Friday, November 22, 2019

रोहतांग टनल के कार्य में तेजी लाने का आग्रह

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ने की रक्षा मंत्री से भेंट 


नई दिल्ली: 22 नवंबर 2019: (देवभूमि स्क्रीन)::

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात की तथा उनसे रोहतांग टनल के कार्य में तेजी लाने का आग्रह किया ताकि जनजातीय जिले लाहौल-स्पिति के लिए बर्फवारी के दौरान भी उचित सम्पर्क सुविधा सुनिश्चित की जा सके। राजनाथ सिंह ने मुख्यमंत्री को आश्वासन दिया है कि मई, 2020 तक इस टनल का निर्माण कार्य पूरा करके इसे आरम्भ करने के सभी प्रयास किए जाएंगे। 
मुख्यमंत्री ने लाहौल-स्पिति के लोगों के फिलहाल रोहतांग टनल से आवाजाही के लिए सड़क मार्ग के रूप में टनल का उपयोग करने की अनुमति प्रदान करने का भी आग्रह किया, क्योंकि प्रशासन द्वारा लाहौल-स्पिति सड़क मार्ग को अधिकारिक रूप से भारी बर्फवारी के कारण बंद कर दिया जाता है, जिसके कारण घाटी का शेष भाग से सम्पर्क टूट जाता है। 
उन्होंने बीआरओ के अधीन सड़कों की हालत सुधारने का भी आग्रह किया तथा उनसे सीमा क्षेत्र की सड़कों के लिए जरूरत के अनुसार धनराशि उपलब्ध करवाने का आग्रह किया। केन्द्रीय मंत्री ने राज्य को हर संभव सहायता उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया। रक्षा मंत्री ने प्रदेश में निवेश को आकर्षित करने के लिए आयोजित ग्लोबल इन्वेस्टर मीट के सफल आयोजन के लिए मुख्यमंत्री के प्रयासों की सराहना की।

Thursday, November 21, 2019

मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने की केंद्रीय मंत्री से भेंट

सुश्री निर्मला सीतारमण ने दिया हर सम्भव सहयोग का आश्वासन
नई दिल्ली: 21 नवंबर 2019: (देवभूमि स्क्रीन)::
हिमाचल सरकार प्रदेश के विकास को लेकर निरंतर प्रयासशील है। इस मकसद के लिए जहां यह सरकार अपने बलबूते पर कोशिशें करती है वहीँ केंद्र सरकार से मिलने वाली सहायता और सहयोग को लेकर भी यह सरकार सक्रिय है। आज गुरुवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्य मंत्री जय राम ठाकुर ने केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण से भेंट की और उन्हें अपनी मुश्किलें भी बतायीं। केंद्रीय मंत्री ने उन्हें पूरे ध्यान से सुना और उचित कदम उठाने का आश्वासन भी दिया।
मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज नई दिल्ली में केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भेंट की।
उन्होंने केन्द्रीय मंत्री से आग्रह किया कि केन्द्र सरकार को सौंपी गई राज्य सरकार की बाह्य सहायता प्राप्त परियोजनाओं को शीघ्र स्वीकृति प्रदान की जाए। उन्होंने शिमला, मनाली, धर्मशाला रज्जू मार्गों, ओवर हैड परिवहन प्रणाली पयोजनाओं और वन प्रबन्धन आदि योजनाओं पर केन्द्रीय मंत्री से चर्चा की, जिन्हें केन्द्र सरकार को भेजा गया है।
निर्मला सीतारमण ने आश्वासन दिया कि हिमाचल सरकार की सभी परियोजनाओं का उनका मंत्रालय हर सम्भव सहयोग प्रदान करेगा।
वित्त मामलों के केन्द्रीय राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने भी इस चर्चा में भाग लिया। मुख्य सचिव डाॅ. श्रीकान्त बाल्दी ने विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी दी। अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल खाची भी बैठक में उपस्थित थे।


Monday, November 18, 2019

भारतीय संस्कृति वैज्ञानिक पहुंच पर आधारित--दलाईलामा

राज्यपाल ने धर्मशाला में दलाई लामा से भेंट की

धर्मशाला: 18 नवंबर 2019: (देवभूमि स्क्रीन ब्यूरो)::

राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने आज धर्मशाला में दलाई लामा के तिब्बतियों के आध्यात्मिक धर्मगुरू से मुलाकात की। बैठक में दलाई लामा ने भारत की प्राचीन संस्कृति, परंपरा, गौरवशाली इतिहास, विशेष रूप से हिमाचली लोगों से उनकी सुविधा पर चर्चा की।

उन्होंने कहा कि भारत में अपने लगभग 60 वर्षों के निर्वासन के दौरान, उन्होंने दुनिया के कई देशों का दौरा किया है, परन्तु वह भारत की प्राचीन परंपरा और अहिंसा और करुणा के संदेश से वह बहुत प्रभावित हैं, जिसकी आज दुनिया को सबसे ज्यादा जरूरत है।

दलाई लामा ने कहा कि कोई भी व्यक्ति, किसी भी धार्मिक विश्वास के बावजूद, अहिंसा और करुणा के संदेश का पालन करके जीवन में खुश रह सकता है। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारतीय ज्ञान मानसिक शांति प्रदान करने में सहायक है। इसलिए, प्राचीन भारतीय संस्कृति को आधुनिक ज्ञान के साथ जोड़ना महत्वपूर्ण है ताकि बेहतर परिणाम प्राप्त किए जा सकें।

दलाई लामा ने कहा कि वह इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं और उन्होंने राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला में छः महीने का सर्टिफिकेट कोर्स शुरू किया है, जो प्राचीन भारतीय ज्ञान, आध्यात्मिकता और भारतीय दर्शन पर आधारित है। उन्होंने कहा कि भविष्य में शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण का एक कार्यक्रम भी शुरू किया जाएगा ताकि भविष्य की पीढ़ियों तक इस सोच को बढ़ावा दिया जा सके।

उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति वैज्ञानिक पहुंच पर आधारित है। उन्होंने भारत को गुरू और तिब्बत को भारत का श्रेष्ठ अनुयायी बताया।

इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में रह रहे निर्वासित तिब्बती समुदाय का हिमाचल के लोगों के साथ सौहार्दपूर्ण सम्बन्ध है और उन्होंने भी हिमाचल के विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि भविष्य में भी यह मजबूत सम्बन्ध बने रहें।

राज्यपाल ने देशभर में रह रहे तिब्बती समुदाय के कल्याण और विकास की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने विशेषकर उत्तर व दक्षिण भारत में तिब्बती-बौद्ध पढ़ाई के प्रतिष्ठित संस्थानों की जानकारी ली।

उन्होंने समस्त भारत में रहने वाले तिब्बती समुदाय को शुभकानाएं देते हुए उन्हें बेहतर जीवन, शिक्षा और अन्य सभी सुविधाएं प्रदान करने का आश्वासन दिया।

राज्यपाल ने तिब्बती संसदीय सचिवालय का भी दौरा किया और अध्यक्ष तथा उपाध्यक्ष से भेंट की।

इससे पूर्व, केन्द्रीय तिब्बती प्रशासन (सी.टी.ए.) के कार्यवाहक अध्यक्ष कालोन वेन कर्मा गैलेक यूथोक, ने काशग-तिब्बती मंत्रिमण्डल में राज्यपाल का स्वागत किया।

कार्यवाहक अध्यक्ष कालोन वेन कर्मा गैलेक यूथोक, गृह विभाग के कालोन सोनम टोपगयाल खोरलासांग, वित्त विभाग के कालोन फागपा, रक्षा विभाग के फागपा सेरिग लबरांग, स्वास्थ्य विभाग के कालोन चैयकयोंग वांगचुक, काशग के सचिव सेज्ञाल चुकया द्रानयी,  शिमला में तिब्बती के मुख्य प्रतिनिधि तेनजिन नोरगु और धर्मशाला के बन्दोबस्त अधिकारी ने सी.टी.ए. मुख्यालय में राज्यपाल का स्वागत किया।

इस अवसर पर, धर्म और संस्कृति विभाग के कलोन वेन कर्मा गिलेक युथोक ने राज्यपाल को सम्मानित किया।

कालोन की परिषद ने राज्यपाल को सी.टी.ए. के सुदृढ़ प्रशासन और पूरे भारत, नेपाल और भूटान में एक लाख से अधिक तिब्बती प्रशासन और सरकार के बारे में अवगत कराया और भारत सरकार तथा हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा केंद्रीय तिब्बती प्रशासन और तिब्बत सरकार को दिए जा रहे समर्थन के सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी दी।