबंध में उच्च स्तरीय समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रथ यात्रा के दौरान हिमाचल प्रदेश की गौरवशाली यात्रा के 50 वर्षों में आम आदमी के योगदान का जश्न मनाया जाएगा। सरकार प्रदेश के विभिन्न विभागों के माध्यम से राज्य भर में 51 कार्यक्रम आयोजित करेगी। उन्होंने कहा कि स्वर्णिम रथ यात्रा लगभग दो महीने के दौरान प्रदेश के सभी विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगी। उन्होंने कहा कि राज्य स्तरीय पूर्ण राज्यत्व दिवस समारोह के अवसर पर 25 जनवरी, 2022 को एक विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।

जय राम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए विधायक डा. राजीव बिंदल की अध्यक्षता में एक कार्यकारी समिति का गठन किया है। इसके अतिरिक्त, चार उप-समितियां भी गठित की गईं हैं जिनमें स्वर्णिम रथ खरीद समिति, सूचना, शिक्षा एवं संप्रेषण समिति, सोशल मीडिया समिति और बजट समिति शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस वर्ष 25 जनवरी से राज्य में स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा आयोजित करना चाहती थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण इसे स्थगित कर दिया गया था।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस यात्रा में राज्य के विकासात्मक इतिहास को प्रदर्शित किया जाएगा, जिसमें आम जनता की भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा में विभिन्न क्षेत्रों जैसे- खेल, सामाजिक कार्य, संस्कृति, साहित्य आदि में उपलब्धि हासिल करने वाले सफल लोगों की सक्रिय भागीदारी भी सुनिश्चित की जाएगी।

जय राम ठाकुर ने कहा कि स्वर्णिम रथ को राज्य के विकास के गौरवशाली इतिहास प्रदर्शित करने के लिए नवीनतम उपकरणों से लैस किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी प्रमुख विभाग जैसे शिक्षा, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता, लोक निर्माण, जल शक्ति, ग्रामीण विकास, वन और बिजली विभाग भी इन पचास शानदार वर्षों के दौरान हुए विकास का प्रदर्शन करेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वर्णिम हिमाचल रथ यात्रा का मुख्य उद्देश्य पचास वर्षों के दौरान राज्य की शानदार प्रगति के सम्बन्ध में हर हिमाचली के दिलों में गर्व की भावना पैदा करना है। उन्होंने कहा कि हर हिमाचलवासी के भीतर यह भावना जागृत होनी चाहिए कि वह इस गौरवशाली यात्रा का हिस्सा रहा है और राज्य के विकास में योगदान दिया है। उन्होंने अधिकारियों को इन सभी वर्षों के दौरान राज्य के विकास पर प्रकाश डालते हुए गुणवत्तापूर्ण प्रचार साहित्य तैयार करने का भी निर्देश दिया।

जय राम ठाकुर ने जिला प्रशासन को रथ यात्रा से सम्बन्धित कार्य योजना और अन्य जानकारी अंतिम रूप प्रदान करने के लिए एक कमेटी गठित करने के निर्देश दिए। उन्होंने इस रथ यात्रा के सफल बनाने के लिए पंचायती राज संस्थाओं, शहरी स्थानीय निकायों के सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों, युवक मण्डलों, महिला मण्डलों और स्वयं सहायता समूहों से बढ़-चढ़ कर इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया।

विधायक और कार्यकारी समिति के अध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने सुझाव दिया कि विशेष जिले में कार्यक्रम मनाते समय अलग जिलों के लिए अलग-अलग विषयों पर भी विचार किया जा सकता है।

राज्य वित्तायोग के अध्यक्ष और बजट समिति के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने कहा कि जहां रथ यात्रा जाएगी और मुख्य कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा वहां के मुख्य, ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण भवनों को भी सजाने के प्रयास किए जाने चाहिए।

मुख्यमंत्री के राजनीतिक सलाहकार और स्वर्णिम रथ यात्रा खरीद समिति के अध्यक्ष त्रिलोक जम्वाल ने कहा कि प्रत्येक परिवार को इस भव्य आयोजन से जोड़ने के लिए कदम उठाए जाने चाहिए ताकि लोगों को इससे अपनेपन का अहसास हो सके।

मुख्य सचिव राम सुभग सिंह ने कहा कि इस कार्यक्रम को यादगार बनाने के लिए सभी विभाग मिलकर काम करेंगे।

निदेशक ग्रामीण विकास ऋग्वेद ठाकुर ने बैठक कर कार्यवाही का संचालन किया।

ज़िला परिषद मंडी के अध्यक्ष पाल वर्मा, अतिरिक्त मुख्य सचिव जे.सी. शर्मा, सचिव देवेश कुमार, विभागाध्यक्षों सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी बैठक में शामिल हुए और अपने बहुमूल्य सुझाव दिए।

Thursday, August 26, 2021

ज़िला किन्नौर सेब विकास कलस्टर के रूप में विकसित होगा

26th August 2021 at 4:45 PM 

  इस प्रोयोजना पर  खर्च होंगे 50 करोड़ रुपयेः महेंद्र सिंह ठाकुर 


किन्नौर//
शिमला: 26 जुलाई 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::
बहुत जल्द किन्नौर को सेब विकास के रूप में  विकसित किया जाएगा। इस मकसद के लिए सभी आरम्भिक कार्यों को पूरा किया जा रहा है और इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए 50 करोड़ रुपए खर्च होंगें। 
बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने एचपीएमसी निदेशक मण्डल की बैठक की अध्यक्षता करते हुए कहा कि केंद्रीय कृषि मंत्रालय के आर्थिक सहयोग से जिला किन्नौर को सेब विकास के लिए क्लस्टर के रूप में विकसित किया जाएगा। इस कार्य पर 50 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे और एचपीएमसी को क्लस्टर विकास एंजेसी का कार्य सौंपा गया है।

बागवानी मंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम के अंर्तगत पूर्व फसल उत्पादन कार्यकलापों पर बल दिया जाएगा, जिसके अंर्तगत मृदा परीक्षण, पत्ता विश्लेषण, प्लांट हेल्थ क्लीनिक सुविधाएं स्थापित की जाएगी। उत्पादन के तौर-तरीके जैसे उच्च घनत्व पौध रोपण, एकीकृत रोग कीट प्रबंधन कार्य किए जांएगे और फसल उत्पादन, पैकिंग हाऊस, प्रोसेसिंग इकाईयां स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा विपणन के क्षेत्र में कार्य किए जाएंगे, जिनमें मार्केट यार्ड, अपग्रेडेशन, विपणन के नए चैनल स्थापित करना और किन्नौर की ब्रांडिग पर विपणन को बढ़ावा देना शामिल है। इन कार्यों के लिए कृषक उत्पादक समूह का गठन भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 600 करोड़ रुपये की सेब आर्थिकी वाले किन्नौर जिला में 10,400 हेक्टेयर भूमि पर सेब की बागवानी की जा रही है।

महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीय उच्चमार्गों पर जिला मण्डी के जड़ोल व जिला सोलन के जाबली में एचपीएमसी के उत्पादों की बिक्री के लिए विक्रय केन्द्र निर्मित किए जा रहे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की कुंडली स्थित भूमि एवं कोलकाता में एचपीएमसी की भूमि पर पीपीपी मोड पर विकास कार्य आरम्भ किए जाएंगे। जड़ोल, टिक्कर जिला शिमला में एचपीएमसी द्वारा पेट्रोल पंप (किसान सेवा केंद्र) भी स्थापित किए जाएंगे।

उन्होंने कहा कि विश्व बैंक द्वारा वित्त पोषित बागवाानी परियोजना के अंर्तगत 266 करोड़ रुपये की लागत सेे 15 विकास कार्य किए जा रहे हैं। शिमला जिले के पराला में निर्माणाधीन फल विधायन संयंत्र में मिनरल वाटर की बाॅटलिंग के अतिरिक्त कागज़, चिप्स, पशुचारा आदि तैयार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा जड़ोल (सुन्दरनगर) स्थित फल विधायन संयंत्र में आम, नीम्बू, टमाटर पर आधारित फल विधायन की गतिविधियों में वृद्वि करने का भी निर्णय लिया गया है।

महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि एचपीएमसी द्वारा मण्डी मध्यस्थता योजना को और अधिक प्रभावी एवं पारदर्शी बनाने के लिए एंड्रायड बेस्ड मोबाइल एप्लीकेशन लांच किया गया है। इसके फलस्वरूप सूचना एकत्रीकरण एवं इस योजना के क्रियान्वयन में और अधिक पारदर्शिता आएगी। उन्होंने कहा कि अब एचपीएमसी के उत्पाद बिक्री के लिए हिमाचल प्रदेश राज्य एवं खाद्य आपूर्ति निगम की उचित मूल्यों की दुकानों पर भी उपलब्ध होंगे, जिसके लिए सैद्धान्तिक स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। उन्होंने कहा कि सेब के लिए वर्ष 2021 में मण्डी मध्यस्थता योजना के अंर्तगत निगम द्वारा 169 में से 160 क्रय केन्द्र शुरू कर दिए गए हैं, जिनके माध्यम से अब तक 7787 मी.टन सेब की खरीद की गई है। 

बागवानी  मंत्री ने कहा कि स्विटज़रलैंड की जीवौदान इंडिया प्रा. लिमिटेड के साथ 112.320 मी.टन एप्पल जूस बिक्री के लिए अनुबंध किया गया है जिसके तहत अभी तक कंपनी को 44.280 मी.टन जूस भेजा जा चुका है। उन्होंने कहा कि एचपीएमसी ने अपने उत्पादों की बिक्री के लिए हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज़ काॅरपोरेशन एवं वीटा के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं, जिसके अन्तर्गत हरियाणा एग्रो इंडस्ट्रीज़ काॅरपोरेशन एक वर्ष के भीतर हरियाणा राज्य में दो हजार हर हित खुदरा स्टोर खोलगा, जिससे एचपीएमसी के उत्पादों की बिक्री में वृद्वि होगी। उन्होंने कहा कि एचपीएमसी ने 100 प्रतिशत प्राकृतिकएप्पल जूस का एक लीटर टैट्रापैक बाज़ार में उतारा है।

बैठक में निगम के उपाध्यक्ष राम सिंह, सचिव बागवानी अमिताभ अवस्थी, विशेष सचिव (वित्त) राकेश कवंर, प्रबंध निदेशक राजेश्वर गोयल सहित अन्य सरकारी एवं गैर सरकारी सदस्य उपस्थित थे।

हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं कर्मचारी संगठन की बैठक

 26th August 2021 at 7:09 PM

 सचिवालय के सभी कर्मचारियों का धन्यवाद किया 

शिमला: 26 अगस्त 2021 (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

हिमाचल प्रदेश सचिवालय सेवाएं कर्मचारी संगठन के महासचिव महेश कुमार ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सचिवालय कर्मचारी सेवाएं संगठन की नई कार्यकारिणी ने आज यहां सचिवालय के सभी कर्मचारी साथियों का धन्यवाद किया।

उन्होंने बताया कि नव गठित कार्यकारिणी ने अतिरिक्त मुख्य सचिव वित्त एवं कार्मिक  श्री प्रबोध सक्सेना और सचिव सचिवालय प्रशासन, श्री देवेश कुमार से भी शिष्टाचार भेंट की।

इसके उपरान्त कार्यकारिणी की पहली बैठक हुई । बैठक में निर्णय लिया गया कि निकट भविष्य में सम्भावित लागू होने वाली आचार संहिता के मध्यनज़र सरकार से अनुबन्ध कर्मचारियों के अनुबन्ध कार्यकाल को 3 वर्ष से घटाकर 2 वर्ष करवाने हेतु शीघ्रातिशीघ्र जे0सी0सी0 की बैठक करवाने का आग्रह  किया जाएगा ।

बैठक मेें नवगठित कार्यकारिणी के प्रधान  श्री भूपिन्द्र सिंह बाॅबी , वरिष्ठ उप प्रधान श्री चानण मैहता, महासचिव, श्री महेश कुमार, उप प्रधान श्री राजेन्द्र सिंह मियाॅं, संयुक्त सचिव, श्री महेन्द्र सिंह, कोषाध्यक्ष, श्री संजय एवं कार्यकारिणी के कार्यकारी सदस्य श्री रमेश चन्द, श्रीमति दीपिका ठाकुर, श्री विनोद कुमार, श्री अमर सिंह, श्री मनोज शर्मा, श्री विजय कुमार, श्री नवनीत कुमार, श्री कुलदीप सिंह और श्री रक्षित कुमार उपस्थित रहे। 

राज्यपाल ने समदोह में सेना के जवानों के साथ बातचीत की

 26th August 2021 at 4:47 PM

लेडी गवर्नर ने भी देश भक्ति गीत गाकर सैनिकों का मनोबल बढ़ाया


शिमला
: 26 अगस्त  2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र समदोह में आज चहलपहल सी महसूस होती थी। जैसे पूरा पर्यावरण ही गा रहा हो। हर्षोल्लास था। हर कण हर दिशा में उत्साह सा था। यहां उत्साह और जोश का समावेश जैसा माहौल था। राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का आज लाहौल-स्पीति जिले के दो दिवसीय दौरे पर समदोह सेना हैलीपेड पहुंचने पर सैन्य अधिकारियों ने स्वागत किया। गौरतलब है कि प्रदेश के जनजातीय क्षेत्र का यह उनका पहला दौरा है। इस दौरे से सेना के जवान बहुत उत्साहित दिखे। 

अपने इस यादगारी दौरे पर उन्होंने कहा कि आर्मी क्षेत्र में उनके दौरे का मुख्य उद्देश्य हिमाचल के सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात सैनिकों को गोवा की छात्राओं द्वारा भेजी गई राखी पहुंचाना है। लेडी गवर्नर अनघा आर्लेकर भी इस अवसर पर उनके साथ थीं। इस तरह राखी का बंधन सेना के इन जवानों के राज्यपाल के परिवार का भी भावनात्मक बंधन साबित हुआ। 

अपनी भावनाओं को उन्होंने व्यक्त भी किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि वह सौभाग्यशाली हैं कि वह सैनिकों को राखी बांधकर वीर जवानों के प्रति आभार व्यक्त कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले वह गोवा में रक्षा बन्धन के अवसर पर राखियां एकत्रित कर सीमावर्ती क्षेत्रों में तैनात सैनिकों को भेजते थे। राज्यपाल के रूप में इस बार उन्हें यहां आने का अवसर प्राप्त हुआ है। इस तरह इस पावन त्यौहार के पावन जज़्बात और इस पावन बंधन का उद्देश्य भी एक हुए। 

सैनिकों के कठिन जीवन की चर्चा इस अवसर पर भी हुई। राज्यपाल ने कहा कि हमें अपने जवानों पर गर्व है जो विपरीत परिस्थितियों में भी ऐसे दुर्गम क्षेत्रों में तैनात रहकर दुश्मनों से दिन-रात हमारी सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि वीर सैनिकों के प्रति हम प्यार और स्नेह को इस प्रकार व्यक्त कर सकते हैं जिससे हमारी आने वाली पीढि़यों में भी देश भक्ति की भावना जागृत हो। इस तरह यह त्यौहार और भी ययादगारी बन पाया। 

राज्यपाल ने इस अवसर पर सैनिकों से बातचीत कर अपने अनुभवों को भी साझा किया। इस अवसर पर लेडी गवर्नर ने भी देश भक्ति गीत गाकर सैनिकों का मनोबल बढ़ाया। यह बहुत ही यादगारी बन पड़ा। गीत गायन से तो भावनाओं को पंख ही लग गए। 

इसके पश्चात् राज्यपाल ने समदोह हैलीपेड से लेपचा चैकी का दौरा किया और वहां भारत-तिब्बत सीमा पुलिस कर्मियों के साथ बातचीत की।


हिमाचल प्रदेश में विकास कार्यों की आंधी

 26th August 2021 at 3:02 PM

 विभिन्न स्थानों पर करोड़ों रुपयों की परियोजनाओं के शुभारम्भ 


शिमला
26 अगस्त 2021: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

मुख्यमंत्री ने सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र के ढलवान में उप-तहसील खोलने और बलद्वाड़ा को नागरिक अस्पताल बनाने की घोषणा की

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज जिला मंडी के सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में 140 करोड़ रुपये लागत की 12 विकासात्मक परियोजनाओं के उद्घाटन और शिलान्यास किए। इनमें 100 करोड़ रुपये की परियोजनाएं सरकाघाट क्षेत्र के बलद्वाड़ा में क्रियान्वित की जाएंगी।

जय राम ठाकुर ने तलाऊ में 2.91 करोड़ रुपये की लागत से बने 33/11 के.वी. सब-स्टेशन, ग्राम पंचायत नवानी, कशमैला, धनलग चैक, जाहमत और नरोला के लिए  डेहर में सतलुज नदी से 27.85 करोड़ रुपये की लागत की विभिन्न उठाऊ जलापूर्ति योजनाओं के संवर्धन कार्य, 3.14 करोड़ रुपये की लागत से बने खुडला-सारस-समलोन-कलथार सड़क और 2.83 करोड़ रुपये की लागत से बने अप्पर भामला से खरेड़ दधवान सम्पर्क मार्ग के उद्घाटन किए।

मुख्यमंत्री ने 2.60 करोड़ रुपये की लागत से 33/11 के.वी. सब-स्टेशन खुडला की सिंगल सर्कट एच.टी. लाइन बिछाने, 2.78 करोड़ रुपये की लागत वाले अम्बला-गलू-अन्धारा-हरवान सड़क, जल शक्ति खंड सरकाघाट के अन्तर्गत 55.25 करोड़ रुपये की लागत से विभिन्न उठाऊ जलापूर्ति व जलापूर्ति योजनाओं का स्त्रोत स्तर पर संवर्धन और सरकाघाट तहसील की ग्राम पंचायत नरोला के मटयारा में 2.12 करोड़ रुपये की लागत से बहाव सिंचाई व उठाऊ सिंचाई योजनाओं के शिलान्यास किए।

बलद्वाड़ा में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने राजकीय माध्यमिक पाठशाला कलखर को राजकीय उच्च पाठशाला में स्तरोन्नत करने, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बलद्वाड़ा को 50 बिस्तर क्षमता वाले नागरिक अस्पताल में स्तरोन्नत करने, राजकीय महाविद्यालय बलद्वाड़ा में विज्ञान की कक्षाएं आरम्भ करने, ढलवान में उप-तहसील खोलने, पत्रीघाट पशु औधालय को पशु अस्पताल के रूप में स्तरोन्नत करने और भांबला में हैलीपेड के निर्माण की घोषणा की।

जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 के लिए लगभग 97 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य हासिल कर लिया है। यह चिकित्सकों और पैरा-मेडिकल स्टाफ के परिश्रम के अतिरिक्त प्रदेशवासियों के सक्रिय सहयोग से सम्भव हो पाया है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रदेश में कोई भी व्यक्ति बिस्तर और आॅक्सीजन की अनुपलब्धता के कारण चिकित्सीय उपचार से वंचित न रहे। देश में जब यह महामारी फैली थी उस समय प्रदेश में केवल दो आॅक्सीजन सयंत्र थे जबकि अब राज्य में लगभग 28 आॅक्सीजन सयंत्र स्थापित किए जा रहे हैं जिनमें से 12 सयंत्र कार्यशील किए जा चुके हैं।

उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार logon को भ्रष्टाचारमुक्त शासन प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। इस सरकार में भ्रष्टाचार के लिए कोई भी स्थान नहीं है और पिछले लगभग साढ़े तीन वर्षांे के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार का एक भी मामला सामने नहीं आया है। उन्होंने का कि प्रदेश के लोगों ने लोकसभा, पंचायती राज संस्थानों, स्थानीय शहरी निकायों और दो विधानसभा क्षेत्रों के लिए हुए उप-चुनाव में वर्तमान राज्य सरकार को भरपूर सहयोग दिया है। पंचायती राज संस्थानों के चुनाव में चुनकर आए 75 से अधिक प्रधान भाजपा समर्थित हैं।

जय राम ठाकुर ने प्रदेश के लोगों का सामाजिक-आर्थिक उत्थान सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गई विभिन्न विकासात्मक कल्याणकारी योजनाओं से लोगों को अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि गृहिणी सुविधा योजना के अन्तर्गत 3.17 लाख पात्र परिवारों को निःशुल्क गैस कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। केन्द्र सरकार की आयुष्मान भारत योजना का लाभ नहीं उठा पाने वाले गरीब परिवारों के लिए हिमकेयर योजना वरदान साबित हो रही है। इस योजना के अन्तर्गत 1.75 लोग लाभान्वित हो रहे हैं।   

मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक संगठनों को सम्मानित किया।

जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ठाकुर ने विभिन्न विकासात्मक परियोजनाएं समर्पित करने के लिए क्षेत्र के लोगों की ओर से मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने प्रदेश में कोरोना महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने क्षेत्र के लोगों को आश्वासन दिया कि मुख्यमंत्री द्वारा आज किए गए जलापूर्ति परियोजनाओं के शिलान्यासों का कार्य एक वर्ष के भीतर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसानों को लाभान्वित करने के लिए प्रदेश के निचले क्षेत्रों के सात जिलों में 1,688 करोड़ रुपये की बाह्य वित्तपोषित बागवानी शिवा परियोजना क्रियान्वित की जा रही है।  

सरकाघाट के विधायक कर्नल इन्द्र सिंह ने क्षेत्र के लिए 140 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकाघाट विधानसभा क्षेत्र में पिछले तीन वर्षों के दौरान सड़कों और पुलों के लिए 145 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए। मुख्यमंत्री द्वारा आज जल शक्ति मण्डल सरकाघाट के अन्तर्गत 55.25 करोड़ रुपये की विभिन्न उठाऊ जलापूर्ति योजनाओं और जलापूर्ति योजनाओं के स्त्रोत स्तरीय संवर्धन कार्य से क्षेत्र में जल की समस्या का समाधान होगा। उन्होंने क्षेत्र की विभिन्न विकासात्मक मांगों की विस्तृत जानकारी दी।

विधायक विनोद कुमार, राकेश जम्वाल व इन्द्र सिंह गांधी, सुंदरनगर संगठन जिला भाजपा के अध्यक्ष दिलीप ठाकुर, मण्डी जिला परिषद के अध्यक्ष पाल वर्मा, भाजपा मण्डल की अध्यक्ष निशा ठाकुर, उपायुक्त मण्डी अरिन्दम चैधरी व पुलिस अधीक्षक शालिनी अग्निहोत्री इस अवसर पर अन्य सहित उपस्थित थीं।


Monday, August 23, 2021

यादगारी रहा पालमपुर यूनिवर्सिटी का दीक्षांत समारोह

Monday: 23rd August 2021 at 05:35 AM PDT

 राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने कहीं यादगारी बातें  


पालमपुर
: 23 अगस्त 2021: (कार्तिका सिंह//देवभूमि स्क्रीन):: 

दीक्षांत समारोह एक ऐसा आयोजन होता है जिसमें अपने सपनों को साकार होता हुआ देखने दिखाने का सुअवसर मिलता है। इसकी इंतज़ार बहुत ही उत्सुकता और शिद्दत से की जाती है। इस मौके पर ख़ुशी के आंसू आ जाना  भी  स्वाभाविक सा ही होता है। स्वयं को क्षितिज पर मौजूद होने का अहसास होता है। सपने सा अहसास। वो गीत बहुत ही लोकप्रिय हुआ था न-दिल है छोटा सा-छोटी सी आशा आसमानों को छूने की आशा....  बस वह गीत सामने आ कर तस्वीर का रुख ले लेता है। पूरा पर्यावरण ही उस गीत को गुनगुनाता हुआ सा लगता है। इतने बरसों की साधना, दिन रात की मेहनत सामने आती है। उस मेहनत का  है। ज़िंदगी की नई शुरुआत के संकल्प जागता है। आसमान अपनी मुठ्ठी में महसूस होता है। बहुत ही मधुर सा अहसास होता दीक्षांत समरोह में सम्मिलित होना। 

उस दिन भी बहुतों के लिए कुछ ऐसा ही अवसर था। जिला कांगड़ा के चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर का 16वां दीक्षांत समारोह आज आयोजित किया गया। हर तरफ खुशियां ही खुशियां नज़र आ रहीं थीं। उमंगें ही उमंगें। नई ज़िंदगी की राहें सभी के सामने खुल रहीं थीं। बहुत सी चुनौतियां और बहुत से संकल्प। मधुरता के साथ ही यह अहसास भी था कि अब नई जंग का नया मैदान फतह करना होगा। एक चुनातियों भरी गुनगुनाहट थी-ज़िंदगी हर कदम इक नई जंग है। इस नई जंग को लड़ने की शक्ति भी मिल रही थी। पंख भी मिले और और उड़ान भी।  

इस सारे आयोजन की अध्यक्षता राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर जी ने करते हुए कहा की जबकि मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में उपस्थित हुए। राज्यपाल जी ने अपने संबोधन में युवा विज्ञानियों और डिग्रीधारकों से अपील की कि वे रोजगार की तलाश के बजाय रोजगार प्रदात्ता बनें। इसके लिए उन्हें स्वरोजगार की राह पर आगे बढ़ना चाहिए। उनके ज्ञान का लाभ समाज, विशेषकर कृषि समुदाय को मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि शैक्षणिक योगदान के अलावा, वे राज्य के कृषि क्षेत्र में भी योगदान दें। युवा देश की सम्पदा हैं और उन्हें राष्ट्र निर्माण की गतिविधियों में भाग लेना चाहिए। राष्ट्र तभी विकसित हो सकता है जब युवा केंद्रित, अनुशासित और विकासोन्मुखी दृष्टिकोण अपनाएं। उन्होंने युवाओं से अपने जीवन में अनुशासन, देशभक्ति, ईमानदारी और समर्पण जैसे मूल्यों को विकसित करने का आग्रह किया।

राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि अनुसंधान और तकनीक के माध्यम से नवाचार बड़े पैमाने पर कृषि समुदाय को आत्मनिर्भर बनाने में सहायक सिद्ध होगा। राज्यपाल ने स्वर्ण पदक विजेताओं, सभी डिग्रीधारकों और पूर्व विद्यार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार द्वारा 1 नवम्बर, 1978 को विश्वविद्यालय के रूप में रोपा गया यह पौधा आज देश में उच्च शिक्षा का केंद्र बन गया है। शांता कुमार की इस परिकल्पना को आगे बढ़ाने की आवश्यकता है और इस दिशा में योगदान देना हम सबकी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षा, अनुसंधान और प्रसार की दिशा में अपनी भूमिका बखूबी निभा रहा है। पिछले साल भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् ने इस विश्वविद्यालय को देश के सभी कृषि विश्वविद्यालयों और समकक्ष कृषि संस्थानों में 14वें स्थान पर आंका, जिसके लिए विश्वविद्यालय प्रबंधन बधाई का पात्र है। उन्होंने विश्वविद्यालय को और अधिक कार्य करने की सलाह दी ताकि यह विश्वविद्यालय देश में सर्वोच्च स्थान प्राप्त कर सके। राज्यपाल जी ने कहा कि स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थी समाज, राष्ट्र और राज्य के लिए समर्पण की भावना से कार्य करें। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी विश्वविद्यालय से अर्जित शिक्षा और ज्ञान का भरपूर उपयोग करें।

मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर ने दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि चौधरी सरवण कुमार कृषि विश्वविद्यालय देश के हिमालयी राज्यों के कृषि अनुसंधान और शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी विश्वविद्यालयों में एक है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की 90 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामीण क्षेत्रों में रहती जिसका मुख्य व्यवसाय कृषि है। इसलिए प्रदेश की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए कृषि क्षेत्र में अनुसंधान और अधिक महत्त्वपूर्ण हो जाता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के बिना प्रदेश के विकास की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। कृषि के इस योगदान को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार ने उत्पादन में सुधार, रोजगार के अवसर सृजित करने और परिवार की आय को बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाएं शुरू की हैं।

इसी अवसर पर मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान भी कृषि क्षेत्र ने महत्वपूर्ण योगदान दिया है। इस महामारी का वैश्विक अर्थव्यवस्था का प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है लेकिन कृषक समुदाय ने यह सुनिश्चित किया कि देश की घटती अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ सहयोग प्रदान किया जाए। उन्होंने कहा कि देश को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का सशक्त नेतृत्व मिल रहा है और उन्होंने इस संकट की घड़ी से देश को सफलतापूर्वक बाहर निकाला है। विभिन्न बाधाओं के बावजूद प्रधानमंत्री ने यह सुनिश्चित किया है कि देश पीपीई किट्स, वेटिंलेटर और दवाई जैसी आवश्यक वस्तुओं में आत्मनिर्भर बने। उन्होंने कहा कि आज देश में विश्व का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री जी देश के कृषक समुदाय के कल्याण के लिए चिन्तित हैं और महामारी के दौरान विशेषकर किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से किसान सम्मान निधि योजना शुरू की गई है। इस योजना के अन्तर्गत राज्य के 9.32 लाख किसानों को 1 हजार 350 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की गई है। प्रदेश सरकार रसायनों के न्यूनतम प्रयोग व कम निवेश से किसानों की आय को बढ़ाने के लिए प्राकृतिक खेती खुशहाल किसान योजना का क्रियान्वयन कर रही है। प्रदेश के सभी जिलों में जिका परियोजना क्रियान्वित की जा रही है जिससेे फलों और सब्जियों के अंतर्गत क्षेत्र बढ़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने फसलों को बन्दरों, जंगली जानवरों और बेसहारा पशुओं से बचाने के लिए मुख्यमंत्री खेत संरक्षण योजना शुरू की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश ने पूर्ण राज्यत्व के 51वें वर्ष में प्रवेश किया है। उन्होंने विश्वविद्यालय को कृषि क्षेत्र में प्रदेश की यात्रा को प्रदर्शित करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित करने का सुझाव दिया।

इसी पर आगे बात करते हुए मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर जी ने कहा कि फसलों की पैदावार बढ़ाने और प्राकृतिक संसाधनों का अधिक उपयोग सुनिश्चित करने के लिए कृषि उत्पादन तकनीकों, विभिन्न फसलों की किस्मों, भूमि और जल प्रबंधन, जैविक संसाधनों के उपयोग व संरक्षण, जल भण्डारण, रोग और कीट नियंत्रण तकनीकों जैसे विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान न केवल अतिआवश्यक है, बल्कि यह किसानों की आर्थिकी को भी सुदृढ़ करेगा। यह विश्वविद्यालय देश में अग्रणी और प्रमुख कृषि विश्वविद्यालय बनकर उभरा है जिसका श्रेय विश्वविद्यालय के शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों तथा विद्यार्थियों की मेहनत और समर्पण को जाता है। उन्होंने मेडल और अवार्ड विजेता विद्यार्थियों के उज्जवल और सफल भविष्य की कामना की। राज्यपाल जी और मुख्यमंत्री जी ने विश्वविद्यालय के डिजी-लाॅकर और वेबसाइट के अपडेटड वर्जन का भी लोकार्पण किया।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के जैनेटिक्स एण्ड प्लांट ब्रिडिंग विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. राजन कटोच द्वारा लिखित पुस्तक राइसबीनः एक्सप्लाॅयटिंग द न्यूट्रिशनल पोटेंशियल ऑफ एन अण्डरयूटिलाइजड लैग्यूम, आर.एस. चन्देल द्वारा लिखित पुस्तक पेस्ट्स ऑफ फ्रूट एण्ड प्लांटेशन क्राॅप्स, डाॅ. आर.के. राजू द्वारा लिखित मेज-गोल्डन ग्रेन ऑफ हिमाचल प्रदेश और विश्वविद्यालय की संयुक्त रिपोर्ट का भी इस अवसर पर विमोचन किया गया। इससे पूर्व, राज्यपाल जी और मुख्यमंत्री जी ने विश्वविद्यालय परिसर में 1.13 करोड़ रुपये की लागत से निर्मित हरित अतिथि गृह का लोकार्पण किया।

पूर्व मुख्यमंत्री श्री शान्ता कुमार ने इस अवसर पर कहा कि उन्हें इस बात की प्रसन्नता है कि 43 वर्ष पूर्व उनके मुख्यमंत्रीत्व काल के दौरान इस विश्वविद्यालय की स्थापना की गई थी। इन वर्षों में इस विश्वविद्यालय ने देश के कृषि विश्वविद्यालयों के मध्य अपना एक विशेष स्थान बनाया है। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालयों के विज्ञानियों के परिश्रम और अनुसंधान का ही परिणाम है कि आज भारत अन्न उत्पादन में आत्मनिर्भर है, जिसके परिणामस्वरूप कोरोना महामारी के दौरान देश के 80 करोड़ लोगों को निःशुल्क राशन प्रदान करवाया गया। उन्होंने कहा कि कत्र्तव्य के प्रति समर्पण बलिदान नहीं बल्कि हमारे जीवन का भाग है इसलिए हमें दूसरों तथा समाज के लिए जीना चाहिए ताकि अपने जीवन को सार्थक बना सकें।

हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष श्री विपिन सिंह परमार जी ने मेडल विजेताओं और डिग्री प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी और कहा कि यह उनकी मेहनत और समर्पण का फल है। उन्होंने कहा कि कृषि क्षेत्र द्वारा सुदृढ़ आधार प्रदान करने के फलस्वरूप कोरोना महामारी के दौरान भी प्रदेश की आर्थिकी स्थिर रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की वर्ष 2022 तक देश के किसानों की आय दोगुना करने की परिकल्पना है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कृषि वैज्ञानिकों की अहम भूमिका है। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय देश में कृषि क्षेत्र के विश्वविद्यालयों मेें अग्रणी है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. हरिन्दर कुमार चौधरी जी ने राज्यपाल जी व मुख्यमंत्री जी का स्वागत करते हुए कहा कि दीक्षांत समारोह में 393 विद्यार्थियों को डिग्रियां आबंटित की गईं हैं जिनमें से 262 स्नातक, 110 स्नातकोत्तर और 21 पीएचडी धारक हैं। विश्वविद्यालय के आठ विद्यार्थियों को गोल्ड मेडल प्रदान किए गए जबकि दो पूर्व विद्यार्थियों नन्द लाल शर्मा और तिलक राज शर्मा को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया। उन्होंने विश्वविद्यालय द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न अनुसंधान व शैक्षणिक कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस स्वर्ण जयंती वर्ष से विश्वविद्यालय विभिन्न राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ हिमाचल के 51 स्थानीय उत्पादों के पंजीकरण का कार्य आरम्भ करेगा।

कुल मिला कर खुशियों भरा और जज़्बातों से भरा आयोजन था। देखना होगा इस जज़्बे और उत्साह को सारी उम्र कितने लोग याद रखपाते हैं। आज के दिन की तस्व्वीरें सभी को बहुत कुछ याद दिलाती रहेंगी। पाहड़ों की ऊंचाई भी याद दिलाती रहेगी कि हर पल अडोल रहना  है पर्वत की तरह। जो लोग याद रख पाएंगे उनको यह पहाड़ शक्ति भी देता रहेगा साथ ही पहाड़ के देवी देवता भी ज़िंदगी  भर सहायक रहेंगे।