Friday, April 24, 2020

हिमाचल को अधिक से अधिक वेंटिलेटर्ज प्रदान किये जाएं

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने किया केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से आग्रह
मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर ने आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये स्वास्थ्य और परिवार भलाई के केन्द्रीय मंत्री डा. हर्ष वर्धन के साथ भेंट की (शुक्रवार 24 अप्रैल 2020)
शिमला: 24 अप्रैल 2020: (मीडिया लिंक//देवभूमि स्क्रीन):: 
कोविड-19 अर्थात कोरोना के साथ चल रही विश्व जंग में भारत का राज्य हिमाचल प्रदेश भी पूरी तीव्रता से डटा हुआ है। जगह जगह इस मुद्दे को लेकर कई तरह के कदम उठाये जा रहे हैं। आज मुख्य मंत्री श्री जय राम ठाकुर ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये स्वास्थ्य और परिवार भलाई से सबंधित केंद्रीय मंत्री डा. हर्ष वर्धन के साथ भी विशेष भेंट की। इस वीडियो मीटिंग के दौरान जिन जिन मुद्दों पर बात हुई उनमें कोरोना के साथ लड़ी जा रही जंग का मुद्दा भी शामिल रहा। मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्रालय से राज्य को तुरंत अधिक से अधिक वेंटिलेटर्ज प्रदान करने का आग्रह किया। 
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज यहां वीडियो काॅन्फ्रेंस के माध्यम से केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डाॅ. हर्ष वर्धन के साथ बैठक करते हुए उन्हें प्रदेश में कोरोना वायरस महामारी से प्रभावी रूप से निपटने के लिए उठाए जा रहे विभिन्न कदमों के बारे में अवगत करवाया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के छह जिलों में कोविड-19 का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में अभी तक 8847 लोगांे को निगरानी में रखा गया है, जिनमें से 5637 लोगों ने 28 दिन की अनिवार्य निगरानी अवधि को पूरा कर लिया है तथा 3210 व्यक्ति अभी भी निगरानी में है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में गत वीरवार तक कोरोना संक्रमण के लिए 3994 लोगों की जांच की गई है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि अभी तक 40 सैंपल पाॅजिटिव पाए गए हैं, जिनमें से 18 व्यक्ति नेगेटिव पाए जाने के बाद स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। इसके अतिरिक्त चार लोग प्रदेश से बाहर उपचाराधीन हैं एवं एक व्यक्ति का देहांत हो चुका है। उन्होंने कहा कि शेष 17 व्यक्ति प्रदेश के अस्पतालों में उपचाराधीन है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कफ्र्यू लगाया गया है, ताकि लोग अनावश्यक रूप से बाजारों में न जाएं। लोगों को कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस के हाॅटस्पाॅट सील कर दिए गए हैं, ताकि संक्रमण आगे न फैल सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य के 183 स्वास्थ्य संस्थानों में लगभग 9200 क्वारन्टीन बिस्तरों की व्यवस्था की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में पर्याप्त मात्रा में पीपीई किट तथा मास्क उपलब्ध है। उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्रदेश को अधिक वेंटिलेटर्ज प्रदान करने का आग्रह किया।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में चार अस्पतालों में कोविड-19 के संेपल की जांच की जा रही है, जिनमें आईजीएमसी शिमला, डाॅ. राजेन्द्र प्रसाद राजकीय मेडिकल काॅलेज टांडा, आईएचबीटी पालमपुर कांगड़ा तथा जिला सोलन के केंद्रीय अनुसंधान संस्थान कसौली शामिल है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य में कोविड-19 के लिए पांच अस्पतालों को अधिसूचित किया है, जिनमें 300 बिस्तरों की व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि इन अस्पतालों में जिला मण्डी का श्री लाल बहादुर शास्त्री राजकीय मेडिकल काॅलेज नेरचैक, जिला सोलन के काठा बद्दी का ईएसआई अस्पताल, जिला हमीरपुर के भोटा का चैरिटेबल अस्पताल, जिला सिरमौर के सराहां का नागरिक अस्पताल तथा जिला कांगड़ा के ज्वालामुखी का अग्रवाल अस्पताल शामिल है।
जय राम ठाकुर ने कहा कि प्रदेश में आरंभ एक्टिव केस फाइन्डिंग अभियान के तहत 70 लाख से अधिक लोगों को कवर किया गया है तथा इनमें से लगभग 10 हजार लोगों की जांच की जा रही है, जिनमें इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) के लक्षण पाए गए थे।
शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज तथा मुख्यमंत्री के राजनैतिक सलाहकार त्रिलोक जम्वाल भी इस बैठक में उपस्थित थे।